- एक थाने में थानेदार ने किया 3 साल पूरा,3 साल पूरा करने वाले संभवत संभाग के पहले थानेदार हो सकते सचिन सिंह
- 2 आईजी बदले,4 एसपी बदले…जिला बंटा दो जिलों में,नही बदले तो सिर्फ एक थाने के थानेदार,एक ही थाने में 3 साल पूरा कर बनाया नया कीर्तिमान
- 20 मई 2020 से सरगुजा के दो आईजी बदल गए,कोरिया के 3 एसपी बदल गए पर नहीं बदला तो मनेंद्रगढ़ के थानेदार
- सरगुजा संभाग में संभवतः पहले थानेदार होंगे जिन्होंने तीन साल से एक ही थाने में पदस्थ होकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया
- 36 महीने में 31 महीना उपनिरीक्षक बनकर व 5 महीने निरीक्षक बनकर एक ही थाने में 3 साल किया पूरा
- निरीक्षक बनने के 5 महीने बाद भी नहीं हुआ तबादला ऐसी कौन सी नस उच्च अधिकारियों की दवा कर बैठे हैं मनेंद्रगढ़ के थानेदार?
-रवि सिंह –
मनेंद्रगढ़ 19 मई 2023 (घटती-घटना)। सरगुजा संभाग का अविभाजित कोरिया जिला जिसका एक बड़ा थाना मनेंद्रगढ़ कभी हुआ करता था जो आज जिले के दो भागों में बंटने के बाद नवीन जिले में शामिल हो गया है जब यह थाना कोरिया में आया करता था उस समय 20 मई 2020 कोरिया के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन सिंह द्वारा सचिन सिंह उप निरीक्षक को मनेंद्रगढ़ थाना का प्रभारी बनाया गया था,जिसके बाद से सरगुजा संभाग के दो आईजी बदल गए तीसरे आईजी का कार्यकाल चल रहा है वही कोरिया जिले के 3 पुलिस अधीक्षक बदल गए और नवीन जिले में एक नए पुलिस अधीक्षक मिल गए, नवीन जिले को अस्तित्व में आए तकरीबन 6 महीने होने को है थाना वही है सिर्फ जिला नवीन हो गया पर उस थाना के थाना प्रभारी अभी तक नहीं बदले गए, 20 मई 2023 को मनेंद्रगढ़ के थाना प्रभारी का 3 साल पूरा हो जाएगा, इस तरह मनेंद्रगढ़ के थाना प्रभारी की उपलçध को देखा जाए तो एक थाना में रहते हुए उप निरीक्षक से निरीक्षक बन गए पुराना जिले से नया जिला बन गया पर थाना प्रभारी का थाने का प्रभार नहीं बदला जो कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ थाना के लिए भी एक ऐतिहासिक व यादगार मामला हो गया है,मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी का नाम एक थाना में 3 साल पूरा करने वाले संभाग के पहले थाना प्रभारी के रूप में शुमार हो चुका है।
थाना प्रभारी की पकड़ है ऊंची,अधिकारी भी थाना प्रभारी के सामने हैं नतमस्तक
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की पकड़ इतनी ऊंची है की उनके सामने अधिकारी भी नतमस्तक हैं और इसीलिए वह तीन सालों से एक ही पुलिस थाने में प्रभारी बनकर काम कर रहें हैं। थाना प्रभारी का तीसरा साल एक ही थाने में वह भी जिला मुख्यालय के थाने में कार्यकाल को देखकर यह बात सही भी लगती है। सूत्रों की माने तो थाना प्रभारी की पहुंच प्रदेश के सबसे बड़े नेता के घर तक है और यही वजह है की जिले के आला अधिकारी उन्हे अन्यत्र भेजने से परहेज रखते हैं या यह कहें एक तरह से डरते हैं।
गंभीर आरोपों के बाद भी उच्च अधिकारी थाना प्रभारी को अन्यत्र भेज पाने में होते रहे असफल
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी पर उनके मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने का प्रभारी रहते हुए कई बार गंभीर आरोप लगे और इसके बाद भी उन्हे मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने से हटा पाने में जिले के उच्च अधिकारी असफल रहे। इसके पीछे की वजह उनकी ऊपर तक की पकड़ को माना जा रहा है और अधिकारियों पर उनका दबदबा इतना है की वह बिना वर्दी भी कई बार कई महत्वपूर्ण अवसरों पर नजर आए लेकिन उन पर कार्यवाही की हिम्मत किसी अधिकारी ने नहीं दिखाई।
इकलौते थाना प्रभारी जिन्हें मिला हुआ है अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों का संरक्षण
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी इकलौते थाना प्रभारी हैं जिन्हे अधिकारियों का भी संरक्षण मिला हुआ है और जनप्रतिनिधियों का भी। मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी को इसके अलावा छूटभईये नेताओं का भी इन्हे साथ मिला हुआ है। छुटभईये नेता तो थाना प्रभारी के लिए वाद विवाद के लिए भी तैयार रहते हैं और थाना प्रभारी के कसीदे पढ़ने से भी वह पीछे नहीं हटते। कुलमिलाकर थाना प्रभारी सभी को अपनी तरफ करने में माहिर हैं ।
आरोप नंबर 1
बिना फिटनेश वाले वाहन ने दिव्यांग आरोपी को पकड़ने कई पुलिस कर्मी हुए थे रवाना,वाहन का फिटनेश था फेल,दुर्घटना के बाद हुआ एक्टिव
