- मनेंद्रगढ़ सामूहिक नकल मामले में बड़ा सवाल…क्या षड्यंत्र के तहत वीडियो हुआ वायरल?
- जब सभी के सहमति से नकल हो रहा था तो फिर किसने नकल की वीडियो किया वायरल?
- डीओ,बीओ,एसडीएम,उड़नदस्ते को जानकारी देने की बजाय सीधे पत्रकारो को जानकारी देना क्या षड्यंत्र का हिस्सा?
- मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय में दसवीं बोर्ड की परीक्षा में शिक्षिका द्वारा सामूहिक नकल कराए जाने का मामला प्रकाश में आया
- कलेक्टर श्री ध््राुव 10 वीं बोर्ड परीक्षा का औचक मुआयना करने पहुचे उधनापुर,केंद्र प्रभारी और पर्यवेक्षको को व्यवस्था के संबंध में दिया निर्देश
- बोर्ड परीक्षाओं में शिक्षक ही करा रहे विद्यार्थियों को नकल,विषय शिक्षकों की लगाई जा रही ड्यूटी
- अमूमन सभी परीक्षा केंद्रों का एक जैसा ही हाल,विभाग के अधिकारी भी उड़नदस्ता बनकर कर रहे खानापूर्ति
- रवि सिंह –
मनेंद्रगढ़ 20 मार्च 2023 (घटती-घटना)। प्रदेश में 10 वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं जारी हैं और इस वर्ष परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढाई गई है। कोरोना महामारी के बाद यह पहला वर्ष है जब पूरे वर्ष विद्यालय में कक्षाएं जारी थीं और पढ़ाई भी हुई लेकिन बोर्ड परीक्षाओं में नकल की बात सामने आ रही है। छाीसगढ़ की बोर्ड परीक्षा हो रही है इस दौरान सामूहिक नकल का मामला भी सामने आ रहा है कुछ दिन पहले मनेंद्रगढ़ से सामूहिक नकल नकल का मामला सामने आया था जिसमें शिक्षकों का वीडियो भी वायरल हुआ था जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया वैसे सामूहिक नकल के मामले सिर्फ कोरिया या मनेंद्रगढ़ में ही नहीं हर क्षेत्र से आ रहे हैं नकल कराने की बात इसलिए भी सामने आ रही है क्योंकि शिक्षक अपना इंक्रीमेंट बचाना चाहते हैं इस वजह से वह परीक्षा परिणाम खराब ना हो वह नकल कराने जुटे हुए हैं, पर मनेंद्रगढ़ सामूहिक नकल का वीडियो वायरल होने पर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं सवाल यह है कि जब सामूहिक नकल चल रहा है तो डीओ, बीओ, एसडीएम उड़नदस्ता को जानकारी मिलने के बजाय पत्रकारों किससे जानकारी मिल रही है कहीं इसकी वजह यह तो नहीं कि सभी सामूहिक नकल प्रकरण में शामिल है सभी के मर्जी से सामूहिक नकल चल रहा है ? फिलहाल यह तो जांच का विषय है पर सामूहिक नकल मामले में कार्यवाही होती भी नहीं दिख रही है, जो पहले के समय में देखी जाती थी, एक सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर सामूहिक नकल का वीडियो क्या स्कूल के शिक्षक ने ही बना कर वायरल करवाया और मीडिया तक पहुंचाया और कराया तो इसके पीछे का किसका स्वार्थ है यह भी एक बड़ा सवाल था?
बताया जा रहा है की जिले का बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम बेहतर आए इस हेतु ऊपर से ही सभी को छूट है और केंद्राध्यक्ष भी उन्ही को बनाया गया है जो नकल को संभव बना सकें। वर्षभर की पढ़ाई के बाद यदि शिक्षक ही छात्रों को नकल कराएं तो समझा जा सकता है की कैसा भविष्य गढ़ रहें हैं जिले के शिक्षक। वैसे मामला तरगवां से सामने आया है और विषय शिक्षकों की उपस्थिति परीक्षा के दौरान रहती है केंद्र में यह बात उजागर हुई है जो शायद नियम अनुसार गलत है और जो जानबूझकर किया जा रहा है। यदि केंद्र की ड्यूटी रजिस्टर देखी जाए तो इस बात का खुलासा भी हो जायेगा की किस तरह केंद्र में खुलेआम नकल जारी है। सूत्रों ने यह भी बताया की केंद्राध्यक्ष बनाने में भी विभाग ने केंद्रों की सहमति ली है एक केंद्र में तो दूसरे जिले के शिक्षक को केंद्राध्यक्ष बनाया गया है जैसा बताया जा रहा है और ऐसा नकल संभव करने के लिए किया गया है ऐसा कहना गलत नहीं होगा। अब देखना यह है की खबर प्रकाशन के बाद विभाग नकल रोकने में दिलचस्पी दिखाता है यह फिर नकल जारी रहने वाला है।
