अंबिकापुर,31 मार्च 2023 (घटती-घटना)।देश में लोकतंत्र को नष्ट करने का काम किया जा रहा है। प्रजातंत्र के सर्वोच्च मंदिर में किसी को अपनी बात रखने का अवसर न देना खतरे का संकेत है। उक्त बातें शनिवार को स्थानीय राजनीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कही। राहुल गांधी की संसद सदस्यता को समाप्त करने के पूरे घटनाक्रम का यौरा रखते स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कहा कि राहुल गांधी के विरूद्ध मानहानि का याचिका लगाया जाता है, पुनः याचिकाकर्ता द्वारा याचिका वापस ले लिया जाता है, दूसरे जज के आने पर सुनवाई प्रारंभ होती है और चंद दिनों में इस पर फैसला सुना दिया जाता है। फैसला सुनाने के बाद उसी अदालत द्वारा अपने फैसले को 30 दिन के लिए सस्पेंड करके 30 दिन का समय राहुल गांधी को दिया जाता है। इधर फैसले के बाद प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा के स्पीकर से चर्चा करने की बात सामने आती है और अगले दिन इनके संसद से निष्कासन की सूचना मिलती है। अदालत द्वारा फैसले को सस्पेंड करने के बाद भी लोकसभा के स्पीकर द्वारा राहुल गांधी के संसद सदस्यता की समाप्ति को लेकर दिखाई गई जल्दबाजी समझ से परे है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सदन में अपनी बातों को रखना निर्वाचित जनप्रतिनिधि का विशेषाधिकार है। अगर कोई असंसदीय, अलोकतांत्रिक शदों का उपयोग करता है, तो उसे विलोपित किया जाता है। वैसे भी चुने हुए जनप्रतिनिधि संसदीय मर्यादा का पालन करते हुए अपनी बातों को सदन में रखते हैं। यहां राहुल गांधी द्वारा सदन में रखी गई सारी बातों को विलोपित करवा दिया गया, इसके बाद कार्रवाई हुई। प्रजातंत्र के मंदिर में अभिव्यक्ति को सामने लाने से बाधित करने का प्रयास किया गया। सिंहदेव ने कहा संसद के पटल में रखा गया रिकार्ड सदियों तक सुरक्षित रखा जाता है। लोकसभा हो या राज्यसभा, सभी जगह यही प्रावधान है। स्वास्थ्य मेंत्री टीएस सिंहदेव ने आगे कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में आम जनता की आवाज को उठाना, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व चार बार के सांसद राहुल गांधी जब संसद के अंदर बात करते हैं तो उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है, उनका माइक बंद कर दिया जाता है। साारूढ़ दल के सांसद बहुमत का प्रदर्शन करते संसद की कार्रवाई नहीं चलने देते हंै। अनर्गल बयानबाजी के बाद भी जब राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी व विपक्ष की आवाज दबा पाने में नाकाम रहते हैं तो षड्यंत्र के तहत ऐसी कार्रवाई की जाती है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा राहुल गांधी ने चार हजार किलोमीटर भारत जोड़ो यात्रा की लेकिन उन्होंने कहीं भी वोट नहीं मांगा। उन्होंने संवैधानिक, प्रजातांत्रिक व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की। भाजपा ने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सबसे पहले दावा किया कि राहुल गांधी ने विदेशी ताकतों से लंदन में भारत की मदद करने कहा, ये सफेद झूठ है। कोई उनके वक्तव्यों को ध्यान से सुने तो उन्होंने कहा कि ये भारत का अंदरूनी मामला है, हम स्वयं इसका हल निकालने में सक्षम हैं। दूसरा हौवा भाजपा खड़ा कर रही है कि राहुल गांधी ओबीसी विरोधी हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप हताशा साबित हुई। सूरत, गुजरात में निचली अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर भाजपा ने राहुल गांधी को लोकसभा में उनकी सदस्यता को समाप्त करने तीव्र गति से काम किया, जबकि अदालत ने उन्हें न्यायालय में अपील करने के लिए 30 दिन का समय दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि भाजपा राहुल गांधी से इतना डरती क्यों है? पत्रकारों से चर्चा के दौरान बालकृष्ण पाठक, द्वितेंद्र मिश्रा, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, अशफाक अली, हेमंती प्रजापति, विनय शर्मा बंटी, सीमा सोनी, प्रमोद चौधरी, दुर्गेश गुप्ता सहित काफी सं या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।
Check Also
कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला
Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …