- संवाददाता –
कोरबा,07 मई 2023 (घटती-घटना)। शहर के सिटी कोतवाली परिसर में स्थित करीब 4 दशक पुरानी पुलिस कॉलोनी है। कॉलोनी के लगभग सभी मकान खस्ताहाल हो चुके हैं, लेकिन आवास की कमी के चलते जिला पुलिस विभाग ने सभी मकानों को कंडम घोषित करने की बजाय करीब 29 मकानों को उस दायरे में लाकर खाली कराया वहीं बाकी बचे 30 मकान अब भी पुलिस कर्मचारियों का परिवार निवासरत है ढ्ढ जो जान जोखिम में डालकर मजबूरी में रह रहे हैं। ऐसा नहीं है कि जिला पुलिस ने कॉलोनी को नए सिरे से तैयार करने का प्रयास नहीं किया। विभाग ने डीएमएफ से 13 करोड़ की लागत से 60 नए मकान की कॉलोनी तैयार करने का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा पर प्रस्ताव को 02 साल हो गए लेकिन स्वीकृति नहीं मिली जिससे अब तक मकानों की मरम्मत नहीं हो पाई है ढ्ढ करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू ने कोतवाली परिसर का निरीक्षण किया तो उन्होंने कॉलोनी के मकान का हाल देखकर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अधिकारियों से उन्होंने प्रस्ताव पर स्वीकृति होने से पूर्व कॉलोनी के मकानों के मरम्मत का निर्देश दिया था, लेकिन अब तक मरम्मत नहीं हो सका द्य तो क्या पुलिस कर्मचारी सुरक्षा ही प्रदान करेंगे उन्हें एवं उनके परिवारों को सुरक्षित रहने का हक नहीं ?