वीडियो वायरल होने के बाद व्यवस्था पर लगा सवालिया निशान- जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ में संचालित दसवीं बोर्ड की परीक्षा के दौरान शिक्षिका द्वारा नकल कराए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद अब व्यवस्था में सवालिया निशान खड़े हुए हैं, वीडियो में साफ साफ दिखाई दे रहा है कि शिक्षिका किस तरह व्यवस्था का मजाक उड़ा रही हैं. इस सम्बन्ध में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस मामले में केंद्राध्यक्ष व नकल कराने वाली शिक्षिका को तत्काल निलंबित किए जाने की मांग की है। सिविल लाइन इलाके में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर में 10 वीं बोर्ड का परीक्षा केंद्र बनाया गया है. इस स्कूल में शा. कन्या उार माध्यमिक विद्यालय शिक्षा विभाग, गुरुकुल स्कूल व लॉसम स्कूल के कक्षा दसवीं के छात्र छात्राएं छात्राओं का परीक्षा केंद्र बनाया गया है, इस परीक्षा केंद्र में 144 छात्रों बैठने की व्यवस्था की गई है जिसमें 6 छात्र अनुपस्थित रहे, 17 मार्च शुक्रवार को कक्षा दसवीं का सोशल साइंस का पेपर था. परीक्षा समाप्त होने के बाद इस केंद्र का एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें शासकीय कन्या उार माध्यमिक विद्यालय मनेंद्रगढ़ की शिक्षिका सुनीता कोल द्वारा परीक्षा कक्ष में छात्रों को खुलेआम नकल कराई जा रही थी. इस बारे में जब हमने केंद्र अध्यक्ष श्रीमती एल टोप्पो से बातचीत की तो उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं. वहीं कलेक्टर पी एस ध्रुव से इस संबंध में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि वीडियो को देखने के बाद ही कुछ कर पाएंगे.अगर कोई वीडियो वायरल हुआ है तो वह जिला शिक्षा अधिकारी से जांच करवा कर कार्यवाही करेंगे। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है की शिक्षिका सुनीता कोल किस तरह नकल करवा रहीं हैं. हैरत वाली बात तो यह है कि उनके द्वारा पूरा परचा ही हल करवाया जा रहा है.जिस प्रकार बोर्ड परीक्षा में शिक्षका बेशर्मी के साथ नकल करवा रही है उससे साफ है कि इस परीक्षा केंद्र में नकल माफिया सक्रिय हैं. ऐसे में अब जरुरी है कि जिस कक्ष में सुनीता कोल मैडम कि ड्यूटी लगी थी उस कक्ष के परीक्षार्थियों की कापी का मूल्यांकन विशेषज्ञओं द्वारा कराया जाय।
क्या केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक ने लिया नकल कराने का ठेका?
शिक्षिका हर कमरे में जाकर छात्रों को नोट कराती रही प्रश्नों के उार मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय में दसवीं बोर्ड की परीक्षा में शिक्षिका द्वारा सामूहिक नकल कराए जाने का मामला प्रकाश में आ रहा है, हैरत वाली बात तो यह है जिस परीक्षा केंद्र में यह पूरा कारनामा हुआ, वहां खुद केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक द्वारा सभी परीक्षा कक्ष में जाकर नकल करवाने में मशगुल थे. वहाँ मौजूद अन्य शिक्षकों ने बताया कि अगर में नकल कराने से मना करते थे तो उन्हें धमकी तक दी जाती थी, सरस्वती शिशु मंदिर मनेंद्रगढ़ में दसवीं बोर्ड की परीक्षा में नकल कराए जाने का एक अनूठा मामला प्रकाश में आया है. यहां केंद्र की केंद्राध्यक्ष श्रीमती एल टोप्पो के मार्गदर्शन में पर्यवेक्षक सुनीता कॉल द्वारा खुलेआम नकल करवाई जा रही थी. इस पूरे मामले का किसी ने वीडियो बना लिया, और वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया, जिसके बाद स्कूल में चल रही मनमानी उजागर हो गई. इस परीक्षा केंद्र में 144 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है, जिस में शुक्रवार को हुई परीक्षा में 6 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा हाल में जिस तरह से नियम कायदों की धज्जियां केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक द्वारा उड़ाई जा रही थी उसे देख कर तो ऐसा लग रहा था मानो इन दोनों नगर कराने का ठेका ले लिया हो. हद तो तब हो गई जब पर्यवेक्षक ने कैमरे के सामने यह कह दिया कि उन्होंने बच्चों को थोड़ा बहुत बताया है, इससे आसानी से समझा जा सकता है कि इस परीक्षा केंद्र में किस तरह बोर्ड के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई. जब इस संबंध में हमने कलेक्टर से जानकारी चाहिए तो उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी से इस मामले की जांच करवाएंगे और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
बेझिझक होकर शिक्षिका बच्चों को प्रश्नों के उार हल करवाती नजर आई वायरल वीडियो में
