- क्या सही में विधायक गुलाब कमरों गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के एमसीबी जिलाध्यक्ष से क्षुब्ध हो चुके हैं?
- सोनहत भरतपुर विधायक व गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष दोनों एक ही गांव से लेकिन राजनीति अलग-अलग पार्टी से
- गोंडवाना का भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में अच्छा जनाधार है 26 हजार वोट विधानसभा चुनाव में मिले थे गोंडवाना को
- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एमसीबी जिलाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र,विधायक गुलाब कमरों से बताया खतरा
–रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़,20 मई 2023 (घटती-घटना)। केवल सिंह मरकाम गोडवाना गणतंत्र पार्टी एमसीबी जिलाध्यक्ष ने भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों को लेकर बड़ा आरोप लगाया है उन्होंने बताया है उन्हें सूचना मिल रही है की सत्ता पर काबिज विधायक के द्वारा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों जैसे सोनहत ब्लॉक अध्यक्ष, भरतपुर ब्लॉक अध्यक्ष मनेन्द्रगढ़ नगर अध्यक्ष एमसीबी जिलाध्यक्ष और भी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने व झूठे मामले में फसाने का षडयंत्र किया जा रहा है, जिस बात का अभास जिला अध्यक्ष केवल सिंह मरकाम को पूर्व में ही हो चुका था, यही वजह थी कि इस शिकायत से पहले ही वह इसकी सूचना पुलिस विभाग को दे दिए थे और शक जताया था कि उनके ऊपर षड्यंत्र के तहत झूठी शिकायत की जा सकती। जिसकी जानकारी उन्ही के कुछ नेताओं से मिली और जिसको लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारियों में भय व्याप्त है और उनके साथ कोई घटना घटती है तो उसका जिम्मेदार स्थानीय विधायक होंगे, वहीं केवल सिंह ने यह भी आरोप लगाया है की यदि हमारे पार्टी के किसी भी पदाधिकारी के साथ या खुद मेरे साथ कभी भी अप्रिय घटना घट होती है उसे इस शिकायत से जोड़कर देखा जाए। ऐसी कुछ घटना अगर घटित होगी तो उसकी पूरी श्रेय भरतपुर सोनहत विधायक की होगी, हमारी पार्टी द्वारा उनकी कमियों के खिलाफ बोला जा रहा है और इसी वजह से वह नाराज चल रहे हैं और हमे नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे है ताकि उन्हें राजनीति करने का मौका मिल सके क्योंकि एमसीबी जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को भी ज्ञापन दिए गए हैं उनमें से किसी का निराकरण नहीं हुआ है, वही पूरी मामले को लेकर गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष केवल सिंह मरकाम ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत कर निवेदन किया है की मुझे मेरे साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती है इसका अंदेशा है जिस वजह से में इस बात की सूचना आपको पहले से ही प्रदान कर रहा हूँ यदि किसी भी प्रकार की घटना होती है तो उसे लिखी बातों से जोड़कर देखा जाए।
गौरतलब है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष केवल सिंह मरकाम भरतपुर सोनहत विधानसभा के विधायक गुलाब कमरो के गृहग्राम साल्ही के उप सरपंच भी है समय समय पर केवल सिंह मरकाम गुलाब कमरो की नाकामियों को मंचो के माध्यम से व सोशल मीडिया में गिनाते नजर आते है गुलाब कमरो चाहकर भी केवल सिंह मरकाम को उप सरपंच बनने से नहीं रोक पाए, गोंडवाना का भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में अच्छा जनाधार है 26 हजार वोट विधानसभा चुनाव में मिले थे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को और यही वजह है की स्थानीय विधायक गोंडवाना का वर्चस्व कम करना चाह रहें हैं यह केवल सिंह मरकाम का आरोप है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष ने खुद सहित पार्टी के पदाधिकारियों की सुरक्षा के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। अपनी गुहार में उन्होंने भरतपुर सोनहत विधायक से खतरा बताया है और इसके लिए वह सुरक्षा चाहते हैं। मामले में मुख्यमंत्री क्या निर्णय लेते हैं यह अलग ही विषय है लेकिन सत्ताधारी दल के विधायक पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की तरफ से यह बड़ा आरोप है।
बेहतर प्रशासन की उम्मीद,क्या सत्ता पाने के बाद उन लोगों को वैसा प्रशासन मिला?
