- भाजयुमो जिलाध्यक्ष को पद से हटाकर कोरिया भाजपा ने पेश की मिशाल,क्या सत्ताधारी दल भी कर पाएगी ऐसा?
- अपराधी या आरोपी को पार्टी में नहीं मिलेगा सम्मानजनक स्थान भाजपा कोरिया ने किया स्पष्ट
- क्या सत्ताधारी दल भी पेश करेगी ऐसी ही मिशाल,अवैध कारोबारियों को क्या विधायक खुद से करेंगी दूर?
- अवैध कारोबारियों के साथ कई कार्यक्रमों में शामिल होती चली आ रहीं हैं बैकुंठपुर विधायक
- क्या सााधारी दल की विधायक अवैध कारोबारियों से करेंगी खुद को दूर?
-रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 23 अप्रैल 2023(घटती-घटना)। कोरिया जिला भाजपा ने भाजयुमो कोरिया जिलाध्यक्ष को पद से हटाकर यह साबित कर दिया की भ्रष्टाचार सहित धोखाधड़ी मामले में वह प्रधानमंत्री के दिखाए रास्ते पर चलने वाली है और वह किसी भी ऐसे व्यक्ति को पार्टी में कोई स्थान नहीं देने वाली जो भ्रष्टाचार में लिप्त हो या उसपर भ्रष्टाचार या धोखाधड़ी का आरोप हो। भाजपा कोरिया ने तो यह साबित कर दिया की वह भ्रष्टाचार के खिलाफ है और धोखाधड़ी के खिलाफ है लेकिन क्या सााधारी दल कांग्रेस भी जिले में ऐसी ही मिशाल पेश करेगी जिसमे वह भ्रष्टाचार का विरोध करती नजर आएगी अवैध कारोबारियों को खुद से दूर करती नजर आएगी, वैसे यदि वर्तमान में सत्ताधारी दल की बात करें तो सत्ताधारी दल की विधायक के साथ अवैध कारोबारियों को देखा जा सकता है जो लगातार कई या यह कहें अधिकांश मंचो पर उनके साथ नजर आते रहते हैं और यह कहना गलत भी नहीं होगा की ज्यादा संख्या उन्ही की होती है जो अवैध कार्यों में लिप्त हैं।
सत्ताधारी दल से जुड़े अवैध कारोबारियों के बिना विधायक का कोई दौरा कार्यक्रम संपन्न नहीं होता और ज्यादातर कार्यक्रमों में अवैध कारोबारी ही विधायक के साथ प्रथम पंक्ति में शामिल होते हैं जो देखा जाता रहा है। कार्यक्रमों भीड़ इक्कठा करने की जिम्मेदारी भी इस नजदीकी की वजह मानी जाती है और यह माना जाता है की अवैध कारोबारी ही खर्च कर अपने वाहनों से विधायक के कार्यक्रमों में भीड़ जुटाते हैं और इसलिए ही ऐसे लोगों से विधायक की नजदीकी बढ़ी है। भाजपा ने पूर्व मंत्री के करीबी रिश्तेदार को भाजयुमो जिलाध्यक्ष पद से केवल इसलिए हटाया क्योंकि उसके ऊपर धोखाधड़ी का आरोप लगा है और मामले में वह जमानत पर बाहर है। भाजपा कोरिया ने पूर्व मंत्री की पार्टी में ऊंची पकड़ को भी दरकिनार करते हुए यह निर्णय लिया और मिशाल कायम किया जबकि सत्ताधारी दल से इसी तरह के मिशाल की उम्मीद लोगों को है।
विभिन्न अवैध कार्यों में लिप्त लोगों की मौजूदगी देखी जाती है सत्ताधारी दल के कार्यक्रमों में
सत्ताधारी दल कांग्रेस की यदि बात की जाए कोरिया जिले में तो यह अमूमन देखा जाता आ रहा है की कार्यक्रमों में अवैध कारोबारियों की उपस्थिति बराबर बनी रहती है। अवैध कारोबारी पार्टी कार्यक्रमों में साथ ही विधायक के कार्यक्रमों में सबसे आगे बढ़चढकर नजर आते हैं और वही कार्यक्रमों की सफलता होते हैं यह कहना भी गलत नहीं होगा। ऐसे में यह कहना भी गलत नहीं होगा की अवैध कारोबारियों और सत्ताधारी दल का आपसी तालमेल काफी गहरा है और वह इसे तोड़ने के पक्ष में बिल्कुल नहीं है और यही वजह है की उनकी उपस्थिति हर कार्यक्रमों में बनी रहती है।
भाजपा की तरह कांग्रेस से भी लोगों को उम्मीद,क्या कांग्रेस भी अवैध कारोबारियों को खुद से करेगी दूर
कोरिया भाजपा ने धोखाधड़ी मामले में आरोपी भाजयुमो जिलाध्यक्ष को पद से हटा दिया है, ऐसा करके भाजपा ने यह साबित कर दिया है की वह भ्रष्टाचार मामले में किसी को छूट देने के पक्ष में बिलकुल नहीं है और भले ही वह कोई भी क्यों न हो। कोरिया भाजपा के इस निर्णय के बाद सत्ताधारी दल कांग्रेस से भी लोगों की उम्मीद बढ़ी है की वह भी अवैध कारोबारियों को खुद से दूर करके एक मिशाल कायम करेगी और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता साबित करेगी।
अवैध कारोबारी करते हैं कई तरह के अवैध कारोबार,सत्ताधारी दल में भी है उनकी अच्छी धमक
सत्ताधारी दल एवम विधायक के साथ रहने वाले कई ऐसे सत्ताधारी दल के नेता हैं जो कई तरह के अवैध कारोबार करते हैं और इसके बावजूद उनकी धमक पार्टी में भी काफी अच्छी है। जुआ,कोयले के अवैध कारोबार सहित कई अन्य अवैध कार्यों में लिप्त लोगों की सत्ताधारी दल में काफी सक्रियता है और वह पार्टी के कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका में भी नजर आते हैं। पार्टी एक तरह से इनके आगे नतमस्तक है और इन्हीं के इशारे पर पार्टी के कार्यक्रम होते है यह देखा जाता आ रहा है।। अवैध कारोबारी अपने अवैध कारोबार को सत्ताधारी दल के साथ जुड़कर बेहतर ढंग से संचालित भी कर रहें हैं और भ्रष्टाचार को किस तरह सत्ताधारी दल पाल पोस रही है यह लगातार देखा जा रहा है।
सत्ता का अवैध कार्यों के लिए किया जा रहा उपयोग,प्रशासन भी अवैध कारोबारियों के आगे मजबूर
अवैध कारोबारी सत्ताधारी दल के सहारे अपने कारोबार को जहां आगे बढ़ा रहें है वहीं प्रशासन मजबूर है क्योंकि सत्ता के साथ रहने वाले और विधायक के साथ रहने वालों के विरुद्ध वह कार्यवाही करे भी तो कैसे कार्यवाही करे। कुलमिलाकर सत्ता का सहारा लेकर अवैध कारोबारी अपने कारोबार को फैला रहें हैं और प्रशासन को चिढ़ा रहे हैं।