- कांग्रेस जिला महामंत्री के करीबी ने किया भाजपा प्रवेश,पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कराया भाजपा प्रवेश
- क्यों सत्ताधारी दल से हो रहा कार्यकर्ताओं का मोहभंग,बड़ी संख्या में लोगों ने ली भाजपा की सदस्यता?
- बिहारी लाल राजवाड़े के ही समर्थक भाजपा में प्रवेश करेंगे तो फिर श्री राजवाड़े विधायक को क्या मुंह दिखाएंगे?
- विधायक प्रत्याशी का सपना देखने वाले के समर्थक ही दूसरे पार्टी का कर रहे रुक
- सत्तारूढ़ पार्टी से विधानसभा प्रत्याशी बनने का सपना देखने वाले के असंख्य समर्थकों ने किया दूसरे पार्टी का रुख
- एक ओर गली, नुक्कड़, हॉट और बाजार में सरकार तथा अपनी उपलब्धियों का कर रहे बखान, दूसरी ओर गृह क्षेत्र के लोग ही पार्टी से कर रहे पलायन
- भाजपा का दामन थामने वालों में वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यकर्ता और पूर्व जनपद उपाध्यक्ष समर्थक बड़ी तादाद की बात आ रही सामने
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर,15 अप्रैल 2023 (घटती-घटना)। अक्सर देखा जाता है की राजनीति में जिसकी सरकार स्थापित होती है उसकी तरफ लोगों का रुख होता है और लोग अन्य दलों की विचारधारा छोड़कर सत्ताधारी दल की तरफ रुख करते हैं लेकिन अविभाजित कोरिया जिले में देखा जा रहा है की सत्ताधारी दल से लोगों का मोह भंग हो रहा है और लोग सत्ताधारी दल की सदस्यता विचारधारा छोड़कर अब अन्य दलों की तरफ रुख कर रहें हैं। एमसीबी जिले से शुरू हुआ यह क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब कोरिया जिले में भी बड़ी संख्या में लोगों ने भाजपा प्रवेश कर सत्ताधारी दल की सदस्यता या विचारधारा का त्याग किया है जो सत्ताधारी दल के लिए ऐन चुनाव के समय सही संकेत नहीं है और कहीं न कहीं यह भाजपा प्रवेश यह साबित करता है की सत्ताधारी दल में सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है और आम कार्यकर्ताओं की उपेक्षा इसकी वजह है ऐसा माना जा सकता है। सत्ताधारी दल के सरकार में होने के बावजूद यदि उसके ही कार्यकर्ता उससे नाराज हैं और मोहभंग होने जैसी स्थिति है तो निश्चित ही यह सत्ताधारी दल के लिए शुभ संकेत नहीं है और यह उनके लिए सोचने वाली स्थिति है।
विगत दिनों कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष और वर्तमान में अन्य पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अनिल जायसवाल, जो विगत कई माह से लगातार ग्रामों का एवं बाजारों का भ्रमण कर जनसंपर्क स्थापित करते हुए स्वयं को आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पार्टी की ओर से विधायक प्रत्याशी बतौर प्रस्तुत कर रहे हैं, के गृह ग्राम छिंदिया में बड़ी संख्या में लोगों ने भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल एवं भाजपा के जिला स्तर के अनेक पदाधिकारियों के समक्ष कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में अपनी आस्था जताई और सम्मेलन के जरिए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने वालों में ग्राम पंचायत के समस्त पंच, उपसरपंच, सरपंच समेत वंशानुगत वरिष्ठ कांग्रेसी एवं बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहे। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के पूर्व सभी लोगों ने वर्तमान के कांग्रेस शासन में पूरे पंचायत वासियों को पीडि़त बताया और सम्मेलन में बताया कि किस प्रकार विगत 4 वर्षों में पंचायत में विकास कार्य ठप पड़ा है। सैकड़ों प्रस्ताव के बाद भी कोई कार्य स्वीकृत नहीं हुआ। आम जनता को केवल परेशानी हुई, तुलनात्मक रूप से उन सभी ने बताया कि इसके पूर्व भाजपा का कार्यकाल अच्छा रहा जहां बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यों की तत्कालिक स्वीकृति होती थी, जबकि पंचायत में कांग्रेसी समर्थकों का दबदबा था।
सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का विधिवत लाभ की दे रहे जानकारी इस के बाद भी विपक्षी पार्टी की ओर लोग क्यों कर रहे रुख?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जहां एक और पूर्व जनपद उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल पूरे विधानसभा का भ्रमण कर लोगों से जन संपर्क स्थापित कर रहे हैं और स्वयं को आगामी विधानसभा में बतौर कांग्रेसी उम्मीदवार प्रस्तुत कर रहे हैं, उनके द्वारा सोशल मीडिया में प्रसारित पोस्टों में उनके अनुसार विधानसभा की जनता बहुत खुश और संतुष्ट है। उन्हें सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का विधिवत लाभ प्राप्त हो रहा है। परंतु उनके गृह ग्राम की स्थिति देखने के बाद परिस्थितियां एन उलट नजर आती हैं। यदि जनता वर्तमान सरकार से संतुष्ट होती और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचता तो उनके स्वयं के ग्राम पंचायत में यह स्थिति नजर नहीं आती। जहां पूर्व जनपद उपाध्यक्ष द्वारा पुरे विधानसभा का दौरा कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन का सर्वे किया जा रहा है, परंतु उनके निज ग्राम और उसके आसपास की पंचायतों की स्थिति बदतर है। यही कारण है कि लोग सबसे पुरानी पार्टी का दामन छोड़ आशा भरी नजरों से भाजपा की ओर देख रहे हैं। पूर्व जनपद उपाध्यक्ष द्वारा यदि स्वयं के क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं कराया जा सका, जबकि उनके स्वयं की पार्टी की सरकार और विधायक आसीन हैं, तो फिर चुनाव के समय वोट मांगने के लिए मुद्दा ढूंढना बड़ा मुश्किल कार्य होगा।
पूर्व और वर्तमान जनपद उपाध्यक्ष के गढ़ में भाजपा की सेंध
ग्राम पंचायत छिंदिया बैकुंठपुर विधानसभा का एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर सदैव से कांग्रेस का और कांग्रेसी नेताओं का दबदबा रहा है। यह क्षेत्र वर्तमान में कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष और पूर्व जनपद उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल के साथ वर्तमान जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती आशा महेश साहू का गृह क्षेत्र है। यहां से सदैव कांग्रेसी कार्यकर्ता बतौर जनप्रतिनिधि निर्वाचित होते आ रहे हैं। परंतु विगत और वर्तमान के कार्यकाल को देखा जाए तो इन जनपद प्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली से रुष्ट होकर ही लोगों ने भारतीय जनता पार्टी में अपनी आस्था जताई है। जोकि यह इन दोनों नेताओं के लिए सोचनीय और चिंतनीय विषय है। क्योंकि यह दोनों ही नेता अपने अपने समर्थकों के साथ आगामी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने का मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। मुंगेरीलाल के हसीन सपने में अभी तक बाजी भूतपूर्व जनपद उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल ने मारी है, जिन्होंने स्वयं को आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी घोषित भी कर दिया है। विगत जिला पंचायत के चुनाव में करारी हार और गृह क्षेत्र के कई पोलिंग बूथों में दहाई का आंकड़ा पार न करने के बाद भी आत्मविश्वास से लबरेज भूतपूर्व जनपद उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल का सघन दौरा पूरे विधानसभा में अनवरत जारी है। जो प्रतिदिन सोशल मीडिया में प्रसारित भी किया जाता है। हालांकि गिने-चुने चंद समर्थकों के साथ यह दौरे कितने प्रभावशाली होंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा। परंतु वर्तमान के घटनाक्रम से और गृह क्षेत्र में लोगों के भाजपा में जाने का दुष्प्रभाव पार्टी आलाकमान की नजरों में देखा जा सकता है।
क्षेत्रीय कांग्रेसियों की उदासीनता और अपने स्वयं के कार्यकाल में जनता की अनदेखी, मोहभंग का प्रमुख कारण तो नहीं?