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एमसीबी जिलाध्यक्ष केवल सिंह मरकाम ने कहीं बहुत गंभीर बात उन्होंने कहा कि सत्ता में आने का मतलब सिर्फ अपना ही देखना नहीं होता सत्ता में आने का मतलब होता है जिसने सत्ता दिलाई है जिसने आप को चुना है उनका भी ध्यान आपको रखना होता है, पर सत्ता पाने के बाद यदि आप उन लोगों को भूल जाए जो आपको सत्ता दिलाया था कि आप उनके सुख-दुख को समझोगे, उन्हें एक बेहतर प्रशासन दोगे जो उनकी सुनेगा पर क्या सत्ता पाने के बाद उन लोगों को वैसा प्रशासन मिला? जैसे प्रशासन की उम्मीद कर रहे थे? यदि वर्तमान समय की बात की जाए तो प्रशासन गहरी नींद में शो रहा है उसे सिर्फ कमाई दिख रही है ना कि उनके कमाई से लोगों को होने वाली समस्या दिख रही है, न्याय व्यवस्था भी चरमरा ने लगा है, क्योंकि समाज की सुरक्षा करने वाले भी समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं, समाज के नुकसान से वह अपनी कमाई कर रहा है, क्या इसी दिन के लिए लोगों ने आपको सत्ता दी थी? यदि आपको सत्ता दी है तो सवाल तो आप ही से होंगे, आलोचनाएं व प्रशंसा दोनों आपकी है, पर आप सुनते किसको हैं यह आपके कर्तव्यों पर आधारित है, यदि आज आपकी आलोचना हो रही है तो आपको उस आलोचना से सीख लेनी चाहिए ना की आलोचना करने वाले को दुश्मन बना कर उससे द्वेष पालना चाहिए, आपकी कमियां दिखाना यह भी एक विपक्ष का काम है, सत्ता से सिर्फ यही सवाल है कि आप जनता का हित कितना देख रहे हैं? जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी कितनी है? जनता न्याय के नाम पर परेशान तो नहीं हो रही? कहीं आप जनता को बेवकूफ समझ कर उसका शोषण तो नहीं कर रहे? यह सवाल इसलिए आपसे हो रहा है क्योंकि लगता है आप भी अपने निरंकुश प्रशासन को नींद में देखना चाहते हैं, आप नहीं चाहते कि आपकी प्रशासन नींद से जागे और आप को चुने वाले के लिए सोचे। मनेंद्रगढ़ मुख्यालय का सिटी कोतवाली पर कितने आरोपों से घिरा हुआ है यह किसी से छुपा नहीं है फिर भी संरक्षण किसका है यह इन आरोपों से आप अंदाजा लगया जा सकता है। सोनहत भरतपुर विधायक एवं मनेंद्रगढ़ विधायक से थाना प्रभारी को लेकर उठाए सवाल मनेंद्रगढ़ सिटी कोतवाली थाना प्रभारी पर कई आरोप शिकायत पत्र पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कलेक्टर कार्यालय में प्रशासनिक थाना प्रभारी पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?
क्या पुलिस प्रशासन की कमी नही दिख रही दोनों विधायक को या फिर संरक्षण देर रहे?
