- मनेंद्रगढ़ में मनेंद्रगढ़ विधायक की लोकप्रियता कम वहीं भरतपुर सोनहत विधायक की लोकप्रियता ज्यादा,आखिर क्यों?
- क्या 2023 में मनेंद्रगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे गुलाब कमरों या मनेंद्रगढ़ शहर को अपने विधानसभा में कराएंगे शामिल?
- मनेंद्रगढ़ से गुलाब कमरों की बढ़ती नजदीकियां उठा रही कई सवाल?
–रवि सिंह –
मनेंद्रगढ़ 2 जनवरी 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ के अविभाजित कोरिया का मनेंद्रगढ़ विधानसभा अलग ही कहानी बयां कर रही है 4 साल के कार्यकाल के बाद इस विधानसभा में जो देखने और सुनने को मिल रहा है वह एक अलग ही कहानी बयां करने लगी है और यह कहानी हो तो क्यों ना हो क्योंकि इस विधानसभा के विधायक खुद इस शहर में अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं इसकी वजह क्या है यह तो अंदर खाने की बात है पर जो विधानसभा जिस शहर के नाम से है उसी शहर में उसी विधायक की लोकप्रियता कम होना और दूसरे विधानसभा भरतपुर सोनहत के विधायक की लोकप्रियता बढ़ना व शहर से नज़दीकियां बढ़ना कहीं ना कहीं दो विधायकों के बीच एक टकरार की स्थिति निर्मित कर दी है, जिसके बाद से तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं मनेंद्रगढ़ में मनेंद्रगढ़ विधायक को वहां की जनता कम पसंद कर रही है पर दूसरे विधानसभा के विधायक को वहां की जनता ज्यादा पसंद कर रही है जबकि उनको ना तो गुलाब कमरों के लिए मतदान करना है और ना ही अपना मतदान उनके विधानसभा में ही करना है उन्हें तो अपना मतदान अपने विधानसभा के विधायक के लिए ही करना होगा, इस समय जिस प्रकार से गुलाब कमरों की नज़दीकियां मनेंद्रगढ़ शहर से बढ़ रही हैं और विनय जायसवाल की दूरियां मनेंद्रगढ़ शहर से बढ़ रही हैं इसे लेकर अब तरह-तरह की बातें होने लगी है, यह भी कहा जा रहा है कि अगला विधानसभा चुनाव मनेंद्रगढ़ से गुलाब कमरों लड़ सकते हैं, जिस प्रकार गुलाब कमरों की मनेंद्रगढ़ शहर से नजदीकियां बढ़ रही हैं और गांव से उनकी दूरियां बढ़ रही हैं ऐसे में जिन गांव वालों ने इन्हें अपना मत देकर विधायक बनाया है क्या उनके इस रवैया से वह अगली बार भी इन्हें विधायक बनाएंगे? शहर पर ज्यादा ध्यान देने की वजह से गांव से इनकी दूरियां बढ़ती जा रही हैं जबकि स्वयं यह एक गांव से ही आते हैं।
क्या अब नेताओं को शहर ही चाहिए गांव नहीं?
भरतपुर सोनहत विधायक का शहर प्रेम खुलकर देखा जा सकता है। विधायक अपना अधिकांश समय शहरी क्षेत्रों में ही व्यतीत कर रहें हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रो का भ्रमण कर वापस आकर भी शहर में ही डेरा जमा रहें हैं। विधायक जी को शहर से इस कदर लगाव हुआ है कि उन्हें आये दिन शहर में ही देखा जाता है और अपेक्षाकृत गांवों की तरफ जाते कम ही देखा जाता है।
आखिर मनेंद्रगढ़ शहर से गुलाब कमरों की नज़दीकियां क्यों बढ़ रही है?
मनेंद्रगढ़ शहर से भरतपुर सोनहत विधायक की नजदीकियां क्यों बढ़ रहीं हैं इसका कोई ठोस कारण तो समझ में नही आ रहा है लेकिन शहर की चकाचौंध और जगमगाती जिंदगी का मोह कहना सही होगा जिसके कारण विधायक ग्रामीण क्षेत्र छोड़कर शहर में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। सुविधा और हर जरूरत एक आवाज में शहर में ही पूरी हो सकती है और यही वजह है जो विधायक जी सुविधा और जरूरत की ओर ध्यान दे रहें हैं ग्रामीण क्षेत्र से परहेज कर रहें हैं जो देखा जा रहा है।
क्या सच में मनेंद्रगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ सकते हैं गुलाब कमरों?
भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों का मनेंद्रगढ़ शहर से प्रेम लगातार देखा जा रहा है और अब उनका प्रेम ज्यादा ही खुलकर सामने आ रहा है जिसमें यह देखने को मिल रहा है कि गुलाब कमरों शहर में इतना ज्यादा समय दे पा रहें हैं कि खुद शहर के विधायक की लोकप्रियता प्रभावित हो चुकी है और अब उनकी स्वीकार्यता पर भी सवाल उठने लगा है। मनेंद्रगढ़ विधायक से ज्यादा लोकप्रिय हो चुके भरतपुर सोनहत विधायक मनेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से आगामी चुनाव लड़ सकते हैं यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है। अब अंदाजा कितना सही है यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन इतना जरूर है कि गुलाब कमरों मनेंद्रगढ़ विधानसभा से भी दावेदार बन सकते हैं।