अंबिकापुर@सरगुजा में क्षय रोग की संख्या में बढोारी, पाए गए 1642 मरीज

Share


अंबिकापुर,01 फरवरी 2023 (घटती-घटना)। राष्ट्रीय क्षय उन्मुलन कार्यक्रम जिला सरगुजा से प्राप्त आकड़ो के अनुसार विगत वर्ष के तुलना में क्षय रोगियों की संख्या में बढोारी दर्ज की गई है। पूर्व वर्ष में क्षय रोगियों की संख्या 1120 दर्ज की गई थी जिसकी तुलना में इस वर्ष 1642 दर्ज की गई है। क्षय रोग की भयावह तस्वीर इस बात से लगाया जा सकता है कि यह शरीर के प्रत्येक भाग में अपना दुष्प्रभाव पैदा कर रहा है। क्षय रोग के लिए पहले जहां खांसी होना जरुरी समझा जाता था वही आज प्राप्त आकडों के अनुसार पैर, आंख, हड्डी एवं जनन अंगों के भी टीबी मरीज सामने आ रहे हंै। विगत 1 वर्ष में क्षय रोग 48 मरीज की आकाल मृत्यु हुई है। बार-बार बुखार आना, वजन का कम होना, शरीर में दर्द का बना रहना, पेट दर्द का होना नपुंसकता का कारण क्षय रोग, टीबी पाई जा रही है। क्षय रोग से ग्रसित 30 मरीजों सीटी स्केन कराए जाने पर आधे से ज्यादा फेफड़ा गला पाया गया। 34 मरीजों में क्षय रोग के क्षय रोग के कीटाणु में दवाई की प्रतिरोधक क्षमता पाई गई है, अर्थात ऐसे मरीज समान्य क्षय रोग की दवाई से ठीक नहीं हो सकते है। उक्त जानकारी क्षय रोग जिला प्रभारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने दी है।
जांच के लिए प्रत्येक लाम में ट्रूनॉट मशीन
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के विशेष पहल पर सरगुजा जिले के सभी लाक मुख्यालय अम्बिकापुर, लखनपुर, उदयपुर, लुन्ड्रा, बतौली, सीतापुर एवं मैनपाट में टूू्रनॉट मशीन जांच के लिए लगाई गई है। जिसमें क्षय रोग के कीटाणु की सुक्ष्तम कणों की जांच एवं उसमें प्रयुक्त दवाई की कारगरता का पता लगाया जा सकता है। क्षय रोग के आदिवासी वर्ग में मरीज का शासन स्तर से दस हजार की राशि अतिरिक्त पोषण आहार हेतु उपलध कराई गई एवं अन्य सभी वर्गों हेतु पांच प्रतिमाह की दर से पोषण हेतु राशि डीबीटी में माध्यम से उपलध कराई जा रही है।


Share

Check Also

कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला

Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …

Leave a Reply