- मीडिया तक विधायक की उपलब्धि पहुंचाने वाला कोई नहीं रहा विधायक के करीब?
- गिने चुने शेष बचे समर्थकों ने सोशल मीडिया का लिया विधायक की उपलçधयां गिनाने सहारा
- पूर्व चुनाव में विधायक से जुड़े लोगों ने लगभग विधायक से किया किनारा,अब नए समर्थकों के भरोसे विधायक
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर,15 मार्च 2023 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर विधायक के पिछले चुनाव में प्रचारक रहे और समर्थक रहे अधिकांश लोगों के विधायक से किनारा कर लिए जाने के कारण अब विधायक के पास समर्थकों की संख्या कम हो गई है वहीं पुराने समर्थकों की संख्या में ज्यादा ही कमी आई है और कुछ नए समर्थक विधायक से जरूर जुड़े हैं और अब विधायक की उपलब्धियां कुछ पुराने और कुछ नए समर्थक लोगों को गिनवा रहें हैं। बैकुंठपुर विधायक के बचे खुचे समर्थकों द्वारा विधायक की उपलब्धियों को लोगों तक ले जाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है और मिडिया तक उपलçधयां ले जाने वाला विधायक के पास कोई नहीं है। विधायक के पास समर्थकों की संख्या लगातार घटी है जबकि अन्य विधायकों के साथ समर्थकों के जुड़ने की खबर लगातार समाने आई है वहीं बैकुंठपुर विधायक क्यों अपने समर्थकों से तालमेल नहीं बैठा पाईं यह बड़ा सवाल है।
बता दें की पिछले विधानसभा चुनाव ने विधायक के चुनाव प्रचार का कमान सम्हालने वाले अधिकांश ने विधायक से दूरी बना ली है। विधायक आने वाले चुनाव में जाने से पहले क्या अपने पुराने समर्थकों को अपने साथ ला पाएंगी यह भी एक सवाल खड़ा जरूर होता है। बैकुंठपुर विधानसभा में आने वाले चुनाव में सत्ताधारी दल से कौन प्रत्याशी होगा यह तो टिकट वितरण के बाद तय होगा लेकिन वर्तमान विधायक के लिए आने वाला चुनाव पिछले चुनाव जैसा आसान नहीं होगा यह जनता की जुबानी सुना जा सकता है। बैकुंठपुर विधायक का जनसंपर्क न्यूनतम रहा है और कई क्षेत्रों में मतदाता इसको बड़ी वजह मतदाताओं से दूरी का मानते हैं, विधायक ने अपने साढ़े चार सालों के कार्यकाल में जनता से जुड़ने का प्रयास बिलकुल नहीं किया और केवल हवाई यात्रा की ही तरह उन्होंने क्षेत्र भ्रमण किया जिसको लेकर मतदाता भी यह कहते सुना जा सकता है की जनसरोकारों से वर्तमान विधायक का कोई खास वास्ता नहीं रहा। अब चुनाव भी नजदीक है और भ्रमण का समय भी इतना नहीं है की प्रत्येक मतदाता तक विधायक पहुंच सकें वहीं समर्थकों की घटती संख्या भी उनके लिए शुभ संकेत नहीं है जो देखने को मिल रहा है। बैकुंठपुर विधायक के पूरे कार्यकाल ने अफसरशाही हावी रही और अधिकारी कर्मचारियों की मनमानी को खुली छूट मिलती रही यह भी उनकी लोकप्रियता के लिए घातक रही। बैकुंठपुर विधायक के कार्यकाल में जनता कार्यालयों के चक्कर लगाने में परेशान रही वहीं अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी पर अंकुश लगाने वाला नेतृत्व जनता तलाशती रही।
जिन्हें विधायक ने सब कुछ
दिया उनमें से अधिकांश लोगों ने विधायक को धोखा दिया
स्थानीय विधायक भले ही आलोचनाओं में घिरी रही लेकिन जिसे उन्होंने अपना माना उनके लिए उन्होंने हर संभव प्रयास किया पर उन लोगों ने कहीं न कहीं विधायक को निराश किया, विधायक ने जिन्हें अपना सारथी माना जिन्हें अपने से जोड़ने का प्रयास किया जो खुद विधायक से हर संभव लाभ लेने में कमी नहीं की आज वही विधायक के अंदर खाने के दुश्मन हैं, विधायक ने जिन्हें सारथी चुना उन्होंने ही कहीं ना कहीं अंदर खाने में विधायक के साथ विश्वासघात किया, विधायक से जुड़कर पैसा कमाया मान सम्मान कमाया पर विधायक के लिए सिर्फ नुकसान ही किया। जिन्हें उन्होंने प्रतिनिधि बनाया उन उन लोगों ने विधायक के नाम से सिर्फ अपनी झोली भरी यहां तक कि सरकारी नौकरी भी पाए पर विधायक के लिए जनसंपर्क व उनकी उपलब्ध गिनाने के बजाय उनकी किरकिरी ही कराई ऐसे सारथी विधायक के किसी काम के ही नहीं है पर वह लाखों के आशियाने बना चुके हैं।
विधायक को समय रहते अभी
भी आंख खोलने की जरूरत
विधायक के साथ रहने वालों में कई ऐसे हैं जिनका खुद का कोई जनसंपर्क नहीं है और वह जनता से जुड़ने में कोई दिलचस्पी भी नहीं रखते हैं। विधायक को अभी भी आंख खोलने की जरूरत है तभी उनके लिए चुनाव आसान होगा। वैसे यदि मतदाताओं की माने तो विधायक का विरोध उनके खास समर्थकों के चलते है उनके चलते नहीं।