बैकुण्ठपुर @क्या भाजपा जिलाध्यक्ष पुत्र की पसंद से कोरिया भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकारिणी हुई घोषित?

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  • भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकारिणी में कोरिया भाजपा जिलाध्यक्ष परिवार के सदस्यों को मिली जगह।
  • कार्यकारणी जारी होने के बाद सोशल मीडिया में हो रही पाटी की किरकिरी।
  • भाजपा में पत्नी से लेकर बेटे तक को दे दी गई जगह जबकि छोटे भाई से लेकर समर्पित कार्यकर्ता पद से दूर क्यों?
  • भाजपा युवा मोर्चा की जिला कार्यकारिणी में प्रोटोकॉल का नहीं हुआ पालन चार से ज्यादा उपाध्यक्ष व मंत्री बनाए गए।
  • पटना मंडल में पटना के एक भी युवा को कार्यकारिणी में नहीं मिली जगह।
  • भाजपा जिलाध्यक्ष छिंदिया से भी अपने रिश्तेदार को दिलाई कार्यकारिणी में जगह।

बैकुण्ठपुर 11 मई 2023 (घटती-घटना)। कोरिया में प्रायवेट लिमिटेड कंपनी की तरह काम रहे भाजपा जिलाध्यक्ष के द्वारा पार्टी के नियम कायदों को ताक पर रख दिया गया है, मैं,मैं और मैं की राजनीति करने वाले भाजपा के जिलाध्यक्ष ने पार्टी को तार तार कर दिया है। कोरिया में पार्टी भारी गुटबाजी की भेंट चढ गई है,कार्यकर्ता गई गुटो में बटे नजर आ रहे हैं। हाल ही में पार्टी की युवा इकाई के गठन के बाद भी भारी असंतोष देखा जा रहा है, कभी झंडा न उठाने वाले और भाजपा जिलाध्यक्ष का चरण वंदन करने वालों को पद देकर बैठा दिया गया है जबकि कई वर्षो से पार्टी के लिए बूथ स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं कों साईड लगा दिया गया है जिला मुख्यालय में भी ऐसे लोगो को कार्यकारणी में शामिल किया गया है जो कभी भी पार्टी कार्यक्रम में नही देखे गये। बतलाया जाता है कि पार्टी को इन दिनों भाजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र के द्वारा संचालित किया जा रहा है, पुत्र के पसंद पर ही युवा मोर्चा की कार्यकारणी घोषित किया जाना बतलाया जा रहा है तो वहीं कार्यकारणी में जिलाध्यक्ष के परिवार के कई सदस्यों के नाम देखे जा सकते हैं। पूर्व में भाजपा की कार्यकारणी में पत्नी को पद दिया गया है जबकि पार्टी के लिए काम करने वाले भाई को पद से दूर कर दिया गया पति पत्नी और पुत्र का भाजपा में रोल बढ गया है,तो वहीं कार्यकारणी के बाद सोशल मीडिया में तमाम आरोप लगाये गये हैं पार्टी को प्रायवेट लिमिटेड की तरह चलाये जाने से भारी असंतोष व्याप्त है आने वाले चुनाव में इससे नुकसान हो सकता है।
पिता भाजपा जिलाध्यक्ष-पुत्र युवा मोर्चा महामंत्री
कोरिया जिले में भाजपा के जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल हैं जिन्हे पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े के समर्थन के बाद दूसरी बार अध्यक्ष बनने का मौका दिया गया है। तो वहीं पिछले दिनों युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद पर चरण वंदन करने वाले कार्यकर्ता हितेष प्रताप सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। तीन दिन पहले युवा मोर्चा की जिला कार्यकारणी भी गठित की गई है जिसमें कि भाजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र कुणाल जायसवाल