- सरगुजा आईजी को नहीं पसंद है अवैध कारोबारी व अवैध कारोबार
- कोल माफिया व कबाडि़यों ने खूब की अवैध कमाई अब कड़क आईपीएस बने सर दर्द
- एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र का पुराना कुरासिया वर्कशॉप में दिनदहाड़े कबाडि़यों का आतंक होगा खत्म
–रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी,17 मई 2023 (घटती-घटना)। अविभाजित कोरिया का चिरमिरी, मनेंद्रगढ़ व पटना क्षेत्र कोयला व अवैध कबाड़ का गढ़ बना हुआ था, सरगुजा आईजी के आते ही पहले इसी पर ही अंकुश लगाने का प्रयास किया गया है, अवैध कोयले का कारोबार पूर्णता इस समय बंद है और अब कबाड़ीयों का भी कारोबार पूर्णता बंद होगा जिसके लिए आईजी तैयार हैं। सरगुजा रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग को कोरिया जिला पहले से ही जानता है भले से ही उनका कार्यकाल कोरिया के लिए कुछ महीनों का था पर यह कुछ महीने भी उन लोगों के लिए दिक्कत भरा था जो अवैध कारोबार के बादशाह बने बैठे थे। चिरमिरी क्षेत्र में जहां कोयले का अवैध कारोबार दिनदहाड़े जेसीबी से जारी था उस पर सरगुजा रेंज के आईजी ने जिलों के उच्च अधिकारियों को चेतावनी देकर बंद करा दिया, वही इस क्षेत्र के कबाड़ी अभी भी सक्रिय थे अब इनकी सक्रियता पर भी आईजी का फरमान जारी है नहीं होनी चाहिए कोयले व कबाड़ का अवैध काम।
ज्ञात हो कि एसईसीएल के कर्मचारी वहां भए ग्रस्त होकर ड्यूटी करने पर मजबूर थे दिनदहाड़े झुंड के झुंड धारदार हथियारों के साथ कबाड़ी वहां के कर्मचारियों को डरा धमका कर लोहे के बने कई बड़े-बड़े शेड को काट डाल रहे थे। दिनदहाड़े लगातार चोरी होने के पश्चात भी स्थानीय पुलिस कर्मचारी कुम्भकर्णी नींद में सोए हुई थी, जिसे अब सरगुजा आईजी ने नींद से जगा दिया है और अब उन्हें नींद में भी आईजी साहब की बातें याद आती है, वहीं एसईसीएल के आला अधिकारी अपने एसी वाले कमरे में गर्मी का आनंद लेते हुए नजर आते हैं। यहां के कर्मचारियों पर एक-एक दिन ड्यूटी करना भारी पड़ रहा था। एसईसीएल कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि हमारे ऊपर कभी भी कबाड़ीओं के द्वारा धारदार हथियारों से हमला किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? कर्मचारियों के सामने एसईसीएल के बड़े-बड़े शेड को चोरों के द्वारा दिनदहाड़े काटकर ले जाया गया था। लेकिन वहां के कर्मचारी देख कर भी लाचार थे। स्थानीय कर्मचारियों के द्वारा कुरासिया सब एरिया को इस बात की लिखित सूचना दी गई लेकिन आज दिनांक तक इस पर कोई कार्यवाही एसईसीएल प्रबंधक व पुलिस द्वारा नहीं की गई। एसईसीएल प्रबंधक के द्वारा करोड़ों का लोहा जो एसईसीएल का धरोहर है उसको प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से कबाड़ीओ के हाथों बेच दिया गया। वहीं एसईसीएल सहायक उप सुरक्षा कुरासिया समूह के निरीक्षक सरजू साय के द्वारा पत्रकारों से दूरभाष के माध्यम से चर्चा किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा लिखित तौर पर एसईसीएल के कुरासिया सब एरिया अरुण सिंह चौहान को सूचना दिया गया है। अब आईजी सरगुजा से ही उम्मीद बची है।
आईजी ने ठाना है अवैध कारोबार बंद कराना है
