- निरीक्षक पद पर पदोन्नति होने वाली सूची में 18 वे नम्बर पर है मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी का नाम
- सुर्खियों में रहने वाले उप निरीक्षक मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी जनवरी तक बन सकते हैं निरीक्षक
- रायपुर तक लगातार दौड़ की वजह से निरीक्षक पद पर पदोन्नति हेतु नाम हुआ तय सूत्र
- क्या निरीक्षक बनने भी लिया इन्होंने सेटिंग का सहारा?
- बिना निरीक्षक बने नहीं छोड़ेंगे मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना या निरीक्षक बनकर भी जमे रहेंगे मनेंद्रगढ़ में ही?
- एमसीबी जिले के पुलिस अधीक्षक सहित सभी अधिकारी हैं इनके मुरीद,आखिर क्या है इसकी वजह
–रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़/एमसीबी 21 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना के प्रभारी साथ ही पुलिस उप निरीक्षक अब निरीक्षक बनने जा रहें हैं निरीक्षक हेतु रायपुर में जो अंतिम चेक लिस्ट तैयार हुई है उसमें मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी का नाम 18 वें नम्बर पर है और अब इनका निरीक्षक बनना तय माना जा रहा है। वैसे सूत्रों की माने तो मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक बनने लगातार रायपुर की दौड़ लगा रहे थे और किसी भी तरह नाम उनका छूटने न पाए इस जुगत में वह लगे हुए थे और अंततः उनका नाम अंतिम चेक लिस्ट में शामिल हो गया और अब शायद वह चैन की सांस ले रहे होंगे। वैसे सेटिंग मामले में ख्याति रखने वाले वह एक ऐसे थाना प्रभारी हैं जिनके मुरीद एमसीबी जिले के पुलिस अधीक्षक सहित सभी अधिकारी हैं और इनको लेकर सभी मौन साधे रहते हैं चाहे जितनी भी इनकी शिकायत हो।
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी ने अपने पूरे कार्यकाल जो उन्होंने मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी के रूप में अब तक पूरा किया उसमें वह हमेशा सुर्खियों में रहे और लागातर आरोप लगते रहे और पद पर यह बने रहे। मामला अवैध कारोबार से जुड़ा हो या शराब के तस्करी से जुड़ा हुआ इनके कार्यकाल में जमकर थाना क्षेत्र में कारोबार चलता रहा खबरें छपती रहीं लेकिन मजाल कारोबार पर अंकुश लगा हो। अपने पूरे कार्यकाल जो मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी के रूप में इन्होंने पूरा अब तक किया कोई भी विशेष उपलçध इनके खाते नहीं जुड़ी हां बशर्ते वाहवाही लेने का कोई मौका इन्होंने जाने नहीं दिया और जमकर वाहवाही अपने चाटुकारों के माध्यम से यह लूटते रहे। अब संभावना यह भी है कि इनकी सेटिंग जिसमे यह माहिर माने जाते हैं क्या विभाग में जारी रहेगी और इन्हें मनेंद्रगढ़ का ही थाना प्रभारी पद निरीक्षक बनने के बाद मिलेगा यह सवाल सभी के मन मे उठ रहा है। वैसे पदोन्नति पश्चात स्थान बदला जा सकता है इसकी भी संभावना है लेकिन सेटिंग से ही इनका अब तक सब कुछ चलता रहा है तो इस सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि यह यही जमे रहें जिस तरह दो साल से भी ज्यादा समय से मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना के प्रभार में यह सेटिंग से चलते आये।
अधिकारियों से है ऐसी पकड़ की हर शिकायत में मिली क्लीन चिट
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की विभाग के अधिकारियों से ऐसी सेटिंग थी अधिकारियों पर इनकी ऐसी पकड़ थी कि इनकी जितनी भी शिकायतें हुईं सभी मे इन्हें क्लीन चिट मिल गई। मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी रहते इनकी कई बार शिकायत हुई कई बार इनकी कार्यप्रणाली को लेकर आवाज उठाई गई लेकिन हर बार इनको अभयदान मिलता रहा।
मध्यप्रदेश से दिव्यांग आरोपी को गिरफ्तार कर लाते समय हुई दुर्घटना की होनी चाहिए जांच
सुत्रों मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की एक जांच अवश्य होनी चाहिए जो उनके उस प्रयास से जुड़ी है जो उन्होने मध्यप्रदेश एक दिव्यांग आरोपी को पकड़ने के दौरान किया है।आरोपी को पकड़ने गए टीम में स्वयं थाना प्रभारी मौजूद नहीं थे यह सूत्रों से खबर सामने आई थी और टीम की वाहन दुर्घटना का शिकार हुई थी जिसमे वाहन चालक की मौत हुई थी जबकि अन्य पुलिसकर्मियों को चोटें आईं थीं,जांच इसबात की होनी चाहिए कि यह जब टीम में गए ही नहीं थे तो इनके घायल होने की सूचना क्यों इन्होंने फैलाई।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कर चुका है कई शिकायत
थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ की कार्यप्रणाली को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कई बार शिकायत कर चुका है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कई गंभीर आरोप इनके ऊपर लगाए हैं जिनकी न जांच की गई और न कार्यवाही।
निष्पक्ष जांच हुई तो रुक सकती है पदोन्नति
मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली की यदि निष्पक्ष जांच की जाए तो कई शिकायतें सच मिलेंगी और ऐसे में इनकी पदोन्नति बाधित हो सकती है। कई मामलों को इन्होंने सेटिंग से किनारे करवाया है और अपनी पदोन्नति हेतु जाने वाले सीआर को साफ सुथरा भिजवाया है जबकि यदि गहन जांच हो मामला ही उलट हो सकता है।