अंबिकापुर,16 अप्रैल 2023 (घटती-घटना)। प्रगतिशील कृषि के लिए करजी कृषि फार्म ने रविवार को करजी कृषि फार्म हाउस में जिले के उन्नतशील किसानों की एक कार्यशाला आयोजित हुई। कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञों की मौजूदगी में आयोजित इस कार्यशाला में सरगुजा के लिए एक भावी कैश क्रॉॅप गुंटूर मिर्च के पैदावार की संभावनाओं पर विशेष रुप से चर्चा की गई। करजी कृषि फार्म ने अपने शोध के आधार पर कार्यशाला में यह जानकारी दी कि सरगुजा जिले का मौसम गुंटूर लाल मिर्च के उपज के लिए बेहद संभावनाओं वाला है। आंध्रप्रदेश का गुंटूर जिला सूखी लाल मिर्च की खेती के लिये प्रसिद्ध है। सरगुजा संभाग में खरीफ के मौसम में जो अपलैण्ड मकई के फसल के लिए उपयोग आते हैं। वहां पर बिना ड्रिप और बिना मंचिंग के इस लाला मिर्च की खेती सफलता पूर्वक की जा सकती है। फर्म संचालक नितेश गुप्ता ने जानकारी दी है कि एक एकड में करीब 12 हजार लाल मिर्च के पौधों का रोपण किया जा सकता है, जिससे न्यूनतम ढाई से चार टन तक की उपज प्राप्त हो सकती है। गुंटूर सूखी लाल मिर्च की विभिन्न किस्मों का बाजार मूल्य 200 रुपए से लेकर 700 रुपए प्रति किलो है। यदि किसान इस फसल को अपनाते हैं तो ये खेती उन्हें मालामाल कर सकती है। सरगुजा संभाग में हजारों एकड का अपलैण्ड रकबा मकई की खेती में प्रयुक्त हो रहा है। इस भू-भाग में बिना किसी विशेष व्यवस्था के बरसाती पानी के सहारे लाल मिर्च की खेती हो सकती है। कार्यशाला में जानकारी दी गई कि सरगुजा में 15 जून से लेकर 10 जुलाई तक का समय गुंटूर लाल मिर्च के पौधरोपण के लिये उपयुक्त है। इस मिर्च का रकबा बढने एवं व्यापक उपत्पादन होने पर भविष्य में मिर्च से संबंधित सहायक उद्योगों के विकास की भी संभावना जताई गयी है। करजी कृषि फार्म में आयोजित इस कार्यशाला में सरगुजा क्षेत्र में अन्य कैश क्रॉप की संभावनाओं पर भी किसानो को जानकारी दी गयी। इनमें ग्रॉफ्टेड शिमला मिर्च, ग्राफ्टेड बैगन, खीरा, टमाटर आदि के उत्पादन से संबंधित नवीनतम तकनीकी को भी साझा किया गया। इस कार्यशाला कई कृषि विशेषज्ञ शामिल होकर किसानों को खेती के नवीन तकनीक एवं नये फसल किस्मों की जानकारी दिये। इनमें सिंजेंटा इंडिया लिमिटेड के जनक पटेल, सोनू सिंह, एरीज इंडिया के वीपी देवेन्द्र तिवारी, निलेश त्रिपाठी, पवन शर्मा, पान सीड इंडिया के आरएम विकास पाण्डेय, वीएनआर के मैनेजर प्रियांशु, नामधारी सीड्स के के संदीप आदि शामिल हैं। कार्यक्रम में सरगुजा क्षेत्र के अनेक प्रगतिशील किसान शामिल हुए, जिनमें ताराचंद गुप्ता, राकेश गुप्ता, मानसून गुप्ता, मो. मुन्ना खान, नीलम शर्मा, हरसाय, सुरेन्द्र सिंह, विनोद गुप्ता, सुरजा गुप्ता, दुर्गा गुप्ता, रामगोपाल राजवाडे, कमलेश गुप्ता, अवधेश यादव, बालकृष्ण यादव, शकील अंसारी, देवेन्द्र मिश्रा आदि सम्मलित है।
टमाटर के रवि फसल पर जोर
करजी कृषि फार्म के संचालक नितेश गुप्ता ने जानकारी दी कि आगामी वर्ष में सरगुजा में टमाटर के रवि फसल का रकबा बढने की संभावना है। उन्होंने जानकारी दी कि जनवरी के बाद बडे रकबे में टमाटर के रवि फसल के पौधरोपण की संभावना है। जिसका उत्पादन मई से प्रारंभ हो जायेगा। अभी क्षेत्र में टमाटर के खरीफ फसल की बुआई होती है। रवि फसल के बुआई के बाद लगभग सालभर क्षेत्र में टमाटर की पैदावार उपलध रहेगी।
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