रायपुर, 09 फ रवरी 2023 (ए)। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व राज्य शासन के पूर्व वरिष्ठ मंत्री अजय चंद्राकर ने झीरम घाटी कांड न्यायिक जांच आयोग का कार्यकाल 6 माह बढ़ाये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि झीरम का सच सबके सामने है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जांच आयोग बनाने की कोई जरूरत नहीं थी। झीरम कांड के प्रत्यक्षदर्शी कवासी लखमा तो उनकी सरकार में मंत्री हैं। भूपेश बघेल उनसे पूछ लें। वे जिसका नाम लें, भूपेश उसे फांसी पर लटकवा दें। कवासी लखमा से तो रोज पूछताछ होनी चाहिए। झीरम के पीçड़तों को चार साल में क्या मिला?
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि जांच आयोग बनाने की जरूरत नहीं थी लेकिन कांग्रेस को राजनीति करनी है। यदि जांच रिपोर्ट समय पर आएगी तो कांग्रेस इस मुद्दे पर क्या राजनीति करेगी। उन्होंने भूपेश बघेल सरकार द्वारा बनाई गई कमेटियों के औचित्य पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इतनी कमेटी बनाई, कई जांच आयोग बनाए, उनमें से किसी की भी जांच रिपोर्ट नहीं आई। उन्होंने कहा कि क्या शराबबंदी कमेटियों की रिपोर्ट आई, क्या स्काईवॉक कमेटियों की रिपोर्ट आई, क्या भूपेश बघेल सरकार द्वारा गठित झीरम जांच आयोग की रिपोर्ट आई? जब प्रत्यक्षदर्शी कांग्रेस सरकार में मंत्री है तो उनसे ही पूछ लें कि सच क्या है। हो गई जांच और क्या। नाटक बंद करना चाहिए।
झीरम घटना भाजपा के राज में हुआ है,
अजय चंद्राकर मानसिक दिवालिया से गुजर रहे हैं उन्हें इलाज की ज़रूरत है: विक्रम मंडावी
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के द्वारा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा पर दिये गए बयान पर पलटवार करते हुए बीजापुर के विधायक व बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मड़ावी ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि ” भाजपा और उनके नेताओं को झूट और अफ़वाह फैलाने में महारत हासिल है भाजपा और अजय चंद्राकर को यह बताना चाहिए कि 15 सालों तक छत्तीसगढ़ में डॉक्टर रमन सिंह मुख्यमंत्री थे भाजपा के इस सरकार में स्वयं अजय चंद्राकर विधायक और मंत्री रहे इनके शासन काल में न ही क¸ानून व्यवस्था थी और न ही सुरक्षा व्यवस्था प्रदान किया जाता था जबकि सुरक्षा की जç¸म्मेदारी भाजपा और डॉक्टर रमन सिंह की ही थी भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा को हटा लिया सुरक्षा नहीं दिया जिसके चलते झीरम घटना हुई और कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रथम पंक्ति के नेताओं को खोया है भाजपा और विधायक अजय चंद्राकर यह कभी नहीं बतायेंगे।
विक्रम मंडावी ने अपने विज्ञप्ति में आगे कहा कि ” पूरी भाजपा और विधायक अजय चंद्राकर आदिवासी विरोधी है। कवासी लखमा जैसे ग़रीब आदिवासी आदमी विधायक और मंत्री बने ये भाजपा और अजय चंद्राकर कभी नहीं चाहते इसलिए इनके पेट में दर्द हो रहा है। विधायक अजय चंद्राकर मानसिक दिवालिया से गुजर रहे है उन्हें इलाज की सख़्त ज़रूरत है, प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जी की सरकार ने प्रदेश भर में अस्पताल खोली है अजय चंद्राकर जी किसी एक अस्पताल में जाकर अपना बेहतर इलाज करवा ले इलाज का खर्चा सरकार देगी।
विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि भाजपा 15 सालों तक सत्ता में रहने के दौरान तो कुछ नहीं किया लेकिन सत्ता से बाहर होने के बाद लगातार प्रदेश के आदिवासी नेताओं को लेकर बेतुके बयान बाज़ी कर रही है जिसका जवाब भी आने वाले समय में आदिवासी समाज देगा। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा प्रदेश की जानता का विश्वास पूरी तरह खो चुकी है हर चुनाव में हो रहे हार के बौखलाहट से भाजपा और अजय चंद्राकर लगातार आदिवासी नेताओं पर अनर्गल बयान बाज़ी करने में लगे है जिससे वे मीडिया में बने रहे लेकिन प्रदेश की जानता भाजपा के कथनी और करनी को अच्छी तरह समझती है।