भाजपा ज्वाइन करने वाले एक क्षेत्रवासी व्यक्ति के अनुसार उनका स्वयं का कांग्रेस से पीढि़यों से नाता रहा है। परंतु क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, जो क्षेत्र से निर्वाचित होकर, चाहे वह भूतपूर्व जनपद उपाध्यक्ष की बात हो या वर्तमान जनपद उपाध्यक्ष की, उनके लिए क्षेत्र की अनदेखी और उदासीनता कांग्रेस के प्रति मोहभंग का प्रमुख कारण बना। निर्वाचन पूर्व बड़े-बड़े वादे कर वोट लेने वाले इन जनप्रतिनिधियों ने केवल स्वयं का विकास किया। यही कारण है कि दबी जुबान में इनके क्षेत्र की जनता ने इन्हें नकारात्मक परिणाम देने शुरू कर दिए हैं। जिस की दशा और दिशा कांग्रेस को आगामी चुनाव में देखने को मिलेगी।
कांग्रेस जिला महामंत्री के साथ रहने वाले ने कांग्रेस छोड़ी
कांग्रेस जिला महामंत्री कोरिया के साथ रहने वाले व्यक्ति ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। कभी कांग्रेस जिला महामंत्री के करीबी उनके ही गृह ग्राम के व्यक्ति का भाजपा प्रवेश कांग्रेस जिला महामंत्री की भी जन जुड़ाव और कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों के बीच उनकी पकड़ को कमजोर बताने के लिए काफी है और यह साबित होता है की वर्तमान सरकार और सत्ताधारी दल दोनो ही अपने अपने स्वार्थ सिद्धी में व्यस्त हैं और इसलिए आम कार्यकर्ताओं का पार्टी से मोहभंग हो रहा है। कांग्रेस जिला महामंत्री जिनके पास पहले काफी संख्या में लोगों का एक समर्थक समूह था जो अब लगातार उनसे दूर होता चला जा रहा है और आजकल वह अकेले ही ज्यादा नजर आ रहे हैं। कहने वालों के अनुसार अवसर देखकर दल बदलने में माहिर कांग्रेस जिला महामंत्री से इसलिए भी लोगों की दूरी बढ़ी है क्योंकि वह कब किस तरफ अपना रुख कर लें यह उनके साथ रहने वाला भी नहीं जान पाता है। कुलमिलाकर कांग्रेस जिला महामंत्री की लोकप्रियता लगातार घटती दिख रही है और उनके समर्थकों की संख्या भी अब दहाई तक का आंकड़ा नहीं जोड़ पा रही है। वैसे उनके साथ समर्थकों की संख्या घटने के पीछे की एक वजह यह भी मानी जाती है की वह पहले बैकुंठपुर विधायक को लेकर अलग ही रुख रखा करते थे और अपने समर्थकों को भी विधायक से दूर रहने की ही हिदायत दिया करते थे लेकिन बाद में वह विधायक के सबसे खास बन गए और समर्थकों को उन्होंने अकेला छोड़ दिया। विधायक के साथ जाने से उन्हे फायदा भी हुआ लेकिन अन्य उनके ही समर्थक किनारे होते चले गए जिसका उन्होंने ध्यान भी नहीं रखा।
पूर्व राज्यसभा सांसद की उपस्थिति में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया भाजपा प्रवेश
पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम की उपस्थिति में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रवेश किया है। बता दें की ग्राम पूटा में पहुंचे पूर्व राज्यसभा सांसद ने कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा में प्रवेश दिलाया और उन्हे पार्टी की सदस्यता प्रदान की।