- मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना के प्रभारी व उप निरीक्षक पुलिस के निरीक्षक बनने पर शहर में फोड़े गए पटाखे
- उप निरीक्षक के समर्थकों ने पटाखा फोड़कर मनाई खुशी,शहर में मनाया जश्न
- क्या पटाखा फोड़ना नहीं है गैर कानूनी,यदि है गैर कानूनी तो क्या पुलिस करेगी कार्यवाही?
- शासकीय सेवा में पदोन्नति एक प्रक्रिया है और प्रक्रिया पूरी होने पर पटाखा फोड़ना कहां तक उचित
- मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की पदोन्नति पर जिस तरह फोड़े गए पटाखे,लगा निरीक्षक नहीं विधायक बन गए उप निरीक्षक
- मनेंद्रगढ़ शहर में अवैध कारोबार नहीं रोक पाने वाले थाना प्रभारी को मिला बड़ा तोहफा,इसलिए खुश हुए समर्थक
- क्या पटाखे फोड़े जाने के मामले को मामले को भी बताया जाएगा जायज,या होगी कार्यवाही?
- पटाखे फोड़े जाने मामले में नहीं होगी कार्यवाही तो बनेगी यह नई परंपरा, शासकीय सेवक की पदोन्नति पर फूटेंगे पटाखे
- बैकुंठपुर शहर में एक कलेक्टर के तबादले पर फोड़े गए थे पटाखे,अब उप निरीक्षक के निरीक्षक बनने पर फूटे पटाखे
–रवि सिंह –
मनेंद्रगढ़ 30 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। एमसीबी नवीन जिले के जिला मुख्यालय में पदस्थ एवं मुख्यालय के ही थाना प्रभारी उप निरीक्षक की पदोन्नति निरीक्षक पद पर विभागीय आदेश के अनुसार हुई है। थाना प्रभारी के निरीक्षक बनते ही उनके समर्थकों ने शहर में पटाखे फोड़कर जश्न मनाया है जिसकी तस्वीर सामने आई है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इसे सही ठहराया जा सकता है। क्या शासकीय सेवक की पदोन्नति जश्न का विषय हो सकती है?
वैसे इस जश्न को लेकर यह भी सवाल उठ रहा है की क्या मामला पुलिस के उप निरीक्षक के निरीक्षक बनने से जुड़ा हुआ है इसलिए उनके समथकों ने पटाखे फोड़े जो कहीं न कहीं थाना प्रभारी से लाभान्वित हो रहे थे क्योंकि अन्य विभागों में किसी कर्मचारी की पदोन्नति पर तो पटाखे नहीं फोड़े गए कभी ऐसे में उप निरीक्षक की पदोन्नति पर पटाखे फोड़ा जाना कहीं न कहीं यही साबित करता है कि थाना प्रभारी के यह ऐसे समर्थकों के द्वारा पटाखा फोड़ा गया जो कहीं न कहीं थाना प्रभारी से जुड़ाव रखते थे और वह क्यों जुड़ाव रखते थे यह समझा जा सकता है।
पुलिस निरीक्षक पद पर पदोन्नति होने पर पटाखे फोड़े जाने पर उठ रहे यह सवाल
मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी एवम उप निरीक्षक की पदोन्नति होने पर उनके समर्थंको ने पटाखे फोड़कर जश्न मनाया है। पटाखा फोड़ना कहीं से गलत काम नहीं है यह सभी जानते हैं लेकिन शासकीय सेवक की पदोन्नति पर पटाखे फोड़कर जश्न मनाना कहीं न कहीं गलत कृत्य है और जिसे जायज नहीं ठहराया जा सकता। पुलिस विभाग में पदस्थ पदोन्नति पाने वाले उप निरीक्षक ने कहीं न कहीं मामले में गलत का साथ दिया है क्योंकि किसी शासकीय कर्मचारी की पदोन्नति पर पटाखे क्यों फूटने चाहिए यह एक बड़ा सवाल है। उप निरीक्षक से निरीक्षक बने थाना प्रभारी के समर्थकों की खुशी किस बात की है यह भी अभी तक अज्ञात विषय है क्योंकि पदोन्नति से लाभ निरीक्षक को होना है और ऐसे में समर्थंको की खुशी समझ से परे है।
क्या शासकीय सेवक की पदोन्नति होने पर पहले भी फोड़े गए हैं पटाखे?
