महासमंद , 12 जनवरी 2023 ( ए )। जिले का जिला अस्पताल के मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद भी हालत नहीं बदले। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद भी यहां पहुंचने वाले मरीजों को नहीं मिल रहा सही इलाज। ऐसा ही मामला सामने आया है। जिला
गरियाबंद जिले के ग्राम बीड़ोरा निवासी ईश्वर लाल साहू 55 वर्षीय को फिंगेश्वर स्वास्थ्य केंद्र से महासमुंद जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। ईश्वर साहू अपनी पत्नी नंदनीय साहू और अपने भतीजा भुनेश्वर साहू के साथ मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा था, जिसे भर्ती किया गया। ईश्वर साहू को गैस से संबंधित समस्या थी। 10 जनवरी को पूरी रात मजीज ठीक ठाक रहा। 11 जनवरी को सुबह मरीज ईश्वर साहू ने दलिया खाया। इसी दौरान मरीज को कुछ समस्या हुई मरीज के परिजनों ने स्टाप नर्स को जानकारी दी, तब नर्स ने एक इंजेक्शन लिखा और कहा की इसे बाहर मेडिकल स्टोर्स से खरीद कर लाओ। परिजन जिला अस्पताल के मेडिकल स्टोर इंजेक्शन लेने पहुंचा। तो मेडिकल स्टोर के संचालक ने मात्र पर्ची से इंजेक्शन देने के लिए मना कर दिया। जिसके बाद मरीज का भतीजा भुनेश्वर साहू दवा लेने शहर गया। शहर के मेडिकल स्टोर में दवा नहीं मिली। मरीज का भतीजा डाक्टरों को वापस दवा नहीं मिल रही है बताने आया तब तक मरीज ईश्वर साहू 55वर्षीय की मौत हो चुकी थी।मरीज ईश्वर साहू की मौत के बाद उसके परिजन अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। मामले में जिला मेडिकल कॉलेज के ज्वाइन डायरेक्टर बसंत महेश्वरी का कहना है कि जिला अस्पताल में सभी तरह की इंजेक्शन उपलब्ध है। अगर लापरवाही हुई है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
गौरतलब है कि महासमुंद जिला अस्पताल का मेडिकल कॉलेज से संबंध होने के बाद भी जिला मेडिकल कॉलेज में डाक्टरों और नर्सों की भारी कमी है।जिसके चलते मरीजों को इलाज के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही स्टाप नर्सों और डाक्टरों की लापरवाही के चलते जिला मेडिकल कॉलेज में पहुंचने वाले मरीजों की मौतें हो रही है।
Check Also
कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला
Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …