बैकुण्ठपुर@अंततः कई मामलों के आरोपी भाजपा नेता संजय अग्रवाल को भाजपा जिलाध्यक्ष ने पद से हटाया

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जेल भेजे गए ठेकेदार के खिलाफ हुई कार्यवाही के बाद पार्टी की कार्यवाही।
कोरिया भाजपा जिलाध्यक्ष ने क्यों दिया था आरोपी को पद जब हटना ही था तो?

-रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर,04 मार्च 2023 (घटती-घटना)।
जिसकी फितरत ही बेमानी हो वह कभी भी ईमानदारी की दो रोटी नही खा सकता या कि जब इंसान के पास पैसा आ जाता है तो उसके पैर जमीन पर नही टिकते, यह बात बैकुंठपुर के बिल्डर और भाजपा के तथाकथित नेता संजय अग्रवाल पर एकदम सटिक बैठती है, कम समय में गलत तरीके से ज्यादा कमाने के चक्कर में अब बिल्डर का पुलिस, जेल और न्यायालय से पीछा नही छूट रहा है, पहले भी जेल की हवा खा चुके बिल्डर को एक बार फिर पुलिस ने गिरफ्तार किया है, पुलिस के अनुसार बिल्डर के खिलाफ कोरिया जिले में कुल 19 मामले दर्ज हैं ताजा मामले में बिल्डर संजय अग्रवाल को अपराधिक षडयंत्र के मामले में उसके अन्य दो साथियों के साथ सुरजपुर जिले की पुलिस ने गिरफ्तार किया है और न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। तो वहीं अब जब पार्टी की किरकिरी होने लगी तो उसे पद से मुक्त किया गया है लेकिन पार्टी से निलंबन या निष्कासन नही किया गया जो कि बड़ा सवाल है। यहां यह भी समझ से परे है कि आखिर भाजपा जिलाध्यक्ष ने जमानत पर रिहा एक आरोपी को दोषमुक्त हुए बगैर ही पद देने में आखिर दिलचस्पी क्यों दिखलाई थी।
वैसे भी राजनीति में यह प्रथा है कि आरोपी व गुंडे किस्म के लोगों को ही जगह मिलती हैं चाहे वह कोई भी राजनीतिक पार्टी क्यों ना हो, अक्सर राजनीतिक पार्टियों में इस प्रकार के चेहरे जरूर दिखते हैं जो विवादों से सरोकार रखते हैं इसलिए इसमें आश्चर्य की बात नहीं है पर सवाल यह है कि जब 3 महीने पहले ही नवगठित कार्यकारिणी में उन्हें पद दिया गया तो फिर 3 महीने बाद क्यों हटाया गया, हटाने की आखिर वजह क्या बनी? क्योंकि अपराध तो पहले से भी दर्ज था और हटाने के बाद भी अपराध दर्ज है फिर अचानक जिलाध्यक्ष किसके दबाव में आकर पद से बिल्डर को हटा दिया? क्या इसके बाद इनकी फजीहत नहीं होगी इस बात को लेकर भी अब गर्मा गर्मी का माहौल है, जिलाध्यक्ष के लिए पद देना वह पद से हटाना दोनों में ही फजीहत हो रही है फिर भी उन्होंने दोनों काम ही कर दिखाया इंतजार करना भी उन्होंने जरूरी नहीं समझा। यदि इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी या फिर अन्य पार्टी अपराधी किस्म के लोगों को पार्टी से हटाते रहे तो नेताओं की कमी आ जाएगी ऐसा भी लोग चुटकी लेते हुए कहने लगे और यदि इसी प्रकार की प्रथा शुरू करनी है तो फिर पार्टी में स्वच्छ छवि वालों के ही पदाधिकारी बनाना चाहिए ऐसा नियम बना देना चाहिए और इसका पालन भी होना चाहिए।
भाजपा जिला कार्यसमिति में शामिल था रेत ठेकदार
