मनेद्रगढ@निगम में कांग्रेस की सरकार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार,निगम कर्मचारियों को वेतन देने की बारी आई तो केंद्र सरकार पर इल्जाम क्यों?

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  • चिरमिरी निगम पार्षद एवम विधायक प्रतिनिधि भाजपा नेताओं को बता रहे औकात,जबकि उन्हीं की सरकार में कर्मचारी भूखे
  • वीडियो जारी कर पार्षद लगा रहें हैं केंद्र सरकार पर आरोप जबकि निगम में उन्ही की है सरकार
  • चंदा बांटने निगम में पैसों की नहीं होती कमी,जब कर्मचारियों को वेतन देने की आती है बारी केंद्र सरकार पर लगाते हैं आरोप


-रवि सिंह-
मनेद्रगढ 18 जनवरी 2023  (घटती-घटना)। एमसीबी जिले का एकमात्र नगर निगम लगातार सुर्खियों में बना रहता है सुर्खियों में भी इसलिए क्योंकि निगम में लगातार ऐसी ऐसी घटनाएं होती रहती हैं की सुर्खियां बन ही जाती हैं। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान बड़े स्तर पर घोटाले की बात हो या फिर निगम के पैसे से पूजा समितियों को विधायक द्वारा चंदा देने की बात हो वहीं बात कर्मचारियों के वेतन की हो सभी मामलों में निगम सुर्खियों में बने चला आ रहा है और फिर एकबार निगम के कर्मचारियों के वेतन का मामला सुर्खियों में है और निगम के कर्मचारी वेतन बिना लगातार काम कर रहें हैं और जिनकी कोई सुध नहीं ले रहा है और निगम कर्मचारी आर्थिक तंगी झेलने मजबूर हैं,वहीं सत्ताधारी दल के नेता साथ ही निगम में भी काबिज कांग्रेस पार्टी के नेता लगातार चिरमिरी के विकास की बात सोशल मीडिया पर जाहिर कर रहें हैं और यह साबित करने का पूरा प्रयास कर रहें हैं की निगम लगातार विकास पथ पर अग्रसर है और विकास की नई गाथा लगातार लिखी जा रही है।
निगम में विकास की जो गाथा सोशल मीडिया पर दिखाई जा रही है वह निर्माण की गाथा है और उसे वही कांग्रेस नेता सोशल मीडिया पर प्रसारित कर रहें हैं जो निगम में ठेकेदारी कर रहें हैं और वह निगम से लाभ प्राप्त कर रहें हैं अन्य कोई नहीं वहीं जब निगम के कर्मचारियों के वेतन की बात आती है यही नेता तत्काल केंद्र सरकार और भाजपा पर आरोप लगाते नजर आते हैं जिसका ताजा उदाहरण हाल में ही देखने को मिला जब कांग्रेस विधायक के प्रतिनिधि एवम निगम में पार्षद ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर यह साबित करने का प्रयास किया की निगम के कर्मचारियों को वेतन प्राप्त नहीं होने मामले में उनकी प्रदेश सरकार साथ ही उनकी निगम सरकार का इसमें दोष नहीं है और पूरा दोष केंद्र की भाजपा सरकार का है जो निगम को उसका हक को कर के रूप में रॉयलटी के रूप में मिलने वाला है वह नहीं दे रही है इसलिए यह समस्या आ रही है और कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। वैसे चिरमिरी नगर निगम में कांग्रेस की सरकार है और जबसे निगम में कांग्रेस की वर्तमान सरकार काबिज है लगातार कुछ न कुछ मामला ऐसा जरूर सामने आते रहता है जिससे निगम सुर्खियों में रहता है और अब सुर्खियां बटोरने में इस निगम को प्रदेश में अव्वल माना जाने लगा है जो साबित भी हो रहा है।
निगम में कर्मचारियों को नहीं मिल पा रहा है समय पर वेतन
निगम में कर्मचारियों को वेतन समय पर नहीं मिलना लगातार ऐसी बातें समाने आती रहीं हैं। निगम में कर्मचारी वेतन के लिए आए दिन परेशान रहते हैं जो देखा जाता रहा है। त्यौहार हो या आम समय निगम कर्मचारियों को वेतन के लिए लगातार परेशान होना पड़ता है। निगम ने कर्मचारियों के वेतन के लिए कभी कोई सार्थक प्रयास नहीं किया जिससे उन्हें समय पर वेतन प्राप्त हो सके और वह निश्चिंत होकर काम कर सकें।
निगम में निर्माण कार्य के लिए नहीं होती राशि की कमी, ठेकेदारों को भुगतान में भी नहीं होती परेशानी
वहीं निगम में निर्माण कार्यों और ठेकेदारों को निर्माण कार्य के एवज में मिलने वाली राशि में कभी कमी नहीं देखी गई है। निगम में जहां अधिकांश निर्माण कार्य कांग्रेस नेता ही संपन्न कर रहें हैं और वह निगम के विकास की बात कर रहें हैं वह अपने भुगतान के लिए कभी निगम में परेशान होते हो ऐसा नहीं देखा जाता। ठेकेदारों सहित कांग्रेस नेताओ के निर्माण कार्य के भुगतान समय पर होते रहते हैं और इस हेतु निगम में कभी आर्थिक दिक्कत आई हो नहीं पाया गया जबकि कर्मचारियों के वेतन मामले में निगम फिसड्डी ही साबित होता आया है और कर्मचारी परेशान ही नजर आते रहें हैं।