सरगुजा आईजी ने लगभग ठान लिया है की संभाग में अब अवैध कारोबार पूरी तरह बंद होंगे। बता दें की अवैध कोयले का कारोबार पहले ही आईजी के निर्देश पर बंद कराया जा चुका है वहीं अब आईजी अवैध कबाड़ का भी धंधा बंद कराने में जुटने वाले हैं ऐसी खबरें सामने आ रही हैं। आईजी सरगुजा ने सभी पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दे दिया है की किसी भी हाल में अवैध कारोबार बर्दास्त नहीं किया जायेगा और उसी का पालन सभी जिला अधिकारी कर रहे हैं।
अविभाजित कोरिया जिला अवैध कोयले सहित अवैध कबाड़ का गढ़ बन चुका है
अवैध कबाड़ और अवैध कोयले का कारोबार संभाग में सबसे बड़े स्तर पर कहीं होता है तो वह अविभाजित कोरिया जिले में होता है यह जगजाहिर है। अविभाजित कोरिया जिले में अवैध कारोबारियों के हौसले इतने बुलंद हैं की वह कालरी कर्मचारियों के जान के भी दुश्मन बनकर अवैध कारोबार करते हैं जिसकी बानगी कई बार देखने को मिली है जब कालरी कर्मचारियों पर जानलेवा हमला भी किया गया। अविभाजित कोरिया जिले में कोयले और कबाड़ के कारोबार में लिप्त लोग कानून को खुलेआम चुनौती देने से भी बाज नहीं आते जो देखा जाता रहा है।
पुलिस की संलिप्तता भी अवैध कारोबार को बढ़ने में करती रही है मदद
अविभाजित कोरिया जिले के कई पुलिस थाने ऐसे हैं जहां अवैध कबाड़ और कोयले का कारोबार धड़ल्ले से होता चला आ रहा है। अवैध करोबार में पुलिस की संलिप्तता बराबर की रही है इस बात से इसलिए भी इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि दिन में भी यह कारोबार जारी रहता है। बताया तो यह भी जाता है की थानों में महीना तय रहता है और एक एक कर्मचारी का हिस्सा अवैध कारोबारी बड़े ईमानदारी से तय करते हैं और उन्हे हिस्सा देते भी हैं और यही वजह है की पुलिस इन कामों पर अंकुश लगाने की बजाए इसको बढ़ने में मदद करती चली आ रही है।
जिले का कोयला और कबाड़ बड़ी मात्रा में भेजा जाता है अन्य राज्य
अविभाजित कोरिया जिले से अवैध कोयला और कबाड़ चोरी कर अन्य राज्यों को भेजा जाता है। इस पूरे काम में बड़े बड़े सफेदपोश भी शामिल हैं और वही यह चोरी का काम करते हैं। यह पूरा कारोबार एक वर्ष में करोड़ों का होता है और इसमें शामिल लोग बड़े इत्मीनान से यह काम करते चले आ रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग मिलता चला आ रहा है अवैध कारोबारियों को
अवैध करोबार में लगे हुए लोगों को जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग मिलता चला आ रहा है इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अवैध करोबार में जो लोग लगे हुए हैं वह जिसकी भी सत्ता हो उसकी तरफ होकर लगातार अवैध कारोबार करते चले आ रहे हैं। अवैध कारोबारियों को सत्ताधारी दल के नेताओं के सबसे करीब पाया जाता है। जिस दल का भी नेता हो वह उसे अपनी ओर करने में इन्हे हुनर प्राप्त है। आज तक सरकार भले ही बदलती रही हो लेकिन अवैध कारोबारी वही हैं और वह नेताओं के साथ मंचों पर भी लगातार नजर आते हैं। ऐसा लगता है की जनप्रतिनिधियों का अवैध कारोबारियों के बिना काम नहीं चलने वाला और अवैध कारोबारियों का तो बिना नेताओं के काम चलना ही नहीं है।