कोरिया/जांजगीर चांपा@न्यूज़ एंकर इशिका शर्मा के पिता गोपाल शर्मा (पत्रकार) ने पुलिस की जांच पर उठाये सवाल,की उच्च स्तरीय जांच की मांग

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  • लूटपाट के इरादे से की थी हत्या, अपने द्वारा की गई हत्या को जस्टिफाई करने के लिए बता रहे प्रेम प्रसंग का मामला?
  • अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति ने पत्रकार इशिका शर्मा हत्या मामले में मुख्यमंत्री से पत्रकार परिवार को आर्थिक मदद के साथ उच्च स्तरीय जाँच की मांग
  • हत्यारे के प्रेम प्रसंग वाले बयान को पुलिस द्वारा हाईलाइट किया जाना समझ से बाहर पुलिस की जाँच मे भी संदेह पैदा कर रही है?
  • हत्यारा घरेलू नौकर पूर्व में होटल चहल-पहल में वेटर के रूप में था कार्यरत
  • एक वहशी दरिंदे लुटेरे हत्यारे के बयान को किस आधार पर सच मानकर चल रही है पुलिस किसको पहुंचाना चाहती है लाभ ?

रवि सिंह –
कोरिया/जांजगीर चांपा 16 फरवरी 2023 (घटती-घटना)। जिले मे रविवार को हुई एंकर ईशिका शर्मा हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घर में काम करने वाला लड़का ही मुख्य आरोपी निकला है जिसने अपने साथी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी से मोबाइल, स्कूटी और जेवर जब्त किया है।
ईशिका शर्मा के पिता गोपाल शर्मा ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए पुलिस द्वारा की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस मैं सिर्फ हत्यारे के बयान को ही तवज्जो दिए जाने पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है उनका आगे कहना था की हत्यारे के कहने भर से कि उसने मृतिका को महंगे मोबाइल और महंगे गिफ्ट उपहार दिए थे उसे श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान देते हुए हाईलाइट करना किस तरफ इशारा कर रहा है यह समझ से परे की बात है पुलिस ने जरा भी जहमत उठाई होती और जांच की होती तो पता चल जाता कि हत्यारे के पास खाने का भी जुगाड़ नहीं था गोपाल शर्मा ने इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए विस्तृत रूप से सभी जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने प्रेसवार्ता कर हत्याकांड का खुलासा किया है। हत्याकांड के आरोपियों तक पहुंचने के लिए चार टीमों का गठन किया था। पोस्टमार्टम से पहले ही अपराध होना प्रतीत हो रहा था। पुलिस को घर में रहने वाले लड़के रोहन पांडू पर पहले से ही शक था। घटना के दिन सुबह से वह सक्ती, खरसिया और रायगढ़ गया जहां उसने अपना हुलिया बदला, कपड़ा चेंज करने के बाद हसौद, बिर्रा होते हुए तिल्दा से कवर्धा पहुंचा था। गांव के साथियों के साथ मिलकर मुंगेली आ रहा था, जहां से पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य आरोपी रोहन पांडू ने राजेन्द्र सूर्या के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया था। आरोपी के पास से मोबाइल, स्कूटी और जेवर जब्त किया गया हैं। आरोपी का उसके घर आना-जाना था। एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि घटना को पहले से प्लान किया गया था। साजिशन नींद की दवा खरीदी थी, जिसे पीस कर पाउडर बनाकर खाना में मिलाने के बाद युवती और उसके भाई को खिलाया गया। जिसके बाद रात 10 बजे राजेंद्र सूर्या आया था। आरोपी रोहन पांडू ने 200 रुपए देकर राजेंद्र को बुलाया था। दोनों ने मिलकर शराब पी और फिर घर पहुंचकर खाना खाया। क्या ऐसा नहीं हो सकता आरोपी ईशिका द्वारा पहने गए जेवर लूट रहे थे, उसी वक्त इशिका की नींद खुल गई और लूट का पुरजोर विरोध करने लगी। दोनों ने ईशिका शर्मा के साथ मारपीट की और दोनों ने मिलकर उसकी जघन्य हत्या कर दी। एक आरोपी ने पैर पकड़ा और दूसरे ने गला और मुँह दबा कर हत्या कर दी।
पुलिसिया जांच पर संदेह
पुलिसिया जांच पर एक सवाल यह भी उठ रहा है जब बिना किसी डॉक्टर की पर्ची के नींद की गोली उपलब्ध नहीं होती है तो हत्यारे के पास नींद की गोली आई कहां से किस दुकान से खरीदी गई क्या उस दुकानदार से पूछताछ की गई क्या मेडिकल दुकानदार भी साजिश में है शामिल यह एक गंभीर जांच का विषय है जिसे पुलिस द्वारा तत्काल ध्यान दिया जाना अति आवश्यक है। यह सब सवाल पुलिसिया जांच पर संदेह उत्पन्न करता है। आखिर किसे फायदा पहुंचाने के लिए पुलिस द्वारा संपूर्ण जांच का केंद्र बिंदु प्रेम प्रसंग को बनाया जा रहा है। युवती द्वारा किसी अन्य से बात करने और हत्यारे को उसका किसी से बात किया जाना पसंद नहीं आने की वजह से हत्यारे द्वारा हत्या किए जाने के बयान को इतना ज्यादा तरजीह दी जा रही है और उसे हाईलाइट किया जा रहा है। हत्यारे द्वारा खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताया जाना मृतिका को महंगे मोबाइल और महंगे गिफ्ट देना बताया गया और पुलिस का इसे मान लेना बगैर किसी जांच के यह भी एक सोचने वाली बात है। पुलिस ने अगर जरा भी जहमत उठाई होती और जांच की होती तो उन्हें पता चल जाता कि हत्यारा कलेक्ट्रेट चौक के पास होटल चहल-पहल में वेटर का काम करता था जिसे गोपाल शर्मा ने अपने नौकर के रूप में रखा था क्या पुलिस ने इसकी जांच की कि उसने महंगे मोबाइल और महंगे गिफ्ट मृतिका को दिए हैं सिर्फ हत्यारे के कहने भर से पुलिस द्वारा यह बयान जारी करना मृतिका के साथ सरासर नाइंसाफी है संपूर्ण हत्याकांड की विस्तृत जांच किसी सक्षम एजेंसी द्वारा किया जाना अति आवश्यक है।
अकेलेपन का फायदा उठाकर
वारदात को दिया अंजाम