आरोपी संजय अग्रवाल का विवादो से पुराना नाता है, आए दिन सुर्खियों में बने रहना आदत में शुमार है, कुछ माह पूर्व गठित कोरिया भाजपा की जिला कार्यकारणी में संजय अग्रवाल को जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल द्वारा जिला कार्यसमिति सदस्य बनाया गया था। जेल से जमानत पर रिहा एक आरोपी को पद देने और उसके द्वारा भाजयुमो नेता के ऊपर प्राणघातक हमले के षडयंत्र के आरोप में एक बार फिर गिरफ्तार किया गया है। जब इस मुद्वे को कांग्रेसियों द्वारा उठाया जाने लगा और पार्टी के भी कुछ पदाधिकारियों ने विरोध किया तब जाकर शुक्रवार को अंबिकापुर में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर की उपस्थिति में आयोजित संभागीय बैठक के पहले आरोपी को जिला कार्यसमिति के पद से मुक्त किया गया है। हलांकि सूत्र बतला रहे हैं कि आरोपी संजय अग्रवाल पार्टी के कई कार्यक्रम में आर्थिक सहयोग करता रहा है इसलिए जिलाध्यक्ष उसके खिलाफ किसी प्रकार की कार्यवाही के मूड में थे लेकिन दबाव के बाद कार्यवाही की गई है, आरोपी ठेकेदार को पद से ही नही अपितु पार्टी से भी निकाला जाना आवश्यक है क्योंकि पुलिस के अनुसार वह आदतन अपराधी की श्रेणी में शामिल है,और ऐसे लोगो को पार्टी में रखे जाने की पार्टी की छवि भी खराब हो गई है। पार्टी से निष्कासन का अधिकार प्रदेश नेतृत्व के पास सुरक्षित है लेकिन उसकी अनुशंसा जिला भाजपा संगठन द्वारा की गई है या नही यह कुछ कहा नही जा सकता।
कांग्रेसियों से भी गहरा संबंध है बिल्डर संजय अग्रवाल का
बिल्डर संजय अग्रवाल की कारस्तानी किसी से छिपी नही है,हर कला में माहिर संजय अग्रवाल ने भाजपा राज में प्रदेश भर में सप्लाई से लेकर अन्य कार्यो को अंजाम दिया, एक मामले की उच्च स्तरीय जांच अभी भी चल रही है,तो वहीं जमीन से जुड़े कई विवाद भी उसके नाम है। प्रदेश में भाजपा सरकार जाने के बाद उसके द्वारा कई कांग्रेसी विधायकों एवं नेताओ से भी संबंध स्थापित किए गए, संजय अग्रवाल के सोशल मीडिया पोस्ट से भी इस बात को बल मिलता है। मनेंद्रगढ विधायक से लेकर भिलाई विधायक की तस्वीरे भी कई बार वायरल हुई हैं तो खुद कई जगह पर संजय अग्रवाल द्वारा वर्तमान सीएम से संबंध का हवाला दिया जाता रहा है। जाहिर सी बात है कि बिल्डर द्वारा फिलहाल रेत का बड़ा कारोबार किया जा रहा था,जो कि उच्च स्तरीय सेटिंग से ही संभव है। बिल्डर संजय अग्रवाल भाजपा के हैं या कांग्रेस के यह भी कुछ कहा नही जा सकता लेकिन वे मौका परस्त हैं यह कहने में कतई संकोच नही है।
सोशल मीडिया में दलील देने से पीछे नही संजय अग्रवाल
ये फिजूल का उछलकूद किस काम आएगा,बदलते वक्त के तेवर से तुझे कौन बचाएगा। न कोई नियम न कानून है बस आगे का ही जूनून है, तू कितनी भी रूकावटें डाल ए जिंदगी हम न रूकेंगे जब तक हमारी रगो में उबलता खून है। जमीर अगर जिंदा है तो आवाज उठाएगा वरना खामोशी की चादर में सर ढक कर मर जायेगा उक्त पंक्तियों को बिल्डर और रेत ठेकेदार संजय अग्रवाल द्वारा समय-समय पर अपने फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया जाता रहा है, पोस्ट को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि वे एक साफ और स्वच्छ छवि के व्यक्ति हैं जो कि अपने पोस्ट के माध्यम से लोगो को पे्ररित करते हो लेकिन अपने पिछले रिकार्ड और वर्तमान में हो रही कार्यवाही से एकबार फिर बिल्डर संजय अग्रवाल का चेहरा सामने आ गया है।
