कोलकाता ,20 दिसम्बर 2022 ए)। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (एसएलएसए) को सोमवार को एक नाबालिग लड़की के परिवार के सदस्यों को मुआवजे के भुगतान में देरी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव के गुस्से का सामना करना पड़ा। इस साल अप्रैल में नदिया जिले के हंसखाली में नाबालिग लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि इस संबंध में अदालत के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद पीडि़त परिवार को आज तक न्यूनतम मुआवजा भी नहीं दिया गया है।
उन्होंने मामले में सुनवाई की तारीखों को स्थगित करने के लिए बार-बार अपील करने पर एसएलएसए की भी आलोचना की।
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