- देवाडांड़ से पेंडरी व्हाया मंगोरा मार्ग पर बन रहे पुल का हो रहा गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य निर्माण सामाग्री गुणवत्ता
- विहीन गिट्टी एवं ओवर साइज गिट्टी का उपयोग कर करोड़ों के लागत की पुल का निर्माण कार्य ठेकेदार के द्वारा धड़ल्ले से?
- लोक निर्माण सेतु निगम विभाग के अधिकारीओ के संरक्षण में ठेकेदार के द्वारा कराया जा रहा निर्माण कार्य?
- इस करोड़ों की लागत का पुल बिना आर एम सी प्लांट के निमित्त किया जा रहा है क्या इसकी गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह नहीं लग रहा है?
- क्या इस करोड़ों के लागत के पुल निर्माण कार्य को क्वालिटी कंट्रोल के द्वारा बिना आर एम सी प्लांट के कैसे निर्माण कार्य की अनुमति दे दी गई इस पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है?
- इस पुल की लम्बाई 425.0 0मी कुल पाते (पीयर) 16 नग कुल स्लैब 17 नग (प्रत्येक स्लैब की लम्बाई 25.00मी.) इतना लम्बा पुल ठेकेदार के द्वारा बिना आर एम सी प्लांट के निर्माण कार्य किया जा रहा है क्या ये सेतु निगम के नियम शर्तों के तहत उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है?
–राजेन्द्र शर्मा –
खड़गवां,23 अप्रैल 2023 (घटती-घटना)। देवाडाड से पेंडरी व्हाया मंगोरा से जाने वाले मार्ग पर ग्राम पंचायत मंगोरा में बुधरा नदी में उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य में लोक निर्माण सेतु निगम विभाग के द्वारा नियम शर्तों को दरकिनार कर ठेकेदार के द्वारा विभाग के अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर 18.16 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन पुल में बिना आर एम सी प्लांट के निर्माण कार्य को किया जा रहा है जो एक गंभीर जाच का विषय है? जो निर्माणाधीन पुल की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा कर रहा है? जब करोड़ों की लागत का उच्च स्तरीय पुल लोक निर्माण सेतु निगम विभाग के नियम शर्तों एवं मापदंडो के बिना पुल का निर्माण कार्य कैसे करा दिया जा रहा है?
इस उच्च स्तरीय पुल के निर्माण कार्य में जो गिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है वह भी गुणवत्ता विहीन है एवं पुल निर्माण में जो कांक्रीट बिना आर एम सी प्लांट के तैयार किया जा रहा है उसे कैसे मलिटी कंट्रोल के द्वारा पास कर दिया गया होगा जब इस पुल निर्माण कार्य में जिस प्लांट और मशीनों से सामाग्री को तैयार कर गुणवत्ताऔर मापदंड पर निर्माण कार्य किया जाना था वो इस पुल निर्माण कार्य में कहीं नहीं जा रहा है और लोक निर्माण सेतु निगम विभाग के अधिकारियों के आंखों के सामने बिना आर एम सी प्लांट के उच्च स्तरीय पुल का निर्माण कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है। तो इस उच्च स्तरीय पुल की गुणवत्ता क्या होगी ये सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। गुणवत्ता विहीन 20 एम एम गिट्टी की जगह 25 एवं 30 एम एम गिट्टी का धडल्ले से ठेकेदार के द्रारा उपयोग सीमेंट कंक्रीट के लिए किया जा रहा है। करोड़ों की लागत के पुल का निर्माण कार्य बिना आर एम सी ( रेडी मिक्स कंक्रीट) प्लांट किया जा रहा है विभागीय अधिकारियों एवं राज्य स्तर से आई उच्च अधिकारियों की टीम के सामने पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है क्या सही निर्माण कार्य हों रहा है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि ठेकेदार के साथ उच्च स्तरीय अधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से किया जा रहा है।
इस संबंध में लोक निर्माण सेतु निगम विभाग के कार्य पालन अभियंता ने इस पुल निर्माण कार्य में आर सी सी कंक्रीट निर्माण कार्य में आर एम सी प्लांट के बिना पुल का निर्माण कार्य नहीं किया जाना है। इस उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य के साइड इंजिनियर जी आर कवर ने कहा कि पुल निर्माण कार्य में आर एम सी प्लांट के बिना कंक्रीट कार्य किया जा सकता है। अब सवाल ये उठता है कि इस उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य में विभागीय कार्य पालन अभियंता ने कहा कि बिना आर एम सी प्लांट के पुल निर्माण कार्य में कंक्रीट का कार्य नहीं किया जा सकता है ठेकेदार को निर्माण कार्य प्रारंभ से पहले आर एम सी प्लांट लगा कर ही कार्य करना है और एक तरफ पुल निर्माण कार्य के साइड इंजिनियर जी आर कवर कह रहे हैं कि बिना आर एम सी प्लांट के निर्माण कार्य किया जा सकता है अब सवाल उठता है कि इस निर्माण कार्य में हो रही लापरवाही में उच्च अधिकारी के द्वारा दिए गए जानकारी को माने या साइड इंजिनियर जी आर कवर के द्वारा दी गई जानकारी को माने?
विभागीय एस डी ओ फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते
आपको बता दे की देवाडाड से पेंडारी व्हाया मंगोरा के बुधरा नदी में बन रही उच्च स्तरीय पुल में जिसे एस डी ओ के द्वारा निर्माण कार्य का निरीक्षण एवं निर्माण कार्य की गुणवत्ता की देखरेख करने की जिम्मेदारी है वो अधिकारी ना ही स्थानीय ग्रामीणों और अन्य लोगों का फोन ही उठाना मुनासिब नहीं समझते है?