- शिवपुर चरचा नगरपालिका क्षेत्र में दिख रहा अध्यक्ष पति का हस्तक्षेप
- सिर्फ पोस्टर में नजर आ रहीं अध्यक्ष लालमुनी यादव
- बैठक से लेकर निर्माण कार्य व साफ-सफाई के लिए अध्यक्ष पति सक्रिय
- सोशल मीडिया मे भी दिखाई दे रही सक्रियता
- रील के माध्यम से अपनी नेतागिरी चमकाने के साथ-साथ रील के माध्यम से विकास भी बता रहे
- नेताजी की रील बनाने में हो गए है पूरी तरह मसगुल
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 13 अप्रैल 2023 (घटती-घटना)। एसईसीएल कर्मचारी व कांग्रेस के युवा नेता इस समय रील को लेकर काफी सुर्खियों में रहते हैं इन्हें रील वाला नेता जी भी जिले में लोग कहने लगे हैं यही वजह है कि रील वाले नेता जी के नाम से यह प्रसिद्ध हो गए है नेताजी, हर दिन 3 से 4 रील बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट करते हैं और बताते हैं कि उनसे दमदार नेता कोई नहीं विकास पुरुष है वो, इनके रील बनाने व नेतागिरी चमकाने को लेकर आलोचनाएं भी जमकर होने लगी है।
कोरिया जिले में विभाजन के बाद अब मात्र 2 नगरीय निकाय शेष है, बैकुंठपुर नगरीय निकाय में अध्यक्ष भाजपा समर्थित हैं तो वहीं शिवपुर चरचा नगरीय निकाय में कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और क्षेत्रीय विधायक भी कांग्रेस समर्थित इसलिए शिवपुर नगरीय निकाय में इन दिनों अध्यक्ष लालमुनी यादव सिर्फ पोस्टर में सीमित हैं जबकि उनके कालरी कर्मी पति नगर पालिका के हर काम में हस्तक्षेप करते हुए दिखलाई दे रहे हैं, पति अपनी पत्नी अध्यक्ष के बदले सुबह से साफ-सफाई से लेकर हर निर्माण कार्य में उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं,बतलाया जाता है कि क्षेत्रीय विधायक का खास होने के कारण अध्यक्ष पति का हस्तक्षेप कुछ ज्यादा ही बढ गया है। सोशल मीडिया में उनकी सक्रियता भी साउथ फिल्म के मुख्य किरदार की तरह देखने को मिल रही है,बैकुंठपुर स्थित रामानुज पैलेस से भी वे बकायदा रील बनाते नजर आते हैं।
नगरपालिका में बढ़ा अध्यक्ष पति का हस्तक्षेप
शिवपुर चरचा नगरपालिका में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित लालमुनी यादव काबिज हैं,उनके पति भूपेन्द्र यादव कांग्रेस के इकाई अध्यक्ष हैं और कालरी कर्मी भी है। बतलाया जाता है कि नगरपालिका अध्यक्ष लालमुनी यादव सिर्फ कागज पर एक नाम है बाकि का सारा काम उनके पति भूपेंद्र यादव देखते हैं। प्रति दिन अध्यक्ष भले ही निकाय कार्यालय न जायें लेकिन उनके पति रोज निकाय कार्यालय जाते हैं। कार्यालय का संचालन भी उनके हिसाब से हो रहा है। निर्माण कार्यो से लेकर हर छोटी-बड़ी खरीदी को कैसे मैनेज करना है वह सिर्फ और सिर्फ अध्यक्ष पति के ईशारे पर हो रहा है। निर्माण कार्य कहां होना है कहां नही,वह काम कौन करेगा यह सिर्फ और सिर्फ अध्यक्ष पति के ईशारे पर हो रहा है।
निर्माण कार्य की देखरेख भी करते हैं अध्यक्ष पति
चरचा नगरपालिका क्षेत्र में जितने भी निर्माण कार्य चल रहे हैं वह सिर्फ अध्यक्ष पति के दिशा निर्देशन पर संचालित होते हैं निकाय के अधिकारी उनके आगे नतमस्तक दिखलाई देते हैं,आलम यह है कि अध्यक्ष पति बकायदा निर्माण कार्यो का निरीक्षण करते रहते हैं,कभी कभार ही अध्यक्ष लालमुनी यादव को फिल्ड में देखा जाता है। बाकि सड़क,नाली,छठ घाट आदि सभी निर्माण कार्यो में उनके पति सक्रिय नजर आ रहे हैं। काम किया है काम करेंगे के स्लोगन के साथ अध्यक्ष पति अपनी राजनैतिक रोटी सेकने मे मशगूल हैं। अध्यक्ष पति को सोशल मीडिया का भी जबरजस्त नशा है।
गुटबाजी को भी मिला बल
शिवपुर चरचा नगरीय निकाय क्षेत्र में कांग्रेस में लड़ाई भी खुलकर सामने दिखलाई देती है,वहां एक गुट पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अजीत लकड़ा का है जबकि दूसरा गुट वर्तमान अध्यक्ष पति भूपेंद्र यादव का है। क्षेत्रीय विधायक अंबिका सिंहदेव का खास होने के कारण भूपेंद्र यादव को चरचा कांग्रेस इकाई का अध्यक्ष बनाया गया है,इसलिए वहां पर वे सर्वेसर्वा बनकर दूसरे गुट को नीचा दिखलाने में कोई कमी नही कर रहे हैं। दूसरा गुट श्री यादव एवं क्षेत्रीय विधायक से काफी असंतुष्ट है। निकाय क्षेत्र में भूपेंद्र यादव समर्थक पार्षदों की संख्या भी ज्यादा है इसलिए वे अन्य गुट के पार्षद को भी महत्व नही देते। दूसरे गुट को हासिए पर रखने के कारण यहां पार्टी कार्यकर्ताओं में भी आपसी खीचतान देखा जाता है।
रामानुज पैलेस बना रील बनाने का केन्द्र
अध्यक्ष पति भूपेंद्र यादव कालरी कर्मी तो हैं ही और वे क्षेत्रीय विधायक के भी अति खास हैं,इसलिए विधायक के निवास रामानुज पैलेस में आए दिन उनका आना जाना लगा रहता है पिछले दिनों श्री यादव अपने समर्थको के साथ पैलेस पहुंचे थे जहां उन्होने साउथ फिल्म के कलाकार की तरह रील बनाकर खुद को बड़ा नेता बतलाने की कोशिश की थी,खुद आगे और बाकी समर्थक पीछे चल रहे थे और यह रील बनाकर सोशल मीडिया में डाला गया था। अध्यक्ष पति का रामानुज पैलेस में बना रील चर्चा का केन्द्र बना हुआ था,लोगो का कहना है कि इस प्रकार का रील तो कभी क्षेत्रीय विधायक का भी नही देखा गया लेकिन उनके खास समर्थक का रील काफी चर्चित हुआ। अध्यक्ष लिखे हुए ब्लैक कार में भी वे बेफिक्र होकर घुमते हैं जो कि निमय का भी उल्ल्ंघन है लेकिन उन पर कार्यवाही करने की हिम्मत भी किसी में नही है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अध्यक्ष पति क्षेत्रीय विधायक का खास होने के साथ ही प्रदेश में सत्तारूढ दल के सदस्य हैं इसलिए चरचा नगरीय निकाय में पत्नी को अध्यक्ष सिर्फ नाम का बनाकर सभी कार्यो में खुद का हस्तक्षेप करते हैं उन पर किसी का रोक नही है।