पांचवें वर्षगांठ कार्यक्रम में सैकड़ों लोग हुए शामिल,झंडा वंदन और पूजा अर्चना की गई
उदयपुर, 31 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। लाक अंतर्गत रामनगर पंचायत में स्थित विभिन्न चौक चौराहो का नामकरण गांव को बसाने (सृजन) एवं इसके विकास में योगदान देने वाले प्रथम नागरिकों के नाम पर 30 दिसंबर 2018 को ग्रामीणों ने यह पहल कर अपने पूर्वजों को सम्मान दिया, इसके तहत प्रतीक के रूप में, खंभा स्थापित कर , पारंपारिक रीति रिवाज से पूजा-पाठ कर, उत्साह पूर्वक चौक चौराहों का, नामकरण किया गया था! इस दौरान पारंपारिक वाद्य यंत्र ढोल, झांझ ,एवं मांदर की धुन पर गांव के लोग झूमते नजर आए अपनी तरह के अनूठे इस आयोजन का विचार तत्कालीन निर्विरोध चुने गए सरपंच रोहित सिंह टेकाम के मन में आया, सरपंच स्वयं गांव को बसाने वाले प्रथम पूर्वज देव ढाढू माझी टेकाम ,एवं नान माझी टेकाम के नौवमी पीढ़ी के वंशज हैं, इन्होंने बाबा राम प्रसाद (पटेल) ,व गांव के देव साय (बैगा), सुमिरन सिंह ,दिलीप सिंह ,हृदय राम ,चमरू राम ,हरिहर राम ,फेकू राम रमजीत,इत्यादि अनेकों खास लोगों से सलाह व मार्गदर्शन लेते हुए रामनगर पंचायत में इस तरह के 06 चौक चौराहों का नामकरण-देव ढाढूमाझी टेकाम,,देव नान माझी टेकाम,, देव सुखी राम सरोटिया,, देव दुखीराम सरोटिया, त्रिलोचन पोर्ते, बंधु राम यादव, के नाम पर किया गया है, चूंकि चौक स्थापना के समय ही कुछ जगह को छोड़कर बाकी चार जगहों पर को देवधाम के रूप में स्थापित किया गया है , देव ढाढूमाझी टेकाम व नान माझी टेकाम, की पूजा गांव के प्रत्येक घर और देव स्थलों में पहले से ही की जाति रही है, देव सुखीराम सरोटिया व देव दुखीराम सरोटिया की भी पूजा गांव के सरोटिया परिवारों में एवं देव स्थलों में किए जाने की परंपरा है, इस आयोजन के बाद अब माह के पूर्णिमा के दिन इन स्थलों में दीप प्रज्वलित किया जाता है ,प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 30 दिसंबर 2022 दिन शुक्रवार को पारंपारिक रीति रिवाज पूजा-पाठ वाद्य यंत्र ढोल मांदल इत्यादि के धून के साथ- साथ पूर्वजों का जय जय कारा गूंजता रहा ,इस तरह उत्साह पूर्वक ,हर्षोल्लास के साथ पांचवां वर्षगांठ के रूप में पूर्वज सम्मान दिवस त्यौहार संपन्न हुआ ,इस दौरान रामनगर के ,पूर्वज सम्मान संघर्ष समिति, की नौजवान युवक युवती साथियों का सहयोग व उत्साह ,सराहनीय रहा ,गांव की सभी सम्माननीय नागरिक जनप्रतिनिधि बैगा पुजारी वरिष्ठ जन ,सुमिरन सिंह सरोटिया ,दिलीप सिंह सरोटिया, रोहित सिंह टेकाम, शामलाल बैगा, अमर सिंह सरोटिया ,माझी राम टेकाम ,रमजीत टेकाम, सुखनंदन सरोटिया, नारसिंह सरोटिया, फेकू राम सरोटिया, धन साय टेकाम, देशु टेकाम ,दशरथ टेकाम, प्रीतम टेकाम,, सरपंच ललिता सिंह टेकाम ,,बीरबल सरोटिया ,देवत राम सरोटिया ,अर्जुन सरोटिया ,कामदेव सरोटिया ,धर्मपाल सरोटिया , देवानंद सरोटिया, रविचंद्र सरोटिया कृष्णा टेकाम,अकील सरोटिया ,राजकुमार सरोटिया ,रामकुमार सरोटिया, चरन सरोटिया, अवधेश सरोटिया, मोती सरोटिया,अकत सरोटिया,मनुक पोर्ते, पोर्ते, संगल पोर्ते, पवन पोर्ते पनमेश्वर कृष्णा सरोटिया बुधलाल श्याम असंतलाल, बीरन अनूक सिंह उदित नारायण जग सिंह अनिल अमरेंद्र उदय देवनारायण चमरू लग्न दीपक लोकनाथ सखा मुनेश्वर पैकरा धनेश्वर पैकरा बिरयु प्रसाद पैकरा इत्यादि गांव के एवं क्षेत्र से आए सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।