जिसके थाना प्रभारी के उपर कई आरोप है जो जग जाहिर है, आरोपों पर ध्यान दिया जाए तो बिना फिटनेश वाले वाहन ने दिव्यांग आरोपी को पकड़ने कई पुलिस कर्मी हुए थे रवाना, जिस वाहन का फिटनेश था फेल,दुर्घटना के बाद हुआ था एक्टिव, वह भी आरोप काफी पड़ा था और जांच का विषय था जहां एक दिव्यांग को पकड़ने के लिए चार से पांच पुलिसकर्मी थाना में बल की कमी होने के बावजूद चले गए थे जबकि 2 से 3 पुलिसकर्मी भी उस आरोपी को पकड़ कर ला सकते थे, उसे लाने में भी लापरवाही साफ दिखी थी पर उस लापरवाही पर किसी का ध्यान नहीं गया, उस लापरवाही को छुपाने का ही प्रयास किया गया। दूसरों की उपलçध को अपने सर लेने के लिए स्थल बदला कर मनेन्द्रगढ़ पुलिस के सर सफलता का सेहरा बांधा गया था उस मामले में भी पुलिस पर आरोप है। बिना महिला पुलिसकर्मी के एक महिला के घर रात में शराब पकड़ने का छापा डालना, कांग्रेस नेताओं ने नेशनल हाइवे पर थाना प्रभारी के सामने की थी गाली गलौज,नहीं हुई कार्यवाही सत्ता पक्ष एवं मुख्य विपक्ष सिर्फ राजनीतिक बातें कर रहे हैं जनहित के मुद्दे पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी निष्पक्ष आवाज उठा रही है। कुछ पर कार्रवाई ना करना क्या दर्शाता है एमसीबी जिले में पुलिस प्रशासन टाइमपास के लिए रखा गया है। शहर में अवैध कारोबार किस कदर फल फूल रहे हैं यह किसी से छुपा नहीं है पर पुलिस प्रशासन नींद में या फिर नींद की आड़ में कमाई ही इनका उद्देश्य।
प्रशासन के कुछ पद ऐसे होते हैं जिसे व्यवस्था के तहत बदलना अनिवार्य होता है
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी एमसीबी जिलाध्यक्ष केवल सिंह मरकाम ने कहा प्रशासन के कुछ पद ऐसे होते हैं जिसे व्यवस्था के तहत बदलना अनिवार्य जो साल 2 साल में बदले जाते हैं पर वर्तमान स्थिति में ऐसा होता दिख नहीं रहा बदलने की प्रक्रिया करप्शन व भ्रष्टाचार लोगों को बचाने के लिए की जाती है, अक्सर देखा जाता है कि बैंकों के मैनेजर से लेकर कर्मचारी तक बदले दिए जाते हैं जिला के कलेक्टर, एसपी, तहसीलदार, एसडीएम बदले जाते हैं, थाना के थाना प्रभारी से लेकर उनके निचले कर्मचारी बदले जाते हैं कार्यालयों के बाबू बदले जाते हैं, पर ऐसा कौन सा नस मनेंद्रगढ़ के थाना प्रभारी दबाकर बैठे हैं कि 3 साल में इन्हें बदलने के लिए पुलिस प्रशासन सोच नहीं पाई?
क्या भाजपा से कम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से ज्यादा भयभीत हैं भरतपुर सोनहत विधायक
पूरे मामले में यह भी सोचने वाली बात है जो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष के आरोपों के बाद सामने आ रहा है की भरतपुर सोनहत विधायक को अपने विधानसभा में भाजपा से कम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से ज्यादा खतरा है चुनावों के मद्देनजर। गुलाब कमरों भाजपा नेताओं के खिलाफ कभी मुखर नजर नहीं आए न ही भाजपा नेताओं ने ही ऐसा कोई आरोप लगाया जिसमे विधायक उन्हे परेशान करते सुने गए हों वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष सीधा सीधा आरोप विधायक पर लगा रहें हैं और जिसके बाद यह सवाल जरूर खड़ा होता है की क्या विधायक को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनावों के मद्देनजर ज्यादा खतरा है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का अच्छा जनाधार है भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में
बता दें की भरतपुर सोनहत विधानसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का अच्छा जनाधार है,पिछले चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को 26 हजार मत प्राप्त हुए थे वहीं हाल में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और अधिक सक्रिय नजर आ रही है और उम्मीद है की वह इस चुनाव में और बेहतर प्रदर्शन करेगी। पूरे मामले को इसी बढ़ते जनाधार का कारण सूत्र बता रहें हैं।