- वर्षों से जो स्टेशन देता आ रहा है रेल्वे को मुनाफा,फिर उस स्टेशन क्षेत्र के रहवासियों के लिए क्यों कम की गई पुरानी सुविधा
- अंबिकापुर शहडोल पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस बनाकर कटोरा रेल्वे स्टेशन में स्टॉपेज किया गया समाप्त
- अब ट्रेन बिना कटोरा रेल्वे स्टेशन में रुके बढ़ जाती है गंतव्य को,क्षेत्र के यात्रियों को हो रही असुविधा
- कटोरा रेल्वे स्टेशन एक बड़े क्षेत्र के लिए है आवागमन के लिए है एकमात्र रेल्वे स्टेशन
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 01 मार्च 2023 (घटती-घटना)। कोरिया जिले का रेल्वे स्टेशन कटोरा जो एक बड़े क्षेत्र के लोगों के आवागमन के लिए रेल मामले में सबसे सुविधाजनक रेल्वे स्टेशन है और जो वर्षों से स्थापित रेल्वे स्टेशन है में कोविड 19 के बाद अंबिकापुर शहडोल पैसेंजर ट्रेन का स्टॉपेज उसे एक्सप्रेस ट्रेन घोषित कर समाप्त किया गया है जिससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हे ट्रेन पकड़ने बैकूठपुर रोड रेल्वे स्टेशन जाना पड़ रहा है जिससे यात्री परेशान हो रहें हैं। शहडोल अंबिकापुर ट्रेन क्षेत्र के यात्रियों को अनुपपुर तक ले जाने वाली इकलौती ट्रेन थी जो विभिन्न आगे की तरफ जाने वाली ट्रेनों से यात्रियों को संपर्क कराती थी और उनकी यात्रा सुगम बनाती थी। ट्रेन के स्टेशन में नहीं रुकने की वजह से अनुपपुर शहडोल या से की यात्रा करने वाले यात्रियों को बैकुंठपुर रेल्वे स्टेशन जाकर ट्रेन को पकड़ना पड़ रहा है और कई बार ट्रेन छूट जा रही है जिससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कई दशकों से रुकती चली आ रही ट्रेन का कटोरा रेल्वे स्टेशन में रुकना हुआ बंद
कटोरा रेल्वे स्टेशन कोरिया जिले का ऐसा रेल्वे स्टेशन है जहां अंबिकापुर शहडोल ट्रेन दशकों से रुकती चली आ रही थी और जब यह ट्रेन भाप इंजन से चला करती थी और जब यह अनुपपुर मनेद्रगढ़ विश्रामपुर तक चलती थी तब से यह नियमित रूप से कटोरा रेल्वे स्टेशन में रुकती चली आ रही थी और इस क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सुविधा पहुंचाया करती थी। अभी हाल फिलहाल में कोविड 19 के बाद जब बंद ट्रेनों को चालू किया गया तो इसे एक्सप्रेस बनाकर इसका रुकना बंद कर दिया गया जिससे क्षेत्र के यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वृहद क्षेत्र के यात्रियों के लिए सुविधाजनक है कटोरा रेल्वे स्टेशन
कटोरा रेल्वे स्टेशन वृहद क्षेत्र के लोगों के लिए उपयुक्त रेल्वे स्टेशन है जो आवागमन के लिए दूरी के हिसाब से अपनी उपयोगिता के लिए प्रसिद्ध है। इस स्टेशन से कोरिया सहित सूरजपुर जिले के लोगों को भी ट्रेन का सफर करना सुविधाजनक लगता है क्योंकि दूरी के हिसाब से उन्हे यह ही स्टेशन सड़क मार्ग से कम दूरी पर पड़ता है। ऐसे में इस स्टेशन में रुकने वाली ट्रेनों का स्टॉपेज खत्म किया जाना कहीं से सही नहीं कहा जा सकता।
रेल्वे को आय भी प्रदान करता चला आ रहा है कटोरा रेल्वे स्टेशन
कटोरा रेल्वे स्टेशन में रेलवे का कोयला भी रेल बैगनो में माध्यम से ले जाया जाता है और इस तरह यह स्टेशन रेल्वे को आय भी प्रदान करता है ऐसे में इस स्टेशन की सुविधाओं में कटौती किया जाना उपयुक्त नहीं जान पड़ता। यहां दशकों से रेल्वे का कोयला रखने और उसे बैगनों में लोड करने का साइडिंग है और यहां से कोयला बाहर ले जाया जाता है।