रायपुर के महावीर गौशाला के भवन में मैडल सर्टिफिकेट देकर गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड टीम ने किया सम्मानित
गौ वंशो को रेडियम बेल्ट पहनाकर दुर्घटना से बचाने के प्रयासों के लिए मिला यह सम्मान
अनुराग दुबे कोरिया जिले के बैकुंठपुर शहर के निवासी हैं, गौ सेवा के लिए शहर में प्रसिद्ध हैं
-संवाददाता-
बैकुण्ठपुर, 12 जून 2023 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के गौ सेवक अनुराग दुबे को बड़ा सम्मान मिला है। 12 जून 2023 को रायपुर के महावीर गौशाला प्रांगण में एक सम्मेलन आयोजित किया गया जहां अनुराग दुबे ने कोरिया जिले का प्रतिनिधित्व किया। कार्यक्रम में गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड छत्तीसगढ़ के प्रमुख के द्वारा अनुराग दुबे को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान के दौरान कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि पूर्व गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री पटेल वरिष्ठ गौ सेवक सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता गौ सेवक सहित मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड टीम के छत्तीसगढ़ हेड ने कार्यक्रम में बताया की यह पहली बार ऐसा सम्मान दिया जा रहा है जिसमे किसी व्यक्ति द्वारा गौ वंशो को रेडियम बेल्ट पहनाकर उन्हे दुर्घटना से बचाने का प्रयास शामिल है। गौ सेवक अनुराग दुबे ने इस दौरान बताया की उन्होंने अपनी टीम के साथ कई वर्षों से गौ सेवक के रूप में कार्य किया और वह लगातार इस दिशा में कार्य कर भी रहें हैं उन्हे मालूम भी नहीं था की उनका यह कार्य उनके लिए इतने बड़े सम्मान का कारण बनेगा,उन्होंने सम्मान समस्त गौ सेवकों के प्रति समर्पित करते हुए यह भी कहा की यह सभी कुछ सभी के समहित प्रयासों से ही संभव हो पा रहा है और जिसकी वजह से उन्हे सम्मान मिला। गौ रक्षा वाहिनी कोरिया जिले के समस्त सदस्यों को उन्होंने इस सम्मान में सहभागी बताया और उन्हे भी सम्मान में बराबर का भागीदार बताया।
जिले में गौ सेवा क्षेत्र में लगातार करते हैं अनुराग दुबे कार्य
अनुराग दुबे जिले में गौ सेवक के रूप में अपनी पहचान रखते हैं और वह लगातार गौ सेवा क्षेत्र में कार्य करते हैं। उनके गौ सेवा क्षेत्र में कार्य की लगातार प्रशंसा भी होती है। अनुराग दुबे गौ सेवा के मामले में सदैव तत्पर रहकर हर परिस्थिति में गौ सेवा का कार्य करते हैं और हर उस जगह उपस्थित होने का प्रयास करते हैं जहां गौ वंशो को मदद की जरूरत होती है।
रोटी रिक्शा बैंक का भी संचालन करते हैं अनुराग दुबे,गौ वंशो के लिए रोटी इकट्ठा करती है रोटी रिक्शा बैंक
अनुराग दुबे और उनकी टीम शहर में रोटी रिक्शा बैंक का भी संचालन करती है। शहर में रोटी रिक्शा बैंक के माध्यम से घर घर जाकर गौ सेवक रोटी इकट्ठा करते हैं और जिसे गौ वंशो को दिया जाता है। रोटी रिक्शा बैंक भी गौ सेवा के क्षेत्र में अच्छी पहल मानी जाती है और भूखे गौ वंशो को इसके माध्यम से आहार मिल पाता है जो उनके लिए आवश्यक भी है।
मृत गौ वंशो के अंतिम संस्कार में भी भूमिका निभाते हैं अनुराग दुबे
अनुराग दुबे मृत गौ वंशो के अंतिम संस्कार में भी भूमिका निभाते हैं। वह मृत गौ वंश के विषय में सूचना मिलते ही तत्पर हो जाते हैं और वह विधिवत उनका अंतिम संस्कार कराते हैं। आज जब लोग अपने ही गौ वंशो का ध्यान नहीं रखते उन्हे खुले में छोड़ देते हैं और मृत होने पर उनकी पूछ परख करने भी नहीं आते उस समय गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य ही ऐसे गौ वंशो का अंतिम संस्कार कराते हैं और उन्हे सद्गति प्रदान करते हैं।
घायल गौ वंशो का इलाज भी कराते हैं गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य
कोरिया जिले में घायल होने पर गौ वंशो का इलाज भी कराते हैं गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य। गौ वंश को घायल होने पर गौ रक्षा वाहिनी के सदस्य अपने द्वारा निर्धारित किए गए स्थान पर ले जाते हैं और वहां चिकित्सक बुलाकर उनका इलाज कराया जाता है। इलाज के पश्चात जब तक गौ वंश पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते तब तक उनकी देखरेख भी गौ रक्षा वाहिनी के ही सदस्य करते हैं।