बैकुण्ठपुर @जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा विधानसभा कार्यकाल के अंतिम दौर में भी जारी

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  • शिवपुर चरचा नगर पालिका उपाध्यक्ष ने लगाया उपेक्षा का आरोप
  • अविभाजित कोरिया में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षाओं का दौर नहीं हो रहा कम
  • कोरिया के इतिहास में पहली बार अनवरत हो रही ऐसी पुनरावृति
  • बारंबार छीछालेदर के बाद भी सत्ता पक्ष और प्रशासन अचेत अवस्था में

-रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 29 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। वर्तमान सरकार के विगत 4 वर्ष के कार्यकाल में अविभाजित कोरिया जिला बहुत सारे मुद्दों पर चर्चाओं में रहा। इन्हीं में बहुचर्चित मुद्दा रहा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान। जब से वर्तमान सरकार सत्ता शासन में आई, कोरिया जिले में निर्वाचित जनप्रतिनिधि, चाहे वह सत्तापक्ष के हो या विपक्ष के, उनके अपमान की घटनाएं बारंबार पुनरावृत हुई है। शीर्ष पदों पर आसीन नेताओं की आंखों में जो किरकिरी की तरह महसूस होते रहे, उन्हें कभी उचित सम्मान नहीं मिला। सामान्यतः यह तो हर दौर में होता आया है की विपक्ष सत्ता पक्ष के आंख की किरकिरी की तरह महसूस होता है। परंतु विडंबना यह है कि इस शासन प्रशासन में सत्ता पक्ष के शीर्षस्थ नेताओं को भी अपमान का घूंट पीना पड़ा है। स्वयं के नाम छपवाने की, शिलालेखों में अंकित कराने की, बतौर मुख्य अतिथि संचालन की होड़ सदा से चली आई है। परंतु जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि चाहे विपक्ष के हों या सत्तापक्ष के, दोनों को ही जनता चुनकर लाती है, तो उनका सार्वजनिक तौर पर अपमान सीधे तौर पर जनता का अपमान है।
ताजा मामला शिवपुर चरचा नगर पालिका में अधोसंरचना मद, 15 वां वित्त आयोग मद, जिला खनिज न्यास मद एवं विधायक मद अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों के भूमि पूजन कार्यक्रम से संबंधित है। जहां नगरपालिका उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कार्यक्रम में आमंत्रित लोगों की सूची में बतौर अतिथि नाम ना होने पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि वे पुर्व? में नगर पालिका अध्यक्ष रह चुके हैं, और वर्तमान में उपाध्यक्ष पद पर आसीन हैं। प्रोटोकॉल अनुसार आमंत्रण पत्र में उनका नाम अतिथियों की सूची में होना चाहिए था। परंतु गरिमा के विरुद्ध बतौर अतिथि आमंत्रण पत्र में नाम ना होने पर उन्होंने नीचे पार्षदों की सूची में नाम होने पर आपत्ती जताई है उनकी नाराजगी प्रशासन में बैठे अधिकारियों, कार्यक्रम में आमंत्रित वरिष्ठ जनों से तथा क्षेत्र की विधायिका श्रीमती अंबिका सिंहदेव से भी है। जिन्होंने इस ओर संज्ञान नहीं लिया।
नपा उपाध्यक्ष ने अपनी उपेक्षा को शिवपुर चरचा की उपेक्षा बताते हुए सोशल मीडिया में जताया विरोध
नगरपालिका उपाध्यक्ष ने अपनी उपेक्षा को शिवपुर चरचा की जनता की उपेक्षा बताते हुए सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया है, जो अब वायरल हो रहा है। यह कोई पहला मौका नहीं है, कि इसे चूक माना जाए। बार-बार हो रहे इस प्रकार के घटनाक्रम को गलती की संज्ञा नहीं दी जा सकती। इसके पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री वेदांती तिवारी जो कि पीसीसी सदस्य एवं वरिष्ठ कांग्रेसी हैं, के अलावा वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री श्रीमती प्रभा पटेल और कईयों कि नाराजगी भरी सभा में सामने आ चुकी है। कभी मंच पर बैठक को लेकर विवाद, तो कभी आमंत्रण पत्र में नाम ना होना, तो कभी भूमिपूजन और शिलान्यास के दौरान होने वाली उपेक्षाओं ने कोरिया जिले के राजनीति कि सुचिता को धूमिल किया है।
पूर्व भाजपा शासनकाल में उपेक्षा देखने को नहीं
इसके पूर्व भाजपा शासनकाल में ऐसा देखने को नहीं मिलता था। तत्कालीन समय में विपक्ष के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी उचित सम्मान मिलता था। शिला पट्टिका और आमंत्रण पत्र में भी ससम्मान नाम छापे जाते थे। उन्हें मंचों में उचित स्थान दिया जाता था परंतु वर्तमान में आयोजित होने वाले संपूर्ण कार्यक्रम को एक तरफा बनाने और विपक्ष तथा स्वयं के मन मुताबिक ना चलने वाले सत्तापक्ष के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कोई मौका कोरिया जिला प्रशासन एवं सत्ता पक्ष के नेताओं द्वारा नहीं छोड़ा जा रहा।


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