बैकुण्ठपुर@तीन बार विधायक पत्नी से पिट चुके दुखी पति की व्यथा फेसबुक पर हुई जारी

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  • बच्चों के लिए रोटियां सेंकने की बजाए सेंक रही हैं राजनीतिक रोटियां: विधायक पति
  • विधायक जहां विपक्ष पर ठीकरा फोड़कर बचना चाह रही थी वहां पति ने सारे आरोपों को गलत बता दिया और विधायक की बातों का खंडन कर दिया
  • एक पति और दो बच्चों के बाप होने के नाते टूटते परिवार को बचाने की अपील
  • विदेशी धरती से विधायक पति अमिताबो घोष का दावा,विधायक अंबिका सिंहदेव ने तीन बार की है उनसे मारपीट
  • बड़ा सियासी बवाल:फेसबुक पोस्ट 3 के माध्यम से विधायक पति ने किये कई खुलासे
  • विधायक द्वारा मामले को राजनैतिक रूप दिया जा रहा था पति ने किया खारिज
फेसबुक संदेश पार्ट -2

रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 02 फरवरी 2023 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर विधायक के पति का तीसरा सोशल मीडिया पोस्ट आते ही समर्थकों के पूर्व बयानों की उड़ी हवा, समर्थकों ने विधायक पति के दो बयानों को पूर्व मंत्री पूर्व भाजपा विधायक बैकुंठपुर पर थोपने का प्रयास किया लेकिन तीसरा सोशल मिडिया पोस्ट साबित कर गया की विधायक के पति एक तरफ जहां बैकुंठपुर विधायक के राजनीतिक जीवन से नाखुश हैं वहीं वह विधायक से प्रताडि़त भी हैं। विधायक पर विधायक पति ने मारपीट और खुद को घायल करने का आरोप लगाते हुए उन्हे पारिवारिक जीवन में वापस लौटने को कहा है। विधायक बैकुंठपुर के पति के तीसरे सोशल मीडिया पोस्ट से यह भी साबित हुआ की विधायक पति को राजनीति पसंद ही नहीं और वह पारिवारिक जीवन ही जीना पसंद करना चाहते हैं। विधायक पति ने स्व डॉक्टर रामचंद्र सिंहदेव का हवाला देते हुए यह भी लिखा है की स्वयं स्व डॉक्टर रामचंद्र सिंहदेव भी नहीं चाहते थे की उनके परिवार से कोई उनके बाद राजनीति में प्रवेश करे। विधायक पति ने यह भी लिखा है की वह अपने दो बच्चों के साथ प्रसन्न रहना चाह रहें हैं।
ज्ञात हो की बैकुंठपुर विधायक व संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव व उनके पति अमिताबो घोस के बीच विवाद अब बढता जा रहा है, तीन दिन से सोषल मीडिया में पति द्वारा किये जा रहे पोस्ट से क्षेत्र का माहौल गर्म हो गया है, विधायक पति द्वारा विदेशी धरती से अंबिका सिंहदेव पर तीन बार मारपीट करने का आरोप भी लगाया गया है। तो वहीं मामले को जिस प्रकार से विधायक द्वारा राजनैतिक रूप दिया जा रहा था उसे भी झूठा करार दिया गया है। श्री घोष द्वारा आने वाले दिनों में भी और पोस्ट करने की बात कही गई है, मामला परिवारिक है जिससे कि अब अन्य राजनैतिक व्यक्ति कुछ भी कहने से बच रहे हैं। तो वहीं लगातार हो रहे पोस्ट से अब अंबिका सिहंदेव के राजनैतिक भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है।
पति का सवाल बैकुंठपुर विधानसभा वालो से
