अब लाखों में कर सकेंगे इंवेस्टमेंट
नई दिल्ली ,18 दिसंबर 2022 (ए)। पीपीएफ खाताधारकों के लिए एक खुशखबरी है। दरअसल, बजट 2023 से पहले मांगे गए सुझावों में संस्थाओं ने पीपीएफ की सीमा बढ़ाने की मांग की है और इसको तीन लाख करने की मांग की गई है। बता दें कि प्री-बजट में सरकार को सौंपे गए ज्ञापन में आईसीएआई पीपीएफ में इंवेस्टमेंट लिमिट को बढ़ाकर 3 लाख रुपये सालाना करने की मांग की है।
मौजूदा समय में पीपीएफ में 500 रुपये मिनिमम इंवेस्टमेंट से लेकर लाखों रुपये तक का भी निवेश किया जा सकता है। दरअसल, पीपीएफ में अधिकतम निवेश की सीमा फिलहाल 1.5 लाख रुपये सालाना है। ऐसे में अब इस सीमा को और बढ़ाए जाने की मांग की गई है।
बता दें कि सरकार की ओर से कई स्कीम चलाई जा रही है। इनमें कई स्कीम लोगों को बचत करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है। इन स्कीम में से एक पीपीएफ भी एक है। बता दें कि सरकार सार्वजनिक भविष्य निधि लोगों को लंबे समय के लिए इंवेस्टमेंट करने के लिए प्रोत्साहन देती है। इस स्कीम के जरिए पैसा इंवेस्ट कर उस पर बढç¸या रिटर्न भी हासिल किया जा सकता है।
पीपीएफ अन्य सभी छोटी बचत योजनाओं की तरह वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, सुकन्या समृद्धि योजना और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र सहित सरकार के जरिए छोटी बचत को प्रोत्साहित करने और उन पर रिटर्न प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। चूंकि पीपीएफ योजना कर नीति की ईएक्सईएमपीटी ईएक्सईएमपीटी -ईएक्सईएमपीटी (ईईई) श्रोणी के अंतर्गत आती है, इस कारण मूल राशि, परिपम्ता राशि, साथ ही अर्जित ब्याज टैक्स से मुक्त है।