वीडियो में जिन मैडम को आप बच्चों को जानकारी देते हुए देख रहे हैं, वह बच्चों को पढ़ा नहीं रही है,दरअसल उन्होंने बोर्ड की परीक्षा में बच्चों को पास कराने का ठेका ले लिया है और वह घूम घूमकर परीक्षा में आए प्रश्नों के उार बता रही हैं. मनेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय के सरस्वती शिशु मंदिर मनेंद्रगढ़ में एक शासकीय स्कूल के अलावा दो निजी स्कूलों का परीक्षा केंद्र बनाया गया है.इन परीक्षा केंद्रों में दसवीं बोर्ड के 144 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई है.नियत समय के अनुसार आज शुक्रवार को दसवीं बोर्ड में सामाजिक विज्ञान की परीक्षा थी. इस परीक्षा के शुरू होने के साथ ही वहां मौजूद केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक द्वारा सभी कमरों में जा जाकर बच्चों को पेपर में आए प्रश्नों के जवाब हल कराए जाते रहे. हैरत वाली बात तो यह है कि जिस तरह से बेझिझक होकर शिक्षिका बच्चों को प्रश्नों के उार हल करवा रही थी उससे साफ है कि उन्होंने बच्चों को पास कराने का ठेका ले लिया था, यदि ऐसा नहीं होता तो जब वहां मौजूद अन्य शिक्षकों ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो उन्हें धमकी चमकी तक दे दी गई. यह तो गनीमत थी कि किसी ने मैडम की इस करतूत का वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया नहीं तो स्कूल में क्या चल रहा है लोगों को पता ही नहीं चल पाता और न केवल इस परीक्षा केंद्र में वरन शहर के कई परीक्षा केंद्रों में नकल करने की शिकायत मिल रही थी लेकिन इसके बावजूद भी उड़नदस्ता के अधिकारी पता नहीं कहां उड़ रहे थे जिन्हें इतने बड़े घटनाक्रम की जानकारी नहीं मिल पाई।
क्या कहते है जिम्मेदार
इस मामले में हैरत वाली बात तो यह भी है कि जब हमने संबंधित केंद्राध्यक्ष से चर्चा की थी उन्होंने कहा कि आगे से ऐसा नहीं होगा, वहीं वह शिक्षिका जो छात्रों को घूम घूम कर उनके प्रश्नों के उार बता रही थी उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ प्रश्नों के उार बताए हैं बच्चों की भलाई के लिए, इससे यह तो साफ हो गया कि इस पूरे परीक्षा केंद्र में नकल माफिया सक्रिय रहे और उन्होंने बच्चों को पास कराने का ठेका ले लिया था. वही इस संबंध में जब हमने कलेक्टर एमसीबी से फोन पर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि अगर यह वीडियो उनकी जानकारी में आएगा तो उसके बाद में जिला शिक्षा अधिकारी को त्वरित कार्यवाही करने के लिए निर्देशित करेंगे, अब देखने वाली बात यह होगी कि शिक्षा के मंदिर में जिन शिक्षकों को बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है जब वहीं शिक्षक बच्चों को नकल कराना सिखाने लगे तो फिर बच्चों के भविष्य का क्या होगा और उन पर ऊपर क्या कार्यवाही होती है या देखने वाली बात होगी।
कलेक्टर श्री ध्रुव ने किया 10 वीं बोर्ड परीक्षा का औचक निरीक्षण
कलेक्टर श्री पीएस ध्रुव ने शुक्रवार को 10 वीं बोर्ड परीक्षा का जायजा लेने औचक रूप से खड़गवा विकासखंड के ग्राम उधनापुर परीक्षा केंद्र पहुचे। उन्होंने बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था का मुआयना किया। कलेक्टर ने परीक्षा केंद्र प्रभारी और पर्यवेक्षको से बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था के संबंध में चर्चा की और केंद्र में नकल ना होने देने के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर ने इसके बाद पूर्व माध्यमिक शाला उधनापुर व प्राथमिक शाला शिवपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने इन दोनों शालाओं में बच्चों से उनकी पढ़ाई – लिखाई के बारे में विस्तार से चर्चा की और बच्चों से सवाल पूछकर उनके ज्ञान का स्तर भी परखा । कलेक्टर ने बच्चों को व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षा का महत्व एवं जीवन में आने वाली चुनौतियों का हौसले के साथ सामना करने का पाठ भी पढ़ाया।
केंद्रों में शिक्षकों की जांच से पकड़ा जा सकता है नकल
बताया यह भी जा रहा है की यदि केंद्र में जाकर शिक्षकों की जांच की जाए जिनकी ड्यूटी लगी है तो नकल की पोल खुल सकती है।
विषय शिक्षकों की जगह अलग- अलग विषय के शिक्षकों की लगाई जा सकती है ड्यूटी
परीक्षा में जैसा की जानकार सूत्रों का कहना है की विषय शिक्षकों की ड्यूटी संबंधित विषय की परीक्षा में लगाई जा रही है और वही शिक्षक अपने अपने विषय में छात्रों की मदद कर रहें हैं नकल करने में यदि इसे रोकने की मंशा हो तो अलग अलग विषय शिक्षक की ड्यूटी अलग अलग विषय की परीक्षा में ड्यूटी लगाकर रोका जा सकता है।