- क्या कोरिया पुलिस दे चुकी है कोल माफियाओं को कोयले के अवैध कारोबार करने की अनुमति?
- चरचा काण्ड व नव पदस्थ आईजी के आने के बाद से कुछ दिनों तक शांत रहे कोल माफिया अब फिर उठने लगे सर
- पटना क्षेत्र में फिर शुरू हुई कोयले तस्करी का काम
- आखिर किसने दिया काम करने का इज्जाजत
- इस बार किस गुट को मिली परमिशन क्या फिर गुट भिड़ेंगे आपस में?
- कोल माफिया को कोयले के अवैध कारोबार को शुरू करने मार रहे हाथ-पांव
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 16 जनवरी 2023 (घटती-घटना)। कोरिया जिले में अभी कुछ दिनों से अवैध कारोबार को लेकर शांति थी, क्योंकि चरचा कांड के बाद से कोल माफिया को अवैध कारोबार का परमिशन नहीं मिल रहा था पूरी तरीके से अवैध कारोबार बंद रखने को कहा गया था, इसका दूसरा कारण नव पदस्थ पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा भी थे, क्योंकि वह अवैध कारोबार अपने क्षेत्र में बिल्कुल भी नहीं होने देना चाहते थे जिस वजह से किसी भी थानेदार में हिम्मत नहीं थी कि वह कोल माफिया को काम करने की अनुमति दें या फिर संरक्षण प्रदान करें, क्योंकि कोरिया में नव पदस्थ सरगुजा आईजी रामगोपाल गर्ग का दौरा नहीं हुआ था अब वह भी दौरा करके जा चुके हैं इसके बाद फिर से कोल माफियाओं का सर उठने लगा है और वह कोयले के अवैध कारोबार को फिर से शुरू करने की जद्दोजहद कर रहे हैं सूत्रों की माने तो काम शुरू भी हो गया है पर थोड़ा धीमी गति से चल रहा है पहले की तरह खुली छूट नहीं है वही कुल माफियाओं का सरेआम यह कहना कि काम तो शुरू होगा ही क्योंकि उन्हें भी तो पैसे की जरूरत है उन्हें किसे पैसे की जरूरत है यह बात सभी समझ सकते हैं लिखने या बताने की जरूरत नहीं है।पिछले डेढ़ महीने से अवैध कारोबार पर पूरी तरीके से अंकुश लगा हुआ था अब एक बार फिर से कोयले का अवैध कारोबार शुरू होने की सुगबुगाहट होने लगी है सूत्रों का कहना है कि यह कारोबार शुरू भी हो गया इसके लिए संबंधित विभाग द्वारा छूट देने की बात कही गई है अब यह बात कितनी सत्य है यह तो तब पता चलेगा जब पूरी तरीके से कारोबार चलेगा या फिर पूरी तरीके से बंद हो जाएगा? कारोबार चलता है तो यह समझा जा सकता है कि संबंधित विभाग इन्हें कारोबार करने की अनुमति दे दिया है और यदि कारोबार बंद होता है तो यह समझा जा सकता है कि संबंधित विभाग ने अभी भी इन पर अंकुश लगाकर रखा है पर जैसी जानकारी आ रही है उसके अनुसार कारोबार फिर से शुरू हो चुका है दो गुटों में समझौता भी हो गया है और दोनों गुट 1 साथ काम करेंगे पर दोनों का काम अलग अलग होगा, ऐसी भी जानकारी सामने आ रहे हैं दोनों गुट अब एक दूसरे का विरोध किए बिना अपनी-अपनी हिस्से का अवैध कारोबार करेंगे जिसके लिए अंदर खाने में समझौता होना बताया जा रहा है।
क्या आईजी तक यह बात पता चलने पर लगेगा रोक?
सरगुजा आएगी रामगोपाल गर्ग अवैध कारोबार को लेकर काफी एग्रेसिव है और वह बिल्कुल नहीं चाहते कि अवैध कारोबार हो पर ऐसे मे कोरिया जिले में एक बार फिर से अवैध कारोबार शुरू होता है और उन तक यह बात पहुंचती है तो क्या कार्रवाई होगी? जबकि अवैध कारोबार को लेकर दो थाना चरचा व पटना सुर्खियों में रहता है और इन्हीं क्षेत्रों में अवैध कारोबार कोयले का बड़े मात्रा में होता आया है और एक बार फिर से होने की बात सामने आ रही है।