- लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरमिरी की स्थापना सन 1953 में..1981 में इसे शासकीय महाविद्यालय का दर्जा मिला
- कॉलेज को 5 साल पूर्व छग शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने पीजी कॉलेज का दर्जा दिया था
- नैक में अच्छी ग्रेडिंग मिलने से कई फायदे..शिक्षकों व छात्रों की मेहनत से एक बार फिर कॉलेज सरगुजा संभाग में अपनी पहचान स्थापित किया
चिरमिरी 26 मई 2023 (घटती-घटना)। राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) बैंगलोर ग्रेडिंग में शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरमिरी को बी प्लस-प्लस ग्रेड मिला है। महाविद्यालय को यह ग्रेड मिलना बड़ी उपलब्धि है जिसके लिए नामी कालेज भी एड़ी चोटी का जोर लगाते हैं। इसके पूर्व 2017 में प्रथम चक्र के नैक मूल्यांकन में कॉलेज को 1.61 सीजीपीए के साथ सी ग्रेड मिला था। दूसरे चक्र में छलांग लगाकर 2.82 सीजीपीए के साथ सी प्लस प्लस ग्रेड हासिल करना महाविद्यालय के लिए महत्वपूर्ण उपलब्ध है। यह ग्रेडिंग पांच वर्ष के लिए मान्य होगी। महाविद्यालय को बी प्लस-प्लस ग्रेड मिलने पर प्राचार्य डा. राम किंकर पाण्डेय ने प्रबंधन सहित सभी विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग व प्रयास से यह संभव हो पाया है।
आपको बता दें कि ग्रेडिंग प्रक्रिया भारत के किसी संस्थान, कालेज या विश्वविद्यालय में मूल्यांकन प्रक्रिया, फेकल्टी, रिसर्च, बुनियादी ढांचा, संसाधन, संगठन, प्रशासन, वित्तीय स्थिति, नतीजे, कैरिकुलम, अध्यापन, शिक्षण व्यवस्था आदि का मूल्यांकन किया जाता है। इसके आधार पर यहां ग्रेडिग तय की जाती है। ग्रेडिंग तय होने के बाद ही महाविद्यालय के सुविधाओं में विस्तार होगा। नैक ग्रेडिंग के लिए शिक्षण संस्थान आवेदन करते हैं। आवेदन के बाद नैक को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट संस्था के द्वारा भेजी जाती है जिसकी जांच के उपरांत नैक पियर टीम द्वारा संस्थान का दौरा कर उपरोक्त व्यवस्थाओं की जांच की जाती है। इसके बाद सीजीपीए व ग्रेड जारी किए जाते हैं।
चिरमिरी महाविद्यालय 2.82 अंक के साथ बेहतर स्थान हासिल
गौरतलब है कि कि नैक द्वारा महाविद्यालयों को ग्रेड जारी की है। इसमें चिरमिरी महाविद्यालय 2.82 अंक के साथ बेहतर स्थान हासिल हुआ है। नैक पियर टीम द्वारा 1 व 2 मई को 7 बिंदुओं के आधार पर मूल्यांकन किया था। इसमें कैरीकूलम आस्पेक्ट्स में 3.45, टीचिंग, लर्निग एण्ड इवेल्यूएशन में 2.85, रिसर्च इनोवेशन्स एण्ड एक्सटेंशन में 1.77, इन्फ्रास्ट्रक्चर एण्ड लर्निंग रिर्सोसेस में 3.2, स्टूडेंट सपोर्ट एण्ड प्रोग्रेशन में 2.79, गवर्नेंस लीडरशिप एण्ड मैनेजमेंट में 2.57 और इंस्टीट्यूशनल वेल्यूस एण्ड बेस्ट प्रेक्टिसेस में 3.1 औसत ग्रेड प्वाइंट प्राप्त हुए हैं। कॉलेज को बी प्लस प्लस ग्रेड मिलने से विद्यार्थियों को शिक्षा व रिसर्च एवं नवाचार में काफी फायदा मिलेगा। साथ ही इस ऐतिहासिक महाविद्यालय का गौरव वापस लौटेगा।
शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरमिरी की प्रगति पथ पर अग्रसर
आपको बता दें कि शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरमिरी की स्थापना सन 1953 में स्वर्गीय विभूति भूषण लाहिड़ी जी ने इस कोयलांचल और वनांचल में उच्च शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु की थी। 1981 में इसे शासकीय महाविद्यालय का दर्जा मिला। वहीँ इस कॉलेज को 5 साल पूर्व छग शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने पीजी कॉलेज का दर्जा दिया था। अब नैक में अच्छी ग्रेडिंग मिलने से कई फायदे होंगे। शिक्षकों व छात्रों की मेहनत से फिर एक बार यह कॉलेज सरगुजा संभाग में अपनी पहचान स्थापित कर रहा है।
महाविद्यालय की 10 महीनों की मेहनत रंग लाई है
नैक द्वारा ग्रेडिंग मिलने के उपरांत चर्चा के दौरान विद्यार्थियों ने बताया कि महाविद्यालय की 10 महीनों की मेहनत रंग लाई है, विद्यार्थियों ने कहा कि प्राचार्य डॉ राम किंकर पाण्डेय के प्राचार्य के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद महज 10 महीनों में कॉलेज में कई क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। प्राचार्य डॉ पाण्डेय के निर्देशन और मार्गदर्शन समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के भरपूर सहयोग से लाहिड़ी महाविद्यालय का स्वर्णिम और गौरवशाली इतिहास वापस लौट रहा है।
छात्रों के हित में कई परिवर्तन किए गए: डॉ. राम किंकर पाण्डेय
कॉलेज प्राचार्य डॉ. राम किंकर पाण्डेय ने बताया कि नैक मूल्यांकन में 2.82 सीजीपीए प्राप्त कर बी प्लस प्लस ग्रेड मिलने से कॉलेज में छात्रों से लेकर स्टाफ व व्याख्याताओं में खुशी का माहौल है। मैंने अपने 10 माह के कार्यकाल में कॉलेज परिसर में छात्रों के हित में कई परिवर्तन किए गए हैं। इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए समस्त विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर, स्टाफ सहित विद्यार्थी बधाई के पात्र हैं। साथ ही उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सचिव श्री भुवनेश यादव, आयुक्त श्रीमती शारदा शर्मा और राज्य स्तरीय गुणवत्ता प्रकोष्ठ प्रभारी प्रोफेसर जी ए घनश्याम का का विशेष आभार जिनके मार्गदर्शन में यह सब संभव हो सका है।