- क्या हर विभाग में है सेटिंग और जुगाड़ का खेल, जहां है भ्रष्ट अधिकारी?
- भ्रष्ट अधिकारियों के लिए ही अलग-अलग रूप में सेटिंग सिंह कर रहे काम
स्वतंत्र विचार
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 15 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। एक व्यक्ति के सपने में सेटिंग सिंह आ गए कहा मेरे से दिक्कत क्या है मैं यहां से निकलूं क्या? पहले तो उस व्यक्ति ने कहा नहीं पहले आप पूरी बात तो बताइए कि आप इतने प्रसिद्ध कैसे हैं? तो उन्होंने बताना शुरू किया कहा जैसे भगवान हर अच्छे जगह विराजमान है उसी प्रकार मैं हर भ्रष्टाचार वाले विभाग में विराजमान हूं, जहां पर इंसानियत नहीं सिर्फ पैसे को देखा जाता है, जैसे हर एक परेशानी में डूबा हुआ व्यक्ति भगवान को याद करता है ठीक उसी प्रकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा हुआ व्यक्ति मुझे याद करता है, मेरी जरूरत सरकारी तंत्र के हर उस विभाग में है जहां पर जिम्मेदार पद पर बैठे लोग मेरे माध्यम से जमकर भ्रष्टाचार करते हैं, मैं हर विभाग में हर एक अलग रूप में मिल जाऊंगा चाहे वह न्याय का मंदिर हो या फिर किसी गरीब की रोजी-रोटी छीनने का विभाग हो, किसी गरीब के स्वास्थ्य से संबंधित विभाग हो हर विभाग में जब मुझे कोई याद करता है तो मैं वहां पहुंच जाता हूं चाहे वह किसी भी रूप में मुझे पहुंचना पड़े, देश व राज्यों के जिलों में जिस जिम्मेदार पद पर बैठे लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए है वहां पर दया मया कुछ बचा ही नहीं सिर्फ बचा है तो लूट खसोट, लूट खसोट करने के लिए भी सेटिंग सिंह जैसे लोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं, भ्रष्टाचार की दुनिया में सेटिंग सिंह जैसे लोगों की एक बड़ी टीम काम कर रही है।
आज सेटिंग कहें या भ्रष्टाचार आज की पीढ़ी जमकर इसमें डूबी हुई है। पहले भ्रष्टाचार भी सीमित हुआ करता था और भ्रष्टाचार को बड़ा कलंक माना जाता था आज वही परंपरा बन चुकी है और लोग जिसे जब मौका मिलता है इसमें डूब जाता है और फिर उसे कुछ और ख्याल नहीं रहता केवल भ्रस्टाचार ही याद रहता है। शासकीय जमीन का मामला हो, थाना फौजदारी का मामला हो, जंगल विभाग की बात हो खनिज विभाग का मामला हो सिंचाई, जल, मछली, किसी भी शासकीय विभाग का मामला हो सभी जगह सेटिंग से भ्रस्टाचार जारी है और जमकर लूट मची हुई है। कोई किसी से पीछे नहीं रहने वाला है,आज भूमाफिया के तौर पर सबसे आगे बढ़कर काम यदि कोई जमीन खरीद फरोख्त का कर रहा है तो वह शासकीय विभाग का अधिकारी कर्मचारी कर रहा है जिसके पास हर भूमाफिया भी नतमस्तक है जिसका काम ही यही है। अवैध रूप से कमाई का जरिया जिस भी शासकीय अधिकारी कर्मचारी के पास है वह लगातार कुबेर के खजाने की चाभी तक पहुंचता चला जा रहा है और साधन संपन्न होता जा रहा है। जिस प्रकार सेटिंग से भ्रस्टाचार जारी है उसको देखकर यही कहा जा सकता है कि अब यह रुकने वाला नहीं है और साथ ही इसमे लिप्त कोई भी किसी कीमत पर इससे परहेज नहीं करने वाला भले ही इससे किसी का नुकसान हो या राज्य या प्रदेश को ही हानि क्यों न हो किसी को इससे सरोकार नहीं है।