को जिला महामंत्री बनाया गया है। इससे पार्टी कार्यकर्ता भारी नाराज हैं एक कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष पार्टी को अपने घर की पार्टी बनाकर काम कर रहे हैं जो मन में आ रहा है वह काम हो रहा है। बड़े नेताओं से सलाह मशवीरा किये बिना कार्यकारणी बनाई जा रही है,कई कार्यकर्ता ऐसे हैं जो कि बूथ स्तर पर काम करते हैं लेकिन उन्हे पद से दूर कर दिया गया है जबकि पुत्र को पिता की वजह से पद दिया गया। पद के लिए योग्यता सिर्फ यह है कि वह जिलाध्यक्ष के पुत्र हैं, पार्टी में जिलाध्यक्ष पुत्र का योगदान नगण्य है। कार्यकर्ता ने कहा कि इन दिनों पार्टी को जिलाध्यक्ष के पुत्र द्वारा संचालित किया जा रहा है यह बडा¸ ही दुर्भाग्य का विषय है। पुत्र की पसंद पर ही युवा मोर्चा कार्यकारणी बनाये जाने की बात कही जा रही है। एक अन्य कार्यकर्ता को भी पद दिया गया है जो कि जिलाध्यक्ष के परिवार से ही नाता रखते हैं।
पूर्व मंत्री समर्थकों की भी हुई छुट्टी
पूरी कार्यकारणी को देखने के बाद इस बार यह कहा जा सकता है कि इसमें पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े से भी सलाह नही लिया गया और न ही उन्हे महत्व दिया गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष अंचल राजवाड़े भैयालाल राजवाड़े के समर्थक रहे हैं उन्हे हटाये जाने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष और पूर्व मंत्री के बीच दूरी की खबरें आम हो गई हैं। इस वजह से इस कार्यकारणी में उनके समर्थकों को दूर कर दिया गया है। नाम के लिए कुछ कार्यकताओं को जबरिया का पद दिया गया है जिससे वे खुश नही हैं। पार्टी के मंडल अध्यक्षों व भाजपा जिला कार्यकारिणी में शामिल नेताओं से भी किसी प्रकार की चर्चा नही की गई,युवा मोर्चा की कार्यकारणी भाजपा जिलाध्यक्ष और उनके पुत्र की मर्जी से बनाई गई है। जिससे की नाराजगी होना लाजमी है।
सोशल मीडिया में कार्यकारणी को लेकर उठा सवाल
भाजपा युवा मोर्चा की कार्यकारणी घोषित होने के बाद नाराजगी का असर यह है कि रूष्ठ कार्यकर्ता सोशल मीडिया में खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। चरचा क्षेत्र के कार्यकर्ता रोशन ओझा ने युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष की ओर इशारा करते हुए सोशल मीडिया में लिखा है कि आज बुआ वाले बबुआ बन गया और बबुआ बनकर पेड़ा खा लिए। तथा पुत्र मोह में पार्टी ही खा जाएंगे। इस प्रकार की नाराजगी सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही है। चुनावी वर्ष में कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी पर भारी पड़ सकती है।
युवा कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल,शहर में कार्यकर्ताओं की कमी