उन्होंने यह भी लिखा है की स्वयं बैकुंठपुर विधायक ही बैकुंठपुर चुनाव जीतने के पहले कितनी बार आईं और कितने लोग उन्हें पहले से जानते हैं पहले से यह सोचने वाली बात है,कुल मिलाकर उन्होंने यह कहना चाहा है की बैकुंठपुर विधायक चुनाव जीतने से पहले बैकुंठपुर कम ही आईं और उन्हे जानने वालों की संख्या भी कम ही है। विधायक पति के तीसरे पोस्ट से पारिवारिक रूप से विधायक की एक ऐसी छवि सामने आई है जो महत्वाकांक्षा की मूर्ति हैं और वह अपनी महत्वाकांक्षा में अपने परिवार को भी महत्व देना उचित नहीं समझ रहीं हैं और वह अपने दो बच्चों से भी इसके लिए दूर रहने तैयार हैं। विधायक पति ने खुद की प्रताड़ना की भी बात की है जिसमे उन्होंने घायल होने की भी बात की है, अब यह सब क्यों वह सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर लिख रहें हैं यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन यह समझा जा सकता है की विधायक पति व्यथित हैं और उन्होंने अपनी व्यथा को लिखने का सार्वजनिक करने का मन बनाया है। वैसे विधायक पारिवारिक जिम्मेदारियों में भी असफल साबित हुईं यह उनके पति के सोशल मीडिया पोस्ट से साबित हो गया वहीं वह राजनीतिक रूप से क्षेत्र की जनता की उम्मीद भी पूरा कर पाने में असमर्थ ही रहीं हैं यह देखा जाता रहा है।

फेसबुक संदेश पार्ट -3

फेसबुक पोस्ट 3 में किया गया खुलासा
बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव के पति श्री घोष इन दिनों इंग्लैंड में हैं और भारतीय समयानुसार दोपहर लगभग 3 बजे उनके द्वारा अंबिका सिंहदेव से संबंधित पोस्ट फिर से किया गया है। श्री घोष ने अपने पोस्ट में लिखा है कि मुझे भी कुछ कहना है -3, मैं चुप रहा तो और गलतफहमी बढेगी वो वो भी सुना जो हमने कहा ही नही,बषीर ब्रद साब के यह दो लाईन का जिक्र मैं कल किया था कुछ घंटो मे वो सच निकला,मीडिया में सुना अंबिका जी ने कहा कि मेरा यह फेसबुक पोस्ट कुछ राजनैतिक टिप्पणी से नाराज होकर किया गया है, यह थोड़ा नही पूरा 100 प्रतिशत असत्य है। उन्होने लिखा है कि हमारी शादी के 20 साल में काका साब डॉ. रामचंद्र सिंहदेव ने कभी नही चाहा कि उनके परिवार से कोई भी राजनीति में आए। वो खुद सक्रिय राजनीति से अपने आप को अलग कर लिए थे, जो उन्हे जानते थे से यह भी जानते है कि किस कारण से (अभी मैं लिख नही रहा हूं)। तो वो कौन सा मजबूरी उन्हे आ गया जिंदगी के आखिरी दो साल में वो जो अपनी भतीजी को अपना उाराधिकारी बना के गए? उन्होने सवाल किया है कि 2016 के पहले कितने बार अंबिका जी बैकुंठपुर में आए, आज जो लोग उनके साथ खड़े हैं उनमे से कितने जन उन्हे 2016 के पहले मिले भी थे ना राजनीति ना समाज सेवा में कोई भी कार्य से जुड़े नही थे, अंबिका जी 2016 से पहले। भाई हम आपही के तरह परिवार वाले थे हम दोनो और हमारे दो बच्चे यही था अपना जहां। यह इतने सारे नये चेहरे 5 साल से पहले तो कभी नही दिखे। आज अभी थोड़ी देर पहले यहां के समय में सुबह 6 बजे, मेरा दोना बेटा रात डियूटी करके घर लौटा,यहां सब काम करते हैं बात वो नही है। बात यह है कि घर में एक मां होती है जो बच्चो को गरम रोटी बनाकर खिलाती है। हमारे घर में वो मां नही है साब। पत्नी पर तंज कसते हुए श्री घोष ने आगे लिखा है कि हमारी मां राजनीति का गरम रोटियां में बिज है हजारो मिल दूर। एक और बात…आलरेडी महिला का अवमानना का जिक्र छेड़ चुका है यह विवाद क्यूं उठाया जाता है जब भी कोई मुद्वा का जवाब आपके पास होता नही।
