अमूमन सभी परीक्षा केंद्रों का एक जैसा ही हाल,विभाग के अधिकारी भी उड़नदस्ता बनकर कर रहे खानापूर्ति
तरगवां परीक्षा केंद्र में विषय शिक्षकों की ड्यूटी लगाने की बात आई सामने,सूत्र
–रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,10 मार्च 2023 (घटती-घटना)। प्रदेश में 10 वीं 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं जारी हैं और इस वर्ष परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बधाई गई है। कोरोना महामारी के बाद यह पहला वर्ष है जब पूरे वर्ष विद्यालय में कक्षाएं जारी थीं और पढ़ाई भी हुई लेकिन बोर्ड परीक्षाओं में नकल की बात सामने आ रही है। तरगवां परीक्षा केंद्र में विषय शिक्षकों की ड्यूटी लगाकर नकल कराया जा रहा है ऐसी शिकायत सामने आई है। बताया जा रहा है की तरगवां परीक्षा केंद्र में उन्ही शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षा के दौरान लगाई जा रही है जिनके विषय की परीक्षा रहती है। वैसे जिले के अधिकांश परीक्षा केंद्रों में विषय शिक्षकों की ही ड्यूटी परीक्षा में लगाई जा रही जिससे छात्र छात्राओं को नकल कराई जा सके। परीक्षा केंद्रों में नकल पकड़ने के लिए गठित उड़नदस्ता दल भी केवल खानापूर्ति करता नजर आ रहा है वरना विषय शिक्षकों की ड्यूटी का मामला उनके संज्ञान में नहीं है यह मानना ऐसा कैसे संभव है।
बताया जा रहा है की जिले का बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम बेहतर आए इस हेतु ऊपर से ही सभी को छूट है और केंद्राध्यक्ष भी उन्ही को बनाया गया है जो नकल को संभव बना सकें। वर्षभर की पढ़ाई के बाद यदि शिक्षक ही छात्रों को नकल कराएं तो समझा जा सकता है की कैसा भविष्य गढ़ रहें हैं जिले के शिक्षक। वैसे मामला तरगवां से सामने आया है और विषय शिक्षकों की उपस्थिति परीक्षा के दौरान रहती है केंद्र में यह बात उजागर हुई है जो शायद नियम अनुसार गलत है और जो जानबूझकर किया जा रहा है। यदि केंद्र की ड्यूटी रजिस्टर देखी जाए तो इस बात का खुलासा भी हो जायेगा की किस तरह केंद्र में खुलेआम नकल जारी है। सूत्रों ने यह भी बताया की केंद्राध्यक्ष बनाने में भी विभाग ने केंद्रों की सहमति ली है एक केंद्र में तो दूसरे जिले के शिक्षक को केंद्राध्यक्ष बनाया गया है जैसा बताया जा रहा है और ऐसा नकल संभव करने के लिए किया गया है ऐसा कहना गलत नहीं होगा। अब देखना यह है की खबर प्रकाशन के बाद विभाग नकल रोकने में दिलचस्पी दिखाता है यह फिर नकल जारी रहने वाला है।
शिक्षक विषय अनुसार उपलब्ध करा रहें हैं नकल की सुविधा
जैसा कि सूत्रों का कहना है की विषय शिक्षक अपनी अपनी ड्यूटी लगवाकर नकल करा रहें हैं और वह विषय अनुसार नकल सामग्री भी पहुंचा रहें हैं। नकल अधिकांश केंद्र में हो रहा है यह भी सूत्रों का दावा है। वैसे यदि शिक्षक ही नकल में शामिल हैं तो फिर उन्हे कैसे पकड़ा जाए यह उनके लिए भी मुस्किल है जो नकल पकड़ने केंद्रों में जा रहें हैं।
केंद्रों में शिक्षकों की जांच से पकड़ा जा सकता है नकल
बताया यह भी जा रहा है की यदि केंद्र में जाकर शिक्षकों की जांच की जाए जिनकी ड्यूटी लगी है तो नकल की पोल खुल सकती है।
विषय शिक्षकों की जगह अलग अलग विषय के शिक्षकों की लगाई जा सकती है ड्यूटी
परीक्षा में जैसा की सूत्रों का कहना है की विषय शिक्षकों की ड्यूटी संबंधित विषय की परीक्षा में लगाई जा रही है और वही शिक्षक अपने अपने विषय में छात्रों की मदद कर रहें हैं नकल करने में यदि इसे रोकने की मंशा हो तो अलग अलग विषय शिक्षक की ड्यूटी अलग अलग विषय की परीक्षा में ड्यूटीलगाकर रोका जा सकता है।
उक्त केंद्र में नकल की शिकायत नहीं मिली है और वहां नियुक्त केंद्राध्यक्ष परीक्षा में कड़ाई से नकल रोकने की मंशा के साथ काम कर रहें हैं। उक्त केंद्र में दो दो ऑब्जर्बर नियुक्त हैं नकल की बात संज्ञान में नहीं आई है।
अनिल जायसवाल
जिला शिक्षा अधिकारी कोरिया