भारतीय जनता पार्टी गुटबाजी के कारण जिला मुख्यालय में काफी कमजोर हो चुकी है,नये कार्यकर्ता पार्टी के संपर्क में बिल्कुल नही है। वही घिसे पिटे चेहरे पार्टी के हर विंग में काम करते देखे जाते हैें। जारी हुई कार्यकारणी मे ऐसे ऐसे चेहरे शामिल किये गये हैं जिन्हे यह तक नही मालूम होगा कि पार्टी का स्थापना दिवस कब है। एक परिवार विशेष को खासा तवज्जो कार्यकारणी मे दिया गया है। भाजपा की जिला कार्यकारणी से लेकर मंडल और फिर युवा मोर्चा की कार्यकारणी में भी परिवार विशेष की महत्वपूर्ण भूमिका देखी जा रही है जिससे कि पार्टी का बेड़ागर्क हो रहा है। चंद कार्यकर्ता जो कि भाजपा जिलाध्यक्ष का चरण वंदन करते फिरते हैं और जिलाध्यक्ष पुत्र के साथी हैं उन्हे ही पद दिया गया है। शहर में कई ऐसे चेहरे हैं जो कि पार्टी के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं और कई मौके पर पार्टी के लिए काम भी करते हैं लेकिन दुर्भावनावश उन्हे पद न देकर उपेक्षित किया जा रहा है।
शैलेष शिवहरे के संपर्क में आने वाले कार्यकर्ताओं को पद से दूर
पूर्व में भाजपा की जिला कार्यकारणी जारी हुई जिसमें भाजपा नेता शैलेष शिवहरे के संपर्क में रहने वाले कार्यकर्ताओं को पद से दूर कर दिया गया । और अब युवा मोर्चा की कार्यकारणी में भी उनके समर्थको को दूर कर दिया गया है जिलाध्यक्ष की इस नीति से नाराजगी काफी बढ रही है। शैलेष शिवहरे एक जनाधार वाले नेता हैं और उनकी व्यवहार कुशलता तथा मदद की भावना के कारण उनके इर्द गिर्द कई कार्यकर्ता रहते हैं लेकिन उन्हे सिर्फ इसलिए पद नही दिया गया क्योंकि वे श्री शिवहरे के संपर्क में रहते हैं। विश्वस्त सूत्रों ने बतलाया कि युवा मोर्चा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष पूर्व में शैलेष शिवहरे के समर्थक रहे हैं लेकिन पद की चाह में उन्होने शैलेष शिवहरे का साथ छोड़ दिया जिसके बाद जिलाध्यक्ष का पद दिया गया है। युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी कई कार्यकर्ताओं को शैलेष शिवहरे से दूर रहने की हिदायत दे रहे हैं ऐसा पार्टी कार्यकर्ताओं के मुंह से ही सुना जा रहा है। कार्यकारणी देखकर यह स्पष्ट भी है कि इसमें भी शैलैष शिवहरे समर्थक कार्यकर्ताओं को दूर कर दिया गया है।
युवा मोर्चा के माध्यम से गुटबाजी कर रहे जिलाध्यक्ष?
पार्टी के वरिष्ठ नेता भाजपा जिलाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से काफी असंतुष्ट हैं,लोग खुद को काफी उपेक्षित महसूस करने लगे हैं। संगठन की एक मर्यादा में बंधे रहने के कारण कोई नेता कुछ बोलना नही चाहते लेकिन अंदर ही अंदर भारी आक्रोश पनप रहा है। नेताओं का कहना है जिलाध्यक्ष द्वारा वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर अब युवा मोर्चा को आगे कर गुटबाजी किया जा रहा है।
क्या विधानसभा की तैयारी में अपना गुट बना रहे जिलाध्यक्ष?
लोगो का कहना है कि भाजपा जिलाध्यक्ष अब कालरी की नौकरी से रिटायर हो चुके हैं उन्हे कार्यकर्ता तो पसंद करते नही जनता में पसंद का कोई सवाल ही पैदा नही होता। लेकिन इसके बावजूद वे आगामी विधानसभा चुनाव में खुद के लिए टिकट की चाह रख रहे हैं। इसी तैयारी के लिए जिलाध्यक्ष द्वारा अपना एक अलग गुट बहुत ही चतुराई से तैयार किया जा रहा है, कार्यकर्ताओं को पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े और जिला उपाध्यक्ष शैलैष शिवहरे के संपर्क से दूर किया जा रहा है,पार्टी मे एक ऐसा वातावरण तैयार कर दिया गया है जिससे कि कई कार्यकर्ता दोनो बड़े नेताओं के संपर्क में आने से बच रहे हैं। पार्टी नेतृत्व को इस विषय पर संज्ञान लेने की जरूरत है ।


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