पूरे मामले पर यदि गौर किया जाए तो एक प्रश्न यह उठता है कि क्या पहले भी कभी ऐसा हुआ है कि शासकीय सेवक की पदोन्नति होने पर पटाखे फोड़े गए हों तो यह बात सामने आती है कि कभी ऐसा नहीं देखा गया। अब मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी ने कौन सा ऐसा काम किया कि उनकी पदोन्नति कुछ उनके समर्थंको के लिए पटाखे फोड़ने की वजह बन गई यह वही बता सकते हैं।
कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए, क्या पुलिस करेगी कार्यवाही?
मामले में यह भी देखना होगा कि क्या पटाखे फोड़े जाने मामले में पुलिस कानूनी कार्यवाही करती है। पुलिस क्या उन्हें चिन्हांकित कर उन पर कार्यवाही का कदम उठाती है जिन्होंने पटाखे फोड़े हैं। यदि ऐसा पुलिस नहीं करती तो यह भी साबित हो जाएगा कि पटाखे खुद थाना प्रभारी ने उपलब्ध कराकर फोड़ने को कहा जिसे समर्थंको ने अंजाम दिया।
क्या सभी शासकीय सेवक अब अपनी पदोन्नति पर पटाखे के साथ मनाएंगे जश्न
मनेंद्रगढ़ पुलिस निरीक्षक पद पर पदोन्नति पाए उप निरीक्षक की पदोन्नति पर पटाखे फोड़े जाने मामले में एक बात यह भी मानी जा सकती है कि अब सभी शासकीय सेवक अपनी पदोन्नति पर अपने समर्थकों से पटाखे फोड़वाने का प्रयास करेंगे और यह अब आम विषय होगा और पदोन्नति पर शासकीय कार्यालयों में जश्न पटाखों के साथ होगा।
कोरिया जिले में कलेक्टर के स्थानांतरण पर फूटे थे पटाखे,जिसे माना गया था गलत
कोरिया जिले में एक कलेक्टर के स्थानांतरण पर पटाखे फोड़े जाने का मामला सामने आया था,लेकिन वह पटाखा कुछ राजनीतिक लोगों ने फोड़ा था जिसे लेकर कार्यवाही तो कोई नहीं हो सकी थी लेकिन मामले को गलत माना गया था और बाकायदा मामले में पूछताछ हुई थी और कानूनी मामले से सम्बंधित लोगों को गुजरना पड़ा था।
जिस तरह पटाखे फोड़े गए,लगा निरीक्षक नहीं विधायक बनकर लौटे हैं उप निरीक्षक
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी के समर्थंको ने जिस तरह निरीक्षक बनने पर थाना प्रभारी के पटाखे फोड़कर जश्न मनाया उसे देखकर यही लगा कि थाना प्रभारी अब विधायक बनकर आये हैं और उनका इसीलिए आतिशी स्वागत हो रहा है।
थाना प्रभारी के खिलाफ कई गंभीर शिकायतें हुई पर नहीं बैठी विभागीय जांच क्यों
थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ की कई गंभीर शिकायतें हो चुकी हैं लेकिन किसी भी मामले में जांच नहीं हुई, आखिर इनकी जांच करने से अधिकारी क्यों घबराते रहे डरते रहे यह तो पता नहीं लेकिन यह सभी अधिकारियों से भी ऊंची पकड़ की वजह से बचते चले आये हैं यही सत्य है।
क्या पदोन्नति होने वाली थी इस वजह से नहीं बैठाई गई विभागीय जांच?
उप निरीक्षक मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की पदोन्नति होने वाली थी और इसीलिए उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच को उन्होंने किसी तरह होने से रोके रखा यह भी बताया जा रहा है वैसे पुलिस विभाग में किसी पुलिसकर्मी की शिकायत यदि दर्ज कराई जाए तो उसपर कार्यवाही या मामले की जांच इसलिए नहीं होती है क्योंकि पूरे महकमे की बदनामी से विभाग खुद को बचाने की जुगत में लगा रहता है।