ईशिका शर्मा जो एलएलबी फाइनल ईयर की छात्रा है एवं पत्रकारिता करने के साथ ही न्यूज़ चैनल में एंकरिंग भी करती थी। घटना दिनांक को ईशिका शर्मा के माता पिता कोरबा गए हुए थे। इसी का फायदा उठाकर आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से लुट का सामान व स्कूटी बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध 302, 397 के तहत मामला दर्ज किया है।
क्या हत्यारे को सहानुभूति हासिल करने का कुत्सित प्रयास, जाने अनजाने पुलिस भी दे रही साथ?
कुछ समय पहले एक फिल्म आई थी डर जिसमें फिल्म का विलेन बहुत ही खौफनाक तरीके से हीरोइन को परेशान करता है इसी फिल्म के एक सीन में यही विलन हीरो के कंधे पर सर रखकर इमोशनल तरीके से बोलता है कि मैंने प्रेम किया है मैं हीरोइन से बहुत प्यार करता हूं दिल के हाथों बेबस हुं और इसी एक सीन की वजह से विलन दर्शकों की सारी सहानुभूति और समर्थन ले जाता है और दर्शकों की नजरों में हीरो से भी बड़ा हो जाता है। ईशिका शर्मा की हत्या में भी कुछ ऐसा ही मामला नजर आ रहा है। जिसमें हत्यारे द्वारा अपने द्वारा किए गए जघन्य हत्याकांड को जस्टिफाई करने का प्रयास किया जा रहा है परंतु पुलिस द्वारा भी इसे इतना ज्यादा हाईलाइट किया जाना। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर एसपी द्वारा भी बार-बार प्रेम प्रसंग का मामला बताया जाना किस तरफ इशारा कर रहा है, यह समझ से परे की बात है। ईशिका शर्मा की हत्या का मामला साफ तौर पर लूटपाट और हत्या का मामला है सिर्फ हत्यारे के द्वारा भावनात्मक समर्थन हासिल करने के लिए इसे प्रेम प्रसंग का रूप दिया जा रहा है।
एक मृत आत्मा जो अपनी
सफाई में कुछ कहने के लिए अब इस दुनिया मे जिंदा नहीं है

एक वहशी दरिंदे लुटेरे हत्यारे के बयान को आधार बनाकर उसके ऊपर ऐसे आरोप लगाया जाना पुलिस द्वारा ऐसे बयान जारी करना सरासर अन्याय है। उसके चरित्र पर लांछन लगाए जाने जैसा है। मरने के बाद भी उसकी मिट्टी पलीत करना है यह नारी जाति का अपमान नहीं तो और क्या है। जिसकी हत्या हुई है, हत्यारे उसी को गलत बता कर सहानुभूति हासिल करने का प्रयास कर रहे है। पुलिस भी जाने अनजाने हत्यारे की इस साजिश की किसी शिकार है या शामिल है।
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति ने उच्च स्तरीय जाँच की मांग
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निवेदन किया है की इशिका शर्मा भी एक पत्रकार थी जिसकी हत्या कर दी गई अपराधी पुलिस के पकड़ मे आ गये है अपराधियो पर कड़ी कार्यवाही के साथ उच्च स्तरीय जाँच की जाये कि इसके पीछे किसका हाथ है एवं परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद करने की कृपा करे।


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