कोरोना संक्रमण काल निगम में हो चुका है बड़े पैमाने पर सेनिटाइजर घोटाला
वहीं जिस चिरमिरी नगर निगम में आज कर्मचारी वेतन के लिए परेशान हैं उसी नगर निगम में कोरोना संक्रमण काल में बड़े स्तर पर सेनीटाइजर घोटाला हो चुका है और उस समय भी निगम में पैसों की कमी आई हो नहीं देखा गया। जब लोग डर के साए में जी रहे थे और लोगों को सुरक्षा के लिए चिंता सता रही थी तब निगम की सरकार में बैठे लोगों ने लोगों की सुरक्षा मामले में भी बंदरबाट किया और लोगों की ही सुरक्षा के नाम पर अपनी जेब भरने से परहेज नहीं किया। उस समय जो सुरक्षा सामग्री जिसमे सेनीटाइजर खरीद कर बांटा गया था ऐसी फर्म के नाम पर बांटा गया था जो बंद हो चुकी फर्म थी और उसके नाम पर घोटाला कर लिया गया था और तब भी पैसों की समस्या निगम के समक्ष नहीं आई थी।
पूजा पंडालों को निगम से विधायक ने बांटा था चंदा, तब भी पैसों की नहीं आई थी दिक्कत
निगम से पूजा पंडालों को चंदा बांटने का मामला भी सामने आ चुका है। विधायक ने पूजा पंडालों को चंदा निगम से बांटा था जो सबूत सहित बात सामने आई थी और तब भी निगम में आर्थिक दिक्कत नहीं आई थी जो देखने में आया था। निगम से चंदा बांटने मामले में विधायक की किरकिरी भी हुई थी और उस समय भी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा था और कर्मचारी परेशान थे और उनकी परेशानी दूर करने की बजाए चंदा बांटना जरूरी समझा गया था। कुल मिलाकर निगम में कर्मचारियों की कभी सुध लेने की कोशिश नहीं की गई और वे लगातार वेतन के लिए परेशान ही नजर आए और आज भी वह परेशान ही हैं।
वर्तमान में निगम कर्मचारियों को नहीं मिल पा रहा है वेतन
वर्तमान में निगम के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है और वह परेशान हैं। निगम के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को वेतन समय पर मिल पाने की शिकायत हमेशा रही है और इसका कोई ठोस समाधान कभी नहीं ढूंढ़ा गया और यही वजह है की उनकी समस्या बरकरार है। निगम में कर्मचारियों को लेकर कोई गंभीर होता तो ऐसी समस्या नहीं आती और उनको समय पर भुगतान हो जाता। वहीं निगम में काबिज कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओ का वेतन मामले में हमेशा यही जवाब सामने आता है की इसके लिए केंद्र सरकार दोषी है और इसी वजह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है और वह वेतन के लिए परेशान हैं।
भाजपा नेता ने निगम कर्मचारियों को बांटी आवश्यक सामग्री
चिरमिरी निगम के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाने की वजह से आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड रहा है और उनकी समस्या देखकर भाजपा नेता ने उन्हे आवश्यक सामग्री बांटने का निर्णय लिया है। भाजपा नेता ने अपने सामर्थ्य अनुसार कर्मचारियों को सब्जी बांटने का प्रयास किया है वहीं भाजपा नेताओं ने पूरे मामले में निगम को घेरने का भी सोशल मीडिया पर अभियान जारी रखा हुआ है। निगम के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाने की वजह से उन्हे दैनिक आवश्यक सामग्री भी ले पाने में कठिनाई हो रही है यह भाजपा सामने रखकर निगम की असफलता गिना रही है।
विधायक प्रतिनिधि एवम निगम पार्षद हुए उग्र,भाजपा नेता को बताई उसकी औकात
एक तरफ चिरमिरी नगर निगम अपने कर्मचारियों को वेतन दे पाने में असमर्थ है वहीं जब भाजपा नेता कर्मचारियों की मदद करना चाह रहें हैं उसमे भी कांग्रेस नेता अडंगा डाल रहें हैं भाजपा नेता को उसकी औकात बता रहें हैं। बता दें की भाजपा नेता ने कर्मचारियों को सब्जी बांटने की कोशिश की वहीं तभी वहां निगम में पार्षद व विधायक प्रतिनिधि पहुंचते हैं और वह भाजपा नेता को उसकी औकात बताकर उसके प्रयास को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं और पूरे घटनाक्रम को खुद सोशल मीडिया पर प्रसारित करते हैं। कांग्रेस नेता खुद सरकार में रहकर कर्मचारियों की मदद नहीं कर रहें है और वह मदद करने वाले को उसकी औकात बता रहें हैं। कांग्रेस नेता पार्षद की वीडियो लोगों को भी समझ नही आ रही है और लोगों का कहना है की खुद कर्मचारियों की मदद जो नहीं कर सकते और जो केवल निगम में ठेकेदारी कर रहें हैं अपनी जेब भर रहें हैं उन्हें किसी का विरोध करने का कोई अधिकार नहीं है।


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