शराब घोटाले को लेकर भाजपा खड़गवां मंडल ने मुख्यमंत्री व आबकारी मंत्री का किया पुतला दहन
भाजपा ने विरोध के दौरान जोरदार की नारेबाजी मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
–रवि सिंह-
चिरमिरी/खड़गवां,12 मई 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में उजागर हुए 2000 करोड़ के शराब घोटाला मामले को लेकर कांग्रेस सरकार का विरोध करते हुए भाजपा खड़गवां मंडल ने गत दिवस रतनपुर बाजार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आबकारी मंत्री कवासी लखमा का पुतला दहन किया और जोरदार नारेबाजी करते हुए एक मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा।
भाजपा खड़गवां मंडल के द्वारा मुख्यमंत्री और आपकारी मंत्री के पुतला दहन को लेकर खड़गवां मंडल के साप्ताहिक बाजार ग्राम रतनपुर में आम सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि बीते साढ़े 4 वर्ष में कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। शराबबंदी का वादा करने वाली भूपेश सरकार ने शराब को निजी आय का जरिया बना लिया है छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को शराब की बुरी तरह से लत लग चुकी है। छत्तीसगढ़ में शराब माफियाओं और अवैध कार्यों में लिप्त लोगों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आबकारी मंत्री कवासी लखमा का संरक्षण प्राप्त है। आज छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में उप भट्टी खोलकर लोगों के घरों में भूपेश सरकार शराब परोसने का काम कर रही है। श्री जायसवाल ने आगे कहा कि शराब घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला है जो दिल्ली शराब घोटाला से कहीं ज्यादा संगीन है। अभी तक रेत घोटाले के अलावा कोयला घोटाला, चावल घोटाला, सीमेंट घोटाला, तबादला घोटाला समेत प्रदेश के हर तरह के संसाधनों की लूट मचा कर कांग्रेस की यह बेईमान सरकार अंग्रेजों से भी अधिक बेरहमी से छत्तीसगढ़ को लूटने का काम कर रही है। घोटाले की श्रंखला में भूपेश सरकार ने मनमोहन सरकार को भी इन्होंने पीछे छोड़ दिया है। इस घोटाले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आबकारी मंत्री कवासी लखमा के संरक्षण में अनवर ढेबर द्वारा एक संगठित अपराधिक सिंडिकेट का निर्माण किया गया। बड़ी संख्या में प्रदेश भर के सैकड़ों दुकानों में कच्ची शराब अवैध रूप से खा पाया गया। इस शराब से प्रदेशवासियों की जान को खतरा होते हुए भी पूर्ण संरक्षण देते हुए प्रदेश के शराब दुकानों में खपाया गया। फैक्ट्री में शराब बनाकर सीधे दुकानों में कब आना और कांग्रेसी नेताओं के खजाने में जमा होना बेहद संगीन मामला है। जहरीली शराब से हुई मौतों को भी भूपेश सरकार ने शराब बेचने का बहाना बना दिया। मुख्यमंत्री को नैतिकता के नाते इस्तीफा देकर प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए वहीं अबकारी मंत्री कवासी लखमा पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ जैसे सात्विक भोले भाले लोगों के आश्रय स्थल को आज कांग्रेस राज में अपराधियों माफियाओं का अड्डा बना दिया गया है। आगामी नवंबर में इसका जवाब छत्तीसगढ़ की जनता भूपेश सरकार को देगी। इस दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष जनार्दन साहू, जिला कोषाध्यक्ष मुकेश जयसवाल, मंडल अध्यक्ष रामलाल साहू, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष रामप्रताप ने भी उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए भूपेश सरकार को जमकर कोसा। जिसके उपरांत रतनपुर चौक तक पैदल मार्च करते हुए सभी ने जोरदार नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री का पुतला रतनपुर चौक में जलाया गया। जिसे पुलिस द्वारा छीनने का काफी प्रयास किया गया लेकिन भाजपाइयों ने पुतला जला कर अपना विरोध प्रकट किया।