कोरबा@आरकेटीसी कार्यालय में फायरिंग कर रंगदारी

Share


टैक्स मांगने के मामले में 02 आरोपी गिरफ्तार
कोरबा, 06 जनवरी 2023 (घटती-घटना)। कोरबा में बीते साल 30 सितंबर 2022 को आरकेटीसी कोल कंपनी के ट्रांसपोर्ट नगर कोरबा स्थित कार्यालय में अज्ञात व्यक्ति द्वारा फायरिंग किया गया था , जिसके बाद जिले की पुलिस मामले की लगातार जांच कर रही थी जिसमे दो महीने बाद पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए पुलिस को बड़ी सफलता मिली। मामला आरकेटीसी कंपनी द्वारा झारखंड राज्य के आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग में चल रहे कोयला खनन के एवज में रंगदारी टैक्स मांगने के मामले में कोरबा पुलिस ने दो आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार किया। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी झारखंड के अमन साहू गैंग से जुड़े हुए हैं ढ्ढ अमन साहू वर्तमान में केंद्रीय जेल हजारीबाग में बंद है। बता दें कि 30 सितंबर 2022 की शाम करीब 6.20 बजे टीपी नगरा स्थित आरकेटीसी कंपनी के कार्यालय में एक अज्ञात मोटरसाइकिल सवार के द्वारा पिस्टल से एक राउंड फायर कर पर्चा फेंक फरार हो गया था। पर्चे में लिखा हुआ था कि झारखंड राज्य के आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग में चल रहे कोयला उत्खनन कार्य में आरकेटीसी कंपनी के द्वारा अमन साहू को मैनेज नहीं किया गया है मैनेज नहीं करने पर ऐसी और घटनाएं करने की धमकी दी गयी थी। घटना के कुछ देर बाद अमन साहू गैंग के मयंक सिंह नामक व्यक्ति ने आरकेटीसी कंपनी के मालिक सुशील सिंघल को इंटरनेशनल मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप कॉल कर रंगदारी टैक्स की मांग की थी। सीएसईबी चौकी पुलिस ने मामले में अपराध क्रमांक 918/2022 धारा 307,385,506 बी भादवि, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। पुलिस अधीक्षक कोरबा संतोष सिंह एवं अति0 पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक वर्मा व तत्कालीन कोरबा सीएसपी योगेश साहू घटनास्थल का मुआयना किया गया था । पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए एवं जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई। पुलिस की अलग अलग टीमों ने मामले की जांच शुरु की एवं हर पहलू को बारीकी से नजर रखते हुए टीम द्वारा सीसीटीवी की जांच की गयी जिसमे में पता चला कि आरोपी वारदात को अंजाम देकर धरमजयगढ़ की ओर निकले है एवं और बारीकी से जांच करने पर सीटीवी कैमरों में मिले फुटेज से स्पष्ट हुआ कि आरोपी धरमजयगढ़ की ओर से आये हैं , किंतु हेलमेट पहने होने व मोटरसाइकिल में रजिस्ट्रेशन नंबर न होने के कारण आरोपी की पहचान नही हो पा रही थी। इस दौरान पुलिस की एक टीम हजारीबाग गई। विवेचना के दौरान कोरबा पुलिस को एक संदिग्ध मोबाइल नंबर का पता चला जिसके बारे में हजारीबाग एटीएस को सूचनाएं साझा की गई। हजारीबाग एटीएस एवं थाना कोरबा पुलिस के द्वारा उक्त मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी नितेश सिंह उर्फ मेजर सिंह और अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी को पकड़ा गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया । पूछताछ में आरोपी नितेश सिंह उर्फ मेजर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह धर्मजयगढ़ का निवासी है जो कि काम की तलाश में दिल्ली गया हुआ था जहां पर सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी पहचान मयंक सिंह से हुई । मयंक सिंह ने इसे आरकेटीसी कंपनी के ऑफिस में गोली चलाने के लिए 01 लाख 50 हजार रुपए देने का प्रस्ताव रखा, जिसे आरोपी स्वीकार कर लिया एवं वारदात को अंजाम देने से पहले धरमजयगढ़ में रहकर गोली चलाने की प्रेक्टिस कि । आरकेटीसी कंपनी में गोलीकांड के एवज में बचे हुए रकम में से 25 हजार रुपए को देने के लिए मयंक सिंह के द्वारा अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी को भेजा गया था। पुलिस ने दोनो आरोपी नितेश सिंह और अभिनव तिवारी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजने की तैयारी कर रही है साथ ही वारदात में इस्तेमाल किये गए दो पिस्तौल एवं एक पुरानी मोटरसाइकिल को जत की है ढ्ढ इस पूरी कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी,कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा, सीएसईबी चौकी प्रभारी एस के धारी, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष नागर सहित समस्त साइबर सेल एव पुलिस टीम की महा्वपूर्ण भूमिका रही एवं कोरबा पुलिस टीम द्वारा मामले को जल्द सुलझाने में जो सफलता मिली उसके लिए बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एवं कोरबा पुलिस अधीक्षक ने सभी को दी बधाई ।


Share

Check Also

कोरबा @राष्ट्र निर्माण में पुलिस की भूमिका विषय पर कोरबा पुलिस द्वारा स्कूल एवं कोलेज मे प्रतियोगिता आयोजित

Share कोरबा 27 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। पुलिस मुख्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार पुलिस स्मृति दिवस (21 …

Leave a Reply