पुलिस द्वारा मध्यप्रदेश आरोपी को पकड़ने जाने मामले में वाहन का दुर्घटनाग्रस्त होना और मौके पर चालक की मौत वही पुलिसकर्मियों का घायल होना हर दिन इसमें अलग-अलग बातें सामने आती जा रही हैं विगत दिनों दुर्घटनाग्रस्त वाहन के फिटनेस समाप्त होने को लेकर गवर्नमेंट के वेबसाइट एम परिवहन में फिटनेस फेल दिख रहा था, यह फिटनेस 6 दिसंबर तक फेल दिख रहा था जैसे ही सोशल मीडिया व अखबारों में यह खबर बनी 7 दिसंबर से फिटनेस ऑनलाइन अपडेट हो गया, जिसे लेकर तरह-तरह के सवाल अब उठ खड़े हो गए हैं कि आखिर यह फिटनेस ऑनलाइन क्यों अपडेट नहीं दिख रहा था और मामला मीडिया व सुर्खियों में आने के बाद ही अपडेट क्यों हुआ? क्या फिटनेस को बैक डेट से बनाया गया? ताकि पुलिस की फजीहत कम हो सके ऐसे तमाम तरह के सवाल इस समय लोगों के जहन में घूम रहे हैं। अब इस वाहन की फिटनेस के ऑनलाइन होने के बाद इस वाहन की फिटनेस की जांच को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं और यह कहा जा रहा है कि इस फिटनेस को लेकर कहीं ना कहीं संदेह व्याप्त है जिसे लेकर जांच की मांग भी होने लगी पर जाँच में क्या आया आज तक वह मामला पहेली बनी हुई है। मनेंद्रगढ़ पुलिस टीम का वाहन मध्यप्रदेश के भेड़ाघाट के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुआ था उस मामले में जिस आरोपी को पकड़ने मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने की पूरी टीम मतलब अधिकांश पुलिसकर्मी मध्यप्रदेश गए हुए थे वह दिव्यांग है और उसको पकड़ने पूरा पुलिस थाना खाली करके जाना वह भी तब जब पुलिस महानिरीक्षक का मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र में ही पहला दौरा हो सवाल खड़ा करने वाला मामला लगता था उस समय भी जाँच की बात आई पर वह भी मामला पुलिस के होने की वजह से ठंडे बस्ते में गया।
आरोप नंबर 2
उपलब्धिको अपने सर लेने के लिए स्थल बदला कर मनेन्द्रगढ़ पुलिस के सर सफलता का सेहरा बांध ने का आरोप
अविभजित कोरिया जिले से ही मनेन्द्रगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे है और नवीन जिला एमसीबी बने के बाद भी मनेन्द्रगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ थे थे साथ ही आरोप लगा था, आरोप था की 10 नवम्बर 2022 पुलिस को मध्यप्रदेश व छाीसगढ़ के शरहद घुटराटोली पर अवैध शराब पकड़ने में सफलता मिली, जो झगराखाण्ड थाने के अंतर्गत आता है, यहां सफलता अबकारी विभाग के कुछ कर्मचारियों के सहयोग से मिली पर इसका श्रेय पुलिस अकेले ले रही, जहां पर इसकी सूचना झगड़ाखंड प्रभारी को दी गई पर मनेंद्रगढ़ थाने से कुछ पुलिसकर्मी वहा पहुच उस गाड़ी का चाभी छीन और उपलçध को अपने सर लेने के लिए स्थल बदला कर मनेन्द्रगढ़ पुलिस के सर सफलता का सेहरा बांध दिया और अधिकारी भी मुख्य दर्शक बने रहे। पुलिस ने विज्ञप्ति कहा की सायबर सेल / थाना मनेन्द्रगढ़ एवं चौकी खोंगापानी की सयुंक्त कार्यवाही है अवैध शराब एवं नशीली पदार्थों के विरूद्ध लगातार प्रभावी कार्यवाही करने का निर्देश किया जा रहा था। उसी तारतम्य में 10 नवम्बर 2022 को सायबर सेल को मुखबिर से सूचना मिला कि अम्बिकापुर का एक व्यक्ति बरतराई मध्यप्रदेश तरफ से अपने सफेद रंग का स्वीफ्ट डिजायर कार वाहन के सीजी 4 केजे 9700 में अंग्रेजी शराब विक्रय करने हेतु अम्बिकापुर की ओर लेकर जा रहा है। सूचना पर संदेही वाहन को पकड़ाने सिटी कोतवाली मनेन्द्रगढ़ एवं थाना झगराखाण्ड से अलग अलग टीम बनाकर चनवारीडाड फारेस्ट बेरियर के पास मेन रोड मनेन्द्रगढ़ में घेराबंदी करने लगे उसी समय रामनगर, खोंगापानी की ओर से मनेन्द्रगढ़ की ओर आने वाला मेन रोड में सफेद रंग का स्वीफ्ट डिजायर कार वाहन के सीजी 04 केजे 9700 आते दिखा जो पुलिस को देखकर अपने कार को लेकर भागने लगा जिसे दौड़ाकर पकड़ा गया।
आरोप नंबर 3
बिना महिला पुलिसकर्मी के एक महिला के घर रात में शराब पकड़ने का छापा डालना
थाना प्रभारी पर दूसरा बड़ा आरोप है एक महिला के घर रात में शराब पकड़ने के लिए छापा डालने का जिसमे महिला पुलिसकर्मी शामिल नहीं थीं। अंधेरे में महिला के घर में पुरुष पुलिसकर्मियों ने छापा डाला और यह कानूनन गलत है जबकि महिला पुलिसकर्मी का होना आवश्यक था।
आरोप नंबर 4
कांग्रेस नेताओं ने नेशनल हाइवे पर थाना प्रभारी के सामने की थी गाली गलौज,नहीं हुई कार्यवाही
इन्ही के सामने नेशनल हाइवे पर कांग्रेस नेताओं ने जमकर गाली गलौज की थी जिस दौरान यह खुद मौजूद थे लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।