सैकड़ों शिकायतों के बावजूद मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी पूरा करेंगे मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में अपना तीसरा कार्यकाल
विभागीय पकड़ ऐसी की एक ही पुलिस थाने में बिताए उन्होंने तीन साल, शिकायतों का भी असर उनके कार्यकाल पर नहीं पड़ा
मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने के सूचना पटल पर जब भी जायेगी नजर,सचिन सिंह के कार्यकाल की सराहना होगी
मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में तीन साल प्रभारी बनकर कार्य करने वाले पहले थाना प्रभारी बनेंगे सचिन सिंह
–रवि सिंह –
मनेन्द्रगढ़ ,01 मई 2023(घटती-घटना)। नवीन जिले एमसीबी के गठन से पूर्व से ही मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी बनकर कार्य कर रहे तत्कालीन उप निरीक्षक एवम वर्तमान में निरीक्षक सचिन सिंह मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में इतिहास रचने जा रहें हैं। वह मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने के ऐसे प्रभारी बनने जा रहे हैं जिनको एक ही पुलिस थाने में लगातार कार्य करते हुए प्रभारी बनकर 3 साल होने जा रहें हैं। 21 मई 2023 को उनके एक ही पुलिस थाने में तीन सालों का कार्यकाल पूरा हो जायेगा और वह एक नया इतिहास पुलिस विभाग के हिसाब से लिख चुके होंगे। सैकड़ों शिकायतों और बिना वर्दी भी ड्यूटी करने वाले निरीक्षक सचिन सिंह को पूरे तीन सालों के कार्यकाल में एकबार भी पुलिस थाना मनेंद्रगढ़ से अन्यत्र नहीं भेजा गया और वह एक ही जगह अपना तीन साल बिना किसी रोकटोक के काटने जा रहें हैं।

उप निरीक्षक से निरीक्षक बने फिर भी नहीं हुआ तबादला
सचिन सिंह एक ऐसे निरीक्षक हैं जिन्हे उप निरीक्षक से निरीक्षक पद पर पदोन्नति मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी रहते हुए मिली,पदोन्नति पश्चात तबादले का नियम भी है लेकिन इन्हें हटाने की हिम्मत बड़े अधिकारियों में नहीं दिखी और यह पदोन्नत होकर भी मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में ही जमे रहे। अविभाजित कोरिया जिले के समय से ही इनकी पदस्थापना मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में बनी हुई थी जो जिला विभाजन के बाद भी बनी हुई है और यह एक कीर्तिमान की ओर अग्रसर हैं।
राजनीतिक पकड़ है मजबूत,वरिष्ठ अधिकारियों से भी है मधुर संबंध
थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ सचिन सिंह के बारे में जैसा की बताया जाता है इनकी राजनीतिक पकड़ मजबूत है और इनकी अपने वरिष्ठ अधिकारियों से भी अच्छी बनती है और यही वजह है की इनकी पदस्थापना बदलने में किसी को कोई रुचि नहीं होती। थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ सचिन सिंह राजनीति में इतनी ऊंची पकड़ रखते हैं की बताया जाता है की प्रदेश के सााधारी दल के सबसे बड़े ओहदे पर बैठे राजनेता से उनकी अच्छी घनिष्ठता है और यही वजह है वह एक ही पुलिस थाने में तीसरा साल बिताने जा रहें हैं।
सत्ता धारी दल के नेता थाना प्रभारी का करते रहते हैं गुणगान
थाना प्रभारी का सत्ताधारी दल के नेताओं पर भी बेहतर पकड़ है,उनकी किसी मामले में यदि कोई बुराई होती भी है तो तत्काल सत्ताधारी दल के नेता सामने आ जाते हैं और थाना प्रभारी का गुणगान कर उनकी महिमा मंडन में लग जाते हैं। यदि सत्ताधारी दल के नेताओं की बात की जाए तो अधिकांश थाना प्रभारी के गुणगान में ही रत नजर आते हैं और उनकी ही लय में लय मिलाते हैं।
शिकायतों पर भी वरिष्ठ अधिकारी बने रहते हैं मौन,नहीं होती प्रभारी पर कोई कार्यवाही
थाना प्रभारी की शिकायतें कई सामने आईं और कई बार शिकायत सार्वजनिक भी हुई लेकिन शिकायतों को लेकर वरिष्ठ अधिकारी मौन ही साधे रहे हैं और थाना प्रभारी के ऊपर तबादले की भी कार्यवाही नहीं होती। इस सभी की वजह थाना प्रभारी की ऊंची पकड़ को माना जाता है और इसीलिए बड़े अधिकारी उनसे भय भी खाते हैं।