पति के पोस्ट से अनेक संदेहो को मिल रहा बल
विधायक अंबिका सिंहदेव के लिए भले ही यह पारिवारिक मामला हो लेकिन चुकि वो एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं इसलिए उनसे जुड़ा कोई भी मुद्वा सामान्य नही है।पति अमिताबो घोष द्वारा पहला पोस्ट बुधवार को किया गया था तब पहले दिन विधायक का बयान सामने नही आया था लोगो ने कयास लगाया कि हो सकता है पिछले दिनों घटे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर उनके पति आहत हो और विधायक पत्नी से राजनीति छोड़ने की बात कह रहे हो। दूसरे दिन भी उनके द्वारा बहुत ही गंभीरता से पोस्ट किया गया जिस पर खुद सामने आते हुए विधायक ने अपने आप को पाक साफ साबित करते हुए पूरे घटनाक्रम की दिशा बदलने की कोषिष की थी। उनके बयान में सीधा झलकर रहा था कि मौके का फायदा उठाते हुए उनके द्वारा सहानुभूति लेने की कोशिश की जा रही है। उसके बाद शुक्रवार को पति द्वारा फिर से जिस प्रकार का पोस्ट किया गया है और स्थिति एकदम स्पष्ट कर दी गई है कि यह मामला राजनैतिक नही है जिससे साफ है कि विधायक अंबिका सिंहदेव द्वारा खुद ही मामले को राजनैतिक रूप देने की कोशिश की जा रही थी जिसे उनके पति ने खारिज करते हुए विधायक पर ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। शुक्रवार को किये गये पोस्ट से यह तय है कि विधायक और उनके पति के आपसी संबंध सही नही है। श्री घोष द्वारा अभी आगे भी पोस्ट करने की बात कही गई है जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि इसके पीछे बहुत ही गंभीर बात है जिसे आने वाले दिनों में उनके द्वारा सोषल मीडिया में सार्वजनिक किया जाएगा। उनके पोस्ट से अनेक सवालो को बल मिल रहा है तो अब तरह-तहर की चर्चाएं भी शुरू हो गई है।
तीसरे पोस्ट के बाद विधायक ने साधी चुप्पी
पति के द्वारा गुरूवार को पोस्ट करने के बाद शाम के वक्त विधायक अंबिका सिंहदेव ने पैलेस मे कुछ पत्रकारो से चर्चा की थी जिसमें उनके द्वारा मामले का रूख मोड़ते हुए बड़ी बड़ी बाते की जा रही थी, स्पष्ट झलक रहा था कि उनके द्वारा इसका राजनैतिक फायदा उठाया जा रहा है और इस पोस्ट के पीछे विपक्ष को ही जिम्मेदार बताने की कोशिश की गई थी। शुक्रवार को उनके पति ने पोस्ट करते हुए उनकी बातो का खंडन भी किया और विधायक पर मारपीट करने का आरोप भी लगा दिया जिसके बाद विधायक ने चुप्पी साध ली है। वहीं इस मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी बयान दिया था, जिसमें भी उनके द्वारा इसके लिए पूर्व मंत्री को जिम्मेदार बताया जा रहा था लेकिन उसके बाद ही विधायक पति के द्वारा तीसरा पोस्ट आते ही मामलें का रूख एकदम बदल गया है। अब लोग हर दिन विधायक पति के अगले पोस्ट का इंतजार कर रहे है देखने वाली बात है कि अब उनके द्वारा आखिर क्या पोस्ट किया जाएगा। संभावना है कि उनके द्वारा खुद और विधायक पत्नी के बीच के विवाद को सार्वजनिक किया जाएगा जाहिर सी बात है कि श्री घोष नही चाहते कि श्रीमती सिंहदेव राजनीति करें लेकिन वे राजनीति क्षेत्र में ही रहने की मंषा जाहिर कर चुकी हैं। जिससे आपसी विवाद और गहराता जा रहा है।
क्या विधायक राजनीति के
लिए परिवार ही छोड़ देंगी?