सोशल मीडिया में जमकर हो रही भाजपा की खिंचाई
भाजयुमो नेता पर प्राणघातक हमले की खबर के बाद प्रदेश भर में भाजपाईयों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था और कार्यवाही की मांग की थी, लेकिन जब आरोपी की गिरफ्तारी हुई तो उसकी पहचान बिल्डर संजय अग्रवाल के रूप में हुई, जो कि भाजपा का जिला कार्यसमिति सदस्य था और पूर्व में व्यापार प्रकोष्ठ का अध्यक्ष भी रह चुका है। पैसे के बल पर पार्टी में उसकी कुछ ज्यादा ही पूछपरख बढी हुई थी जिसका उदारहण है कि जेल से जमानत पर बाहर आने भी और 19 मामला दर्ज होने के बाद भी उसे पद देने में कोई कोताही नही बरती गई सूत्र बतलाते है कि जिलाध्यक्ष द्वारा उसे कोषाध्यक्ष का पद दिया जा रहा था लेकिन कुछ लोगो के दबाव के बाद कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया था। भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन की भूमिका भी संजय अग्रवाल को पद देने में काफी महत्वपूर्ण बताई जा रही है, और संभावना है कि उन्ही के हस्तक्षेप से अभी भी रेत ठेकेदार पर कार्यवाही नही की जा रही है। तो वहीं सोशल मीडिया में अब भाजपा की भी किरकिरी हो रही है,कांग्रेसी कार्यकर्ता इस मामले में भाजपा से सवाल कर घेरने में लगे हैं।
गुर्गो के खिलाफ सिटी कोतवाली में भी मामला दर्ज
रेत ठेकेदार और बिल्डर संजय अग्रवाल का आए दिन विवादों मे बने रहना आदत बन चुका है पैलेस के सामने बनाये गए एमएलए नगर कालोनी मे भी विवाद की स्थिति बनी रहती है। सिटी कोतवाली बैकुंठपुर में ही पिछले दिनों एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जिसमें उसके गुर्गो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के तहत बीते 23 फरवरी को एमएलए नगर निवासी रिंपल सिंह पति रामजी सिंह रवि ने रिपोर्ट दर्ज कराया है 23 फरवरी को शाम के वक्त वह अपने घर के बाहर खड़ी थी तब संजय अग्रवाल के कर्मचारी राकेश चैहान,रोहित सिंह,मुकेश प्रसाद, नवीन कुमार मकान क्रमांक 94 से निकले और पुराना झगड़ा जो संजय अग्रवाल के साथ चल रहा है उसी बात को लेकर मां बहन की गाली देने लगे और मना करने पर देख लेने और चेहरा खराब करने की धमकी देने लगे। महिला की रिपोर्ट पर आरोपी राकेश चैहान, रोहित सिंह, मुकेश प्रसाद और नवीन कुमार के खिलाफ धारा 294,34,506 के तहत मामला पंजीबद्व किया गया है।
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने भी कि इस घटना की निंदा
कोरिया के प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने भी इस घटना की निंदा की जब वे गंभीर रूप से घायल भारतीय जनता युवा मोर्चा सूरजपुर जिले के भैयाथान के मंडल अध्यक्ष से मिलने व उनका हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे जिस पर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा कि व्यक्ति को मारा जा सकता है उसके विचारों को नहीं, अमन प्रताप सिंह पर जानलेवा व कायराना हमला का निंदा किया और युवा मोर्चा के अध्यक्ष अमन को जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की और कहा कि हम सदैव उनके साथ हैं।


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