- बैकुंठपुर जनपद उपाध्यक्ष ने भी कराई वॉल पेंटिंग, सरकार की योजनाओं का वॉल पेंटिंग में किया बखान
- मनेंद्रगढ़ विधानसभा में वॉल पेंटिंग को लेकर आई दूसरी ही तस्वीर,विधायक महापौर के लिए किया गया अभद्र भाषा का प्रयोग
- मनेंद्रगढ़ विधायक एवं उनकी महापौर पत्नी को लेकर लिखे गए अभद्र लेख की हो रही चौतरफा आलोचना
- राजनीति में विरोध का भी होता है सादगी भरा तरीका,अभद्र भाषाओं का प्रयोग राजनीति में अच्छी पहल नहीं
- रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर,एमसीबी 27 मई 2023 (घटती-घटना)। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ती देखी जा रही है। प्रदेश में वैसे तो दो ही प्रमुख राजनीतिक दल हैं जिनके बीच ही अंतिम मुकाबला होगा ऐसा माना जाता है और दोनो ही अब अपने अपने प्रचार में जुट गए हैं। प्रदेश में वर्तमान में विपक्ष की भूमिका निभा रही भाजपा जहां सरकार को कई मोर्चे पर घेरने का काम कर रही है वहीं अब सत्ताधारी दल और भाजपा अपने अपने प्रचार अभियान में भी जुटते नजर आ रहे हैं। प्रचार के लिए दोनो ही दल कांग्रेस और भाजपा वॉल पेंटिंग का सहारा ले रहें हैं और अब जगह जगह वॉल पेंटिंग देखा जा रहा है जिसमे दोनो ही दल अपने प्रचार प्रसार में व्यस्त हैं। वॉल पेंटिंग हर जगह देखा जा सकता है और सड़कों के किनारे की बात हो या गली मोहल्ले की दीवारों की बात हो हर जगह वॉल पेंटिंग का कार्य जारी है और सबसे ज्यादा शासकीय भवनों पर दीवारों पर या सड़क किनारे के दीवारों पर वॉल पेंटिंग देखा जा रहा है जिसमे जहां सत्ताधारी दल अपनी उपलब्धि गिनाने में लगी हुई है शासन की योजनाओं का बखान कर रही है वहीं भाजपा अपना प्रचार कर रही है।
वॉल पेंटिंग मामले में कुछ आपत्तिजनक मामला भी सामने आया है जो मनेंद्रगढ़ विधानसभा से समाने आया है जिसमे मनेंद्रगढ़ विधायक और उनकी महापौर पत्नी को लेकर आपत्तिजनक वॉल पेंटिंग की गई है जो अब यह सवाल खड़ा कर रही है की राजनीति में क्या शब्द मर्यादा का ध्यान रखना या ऐसी परंपरा समाप्त होती जा रही है और अब किसी जनप्रतिनिधि या विपक्ष के लिए ऐसे ही अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जायेगा जो मनेंद्रगढ़ विधानसभा में देखने को मिला है। वैसे यह वॉल पेंटिंग किसने की है और इसमें किसका हांथ है यह तो स्पष्ट नहीं है लेकिन जो कुछ आपत्तिजनक लिखा गया है वह जरूर विधायक और महापौर को न चाहने वालों ने लिखा है यह तय है और यह सही नहीं कहा जा सकता।
मनेंद्रगढ़ विधायक उनकी महापौर पत्नी को लेकर लिखी गई आपत्तिजनक बातें
मनेंद्रगढ़ विधानसभा में वॉल पेंटिग का काम दोनो ही दलों भाजपा और कांग्रेस की तरफ से जारी है और दोनो ही दल और उनके नेता अपने अपने दल का प्रचार कर रहें हैं और जनता के सामने अपनी बात रख रहें हैं लेकिन मनेंद्रगढ़ विधानसभा में वॉल पेंटिग मामले में तब एक नया घटनाक्रम सामने आया जब मनेंद्रगढ़ विधायक और उनकी महपौर पत्नी साथ ही उनके खास समर्थक साथ ही पार्षद को लेकर अमर्यादित वॉल पेंटिग की गई। मामला चिरमिरी का बताया जा रहा है जहां यह अमर्यादित वॉल पेंटिग की गई है। वैसे वॉल पेंटिग किसने की यह तो स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है लेकिन इसकी हर तरफ आलोचना हो रही है और इसे सही नहीं माना जा रहा है।
क्या राजनीति में विरोध वॉल
पेंटिंग के जरिए अमर्यादित टिप्पणी कर जताना उचित है,सवाल?
मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक और उनकी महापौर पत्नी साथ ही उनके समर्थक पार्षद के वॉल पेंटिग में जो कुछ लिखा गया है क्या उसे विरोध का राजनीतिक विरोध का बेहतर तरीका कहा जा सकता है। क्या राजनीति में अब अमर्यादित टिपण्णी का ही सहारा लेना उचित रह गया है यह एक बड़ा सवाल है। जिस भाषा और जिस तरह के लेख का प्रयोग वॉल पेंटिग में विधायक और उनसे जुड़े लोगों के लिए किया गया है उसे कहीं से न्यायोचित या सही नहीं ठहराया जा सकता है इसकी आलोचना ही की जा सकती है।
राजनीति में विरोध दर्ज करने के भी हैं अपने और बेहतर तरीके,राजनीति में मर्यादा का उलंघन कतई सही नहीं
राजनीति में यह आम है की परस्पर राजनीतिक दल एक दूसरे का विरोध करते ही रहते हैं और विरोध और राजनीतिक दल आपसी विरोध को ही अपनाकर सत्ता प्राप्ति का प्रयास करते हैं। राजनीति में विरोध के लिए राजनीतिक दलों को मंच मिला हुआ है और वह उसके माध्यम से यह अन्य प्रचार माध्यम से यह विरोध दर्ज कर सकते हैं। विरोध दर्ज करते समय राजनीतिक दलों को यह भी ध्यान रखना होता है की विरोध अपनी जगह है लेकिन किसी की भावनाओं को किसी की व्यक्तिगत छवि को इससे नुकसान न पहुंचे और सभी कुछ मर्यादा के भीतर हो और राजनीति की सुचिता बरकरार रहे। किसी भी दल या व्यक्ति को राजनीति में यह अधिकार कतई नहीं मिलता की वह व्यक्तिगत रूप से हमला करे या किसी के लिए अमर्यादित कोई टिपण्णी करे।
मनेंद्रगढ़ विधायक के संदर्भ में की गई आपत्तिजनक वॉल पेंटिग की हो रही चौतरफा आलोचना
मनेंद्रगढ़ विधायक और उनकी महापौर पत्नी को लेकर की गई आपत्तिजनक वॉल पेंटिग की हर तरफ आलोचना हो रही है। लोगों का मानना है की यदि विधायक की और महापौर के कार्यकाल में खामियां हैं तो उसे जनता के बीच मर्यादा के साथ भी लेकर जाया जा सकता है और कमियों और खामियों को जनता को गिनवाया जा सकता है इसके लिए समय समय पर मंच राजनीतिक दलों को मिलते ही रहते हैं।। विरोध का यह तरीका राजनीति में बिल्कुल सही नहीं है यह लोगों का अपना मत है।
बैकुंठपुर जनपद उपाध्यक्ष भी करा रहीं वॉल पेंटिग,गिनवा रहीं सरकार की उपलब्धि
बैकुंठपुर जनपद उपाध्यक्ष भी हाल फिलहाल में सक्रिय नजर आ रही हैं। अपने अब तक के कार्यकाल में यह पहला अवसर है जब उन्हे पार्टी का प्रचार व्यापक तौर पर करते देखा जा रहा है। कभी विधायक की करीबी रहीं और वर्तमान में उनसे दूर चल रहीं जनपद उपाध्यक्ष वॉल पेंटिंग के जरिए शासन और सरकार की बड़ाई करती नजर आ रही हैं। हाल फिलहाल में जनपद उपाध्यक्ष की सक्रियता काफी बढ़ी हुई नजर आ रही है और यह भ्रमण भी करती नजर आ रही हैं और लगभग हर समाजिक और सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर आ रही हैं।