वैसे अब यह देखना है की क्या बैकुंठपुर विधायक अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरा करने के लिए परिवार ही छोड़ देंगी या पति की बात मानकर राजनीति छोड़ेंगी। वैसे विधायक ने राजनीति नहीं छोड़ने का अपना बयान मीडिया को दे दिया है। वैसे विधायक पति ने यह भी सोशल मिडिया पर लिखा है की वह खुद बैकुंठपुर आकर अभी और अपनी बात लोगों के सामने रखेंगे और जिन्हे बुरा लगेगा वह उनसे प्रहार की भी उम्मीद करने की बात कर रहें हैं।
क्या राजनीति का भूत विधायक पर ऐसा
चढ़ा की परिवार बिखरने की कगार पर है?
वैसे विधायक पर राजनीति का भूत ऐसा चढ़ा है की अब उनका परिवार बिखरने की कगार पर है। राजनीति में विधायक का मन तो लग रहा है लेकिन परिवार का मन नहीं लग रहा है यह स्पष्ट हो गया है।
विधायक अंबिका पर मारपीट का आरोप
श्री घोष ने आगे लिखा है कि सवाल मुद्वा का है लिंग का नही,इसी के चलते तो मैं पीछे 2 साल से तीन बार पीट गया हूं आपके विधायक जी से मेरे पास एवीडेंस है,आखिरी बार 4 जनवरी 2023 को रायपुर में जब मै अपने जख्म का फोटो भेजा उन्हे वाटसअप में उन्होने साँरी लिखा। मेरा कसूर बस इतना है कि मै एक ही सवाल 4 साल से करते आ रहा हूं आप यह सब क्यूं कर रहे हो। वे आगे लिखते हैं कि सुना है साहब मां बाप के कर्मो का फल बच्चो को मिलता है मानता भी हूं। बहुत मुश्किलो का सामना करते हुए मैं और आपके विधायक जी हमारे दोनो बच्चो का परवरिश कर रहे थे।
हवा के झोके ने चकनाचुर कर दिया हमारा घोंसला
विधायक पति ने आगे लिखा है कि अचानक एक हवा का झोका आया और हमारा घोंसला ही चकनाचुर कर दिया बात परिवार का है इज्जत का है मेरे जगह पर आप होते तो क्या करते ? आज बस इतना ही। एक आखिरी बात मै यह पोस्ट अधिकतम अगले फ्राईडे 10 फरवरी तक ही करूंगा उसके बाद या तो लाईव में आके और अच्छा होगा बैकुंठपुर में आ के आप के सवालो का जवाब दूंगौ। जो मुझे पत्थर मारने आएगा कृपा करके साथ में दो बिस्किट लाना और जो मेरे पुतला में आए लगाएगा वो दो कप गरम चाय लाना,चाय पे चर्चा हम भी कर सकते हैं। उन्होने आगे लिखा है कि मै जिंदगी में कभी किसी से डरा नही और आज मेरे साथ मेरा वो जिंदगी ही नही तो डर किस बात से।
पति का विधायक पत्नी पर लगाया गया आरोप
आरोप-3 बार पति को पीट चुकी हैं विधायक अम्बिका सिंहदेव।
आरोप-बच्चों के लिए रोटियां सेंकने की बजाए सेंक रही हैं राजनीतिक रोटियां।
आरोप-भइयालाल के राजनीतिक बयानबाजी के आरोप को ठहराया गलत।
विधायक पति का सवाल
सवाल: वो कौन सी मजबूरी उन्हे आ गया जिंदगी के आखिरी दो साल में जो वो आपनी भतीजी को आपना उाराधिकारी बना के गए?
सवाल: 2016 से पहले कितने बार अम्बिका जी बैकुंठपुर आई?
सवाल: क्यूँ उठाया जाता है जब जब भी कोई मुद्दा का जवाब आपके पास होता नही?
सवाल: आज उनके साथ जो लोग खड़े है उनमें से कितने जन उन्हें 2016 के पहले मिले भी थे?
सवाल: बात परिवार का है इज्जत का है मेरे जगह आप होते तो क्या करतें?


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