बैकुण्ठपुर@इश्क मिजाजी अधिकारी पर एसईसीएल प्रबंधन क्यों है मेहरबान,सीएमडी कर पाएंगे कार्यवाही?

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  • एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के एक इश्क मिजाजी अधिकारी इस समय सुर्खियों में
  • इश्क मिजाजी अधिकारी को बचाने के लिए कर्मचारी संघ अपने कर्मचारी को छोड़ अधिकारी को बचाने के जद्दोजहद में
  • अधिकारी पर श्रमिक संगठन ऐसा मेहरबान की अधिकारी से माफी मंगा के पूरे मामले का करा रहे पटाक्षेप
  • महिला कर्मचारी को मिली धमकी यदि कि एफआईआर करायी दर्ज तो जाना पड़ेगा तालचर
  • महिला कर्मचारी ना पहुंचे थाने इसलिए महिला कर्मचारी को समझाने बुझाने से लेकर धमकी तक में जुट गये लोग
  • महिला कर्मचारी की पीड़ा समझने को नहीं है कोई तैयार आखिर क्यों अधिकारी को बचाना चाह रहे हैं तमाम दल?
  • महिला कर्मचारी ने उच्च अधिकारी से किया शिकायत आंतरिक जाँच समिति हुई गठित, जाँच भी प्रभावित करने की हो रही कोशिश
  • महिला कर्मचारी के आत्म सम्मान को पहुंचा ठेस, अधिकारी को मिले सजा पिडि़त महिला की मंषा
  • क्या विभाग करेगा महिला कर्मचारी के साथ न्याय या फिर अधिकारी को बचाने करेगा सहयोग?
  • खबर प्रकाशन पर तिलमिलाये सहक्षेत्र प्रबंधक पत्रकार के घर वाले को परेषान करने की कर रहे कोशिश

रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 15 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र में पदस्थ एक कार्मिक प्रबंधक जो काफी अच्छे पद पर पदस्थ हैं पर इनकी नियत अच्छी ना होने की वजह से यह कुछ इशक मिजाजी बन गए। इनकी इश्क मिजाजी की वजह से एक महिला के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचा उस महिला के लज्जा भंग किया गया। वह महिला कोई और नहीं इनके अधीनस्थ काम करने वाली कर्मचारी थी। महिला सहकर्मी ने उस कार्मिक प्रबंधक अधिकारी के विरूद्ध यौन उत्पीड़न की शिकायत सह क्षेत्र प्रबंधक से लेकर एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर तक की है पर उस अधिकारी के खिलाफ अभी तक कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई। मामले को दबाने के लिए सिर्फ स्थानांतरण कर जांच टीम गठित कर दी गई पर इस जांच टीम की रिपोर्ट कब आएगी कब उस महिला को न्याय मिलेगा इसका पता नहीं।
एक एसईसीएल अधिकारी जो एसईसीएल में सुर्खियां बटोर रहे है यह सुर्खियां कोई अच्छे कार्य की नहीं अपनी गलत नजररिये की वजह से है। इनके खिलाफ चरचा कॉलरी में रहते हुये भी सुर्खियों में रहे और वहां से स्थानांतरण होने के बाद जब सहक्षेत्र कटकोना में कार्मिक प्रबंधन की जिम्मेदारी में भेजा गया तो वहां भी महिला के प्रति गलत नजरिये से सुर्खियों में आ गये। इस बार इनका इतना बड़ा आरोप लगा है उसके बावजुद इनके उच्च अधिकारी इन पर कार्यवाही करने से कतरा रहे है ऐसा लग रहा है कि इनके उच्च अधिकारी अपने इस अधिकारी से घबरा गये है। और अपने अधिकारी को बचाने में लग गये है। इस अधिकारी को बचाने के चक्कर में पूरा एसईसीएल विभाग ही बदनामी का दंष झेल रहा है।

अधीनस्त महिला सहकर्मी से की शर्मसार करने वाली हरकत
एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के अंतर्गत से क्षेत्र कटकोना में पदस्थ कार्मिक प्रबंधक ने अपने नीचे काम कर रही महिला कर्मचारी के साथ शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया। जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है अपनी महिला कर्मचारी के लिए उसने गलत नियत रखते हुए उसके साथ जो व्यवहार किया उसे लेकर पूरे एसईसीएल महकमें को को शर्मिंदा कर दिया। महिला कर्मचारी ने अधिकारी द्वारा किए गए कारनामे की षिकायत बतौर अपने उच्च अधिकारी याने कि सहक्षेत्र प्रबंधक से इसकी शिकायत की और कार्यवाही करने की मांग की इस बात की जानकारी एसईसीएल महाप्रबंधक बैकुंठपुर तक भी पहुंची पर कार्यवाही से बचाने का प्रयास भी लगातार किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो माफी से ही मामले को निपटाने का प्रयास किया जा रहा है मामला दब जाए इसलिए स्थानांतरण की कार्यवाही की गई है पर क्या इस कार्यवाही से महिला को न्याय मिलेगा? जहां पर उच्च अधिकारियों को तत्काल उसे पद से पृथक कर इसकी निष्पक्ष जांच करनी थी पर उसे पदस्थ कर जांच कराई जा रही है ऐसे में जांच कैसे निष्पक्ष होगा और कैसे महिला को न्याय मिलेगा यह बड़ा सवाल है।
एसईसीएल के आंतरिक जाँच समिति को प्रभावित करने की हो रही कोशिस
महिला ने जब जनरल मैनेजर व सब एरिया से उसके साथ हुए शर्मसार हरकत की लिखित शिकायत किया तब एसईसीएल संस्थान ने यौन उत्पीड़न मामले की जाँच आंतरिक शिकायत समिति हवाले कर दिया। इस मामले में जाँच समिति ने दोनों पक्ष के बयान दर्ज तो किये पर उनके जांच को प्रभावित करने का दबाव बनाया जा रहा है पिडि़त ने आशंका जताते हुए बताया की जाँच दल जिसके खिलाफ जाँच करने आयी उसके टेबल में ही चाय नास्ता करते दिखी।
इशक मिजाजी अधिकारी कितना प्रभावशील के अधिकारी भी कार्यवाही करने से डर रहे?
एसईसीएल में पदस्थ कार्मिक प्रबंधक प्रभावशील है इसका अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि उच्च अधिकारी के साथ श्रमिक संघ के नेता भी उन्हें बचाने के लिये महिला पर दबाव बनाया गया यहां तक कि महिला को गाहेगवाहे अंदाज में कि तुम महिला हो और इसी कम्पनी में रहना है यदि षिकायत की एफआईआर हुयी तो तुम्हे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। उच्च अधिकारियों तक शिकायत पहुंचने के बावजूद उस पर कार्यवाही नहीं की जा रही कार्यवाही को दिन प्रतिदिन समय के साथ टाला जा रहा है। घटना को 15 दिन बीत चुके पर कार्यवाही के नाम पर अभी तक एसईसीएल ने सिर्फ समय ही व्यर्थ किया है कार्यवाही अभी तक शून्य है। एसईसीएल के प्रबंधक भी इस बात को जानने के बावजूद क्यों हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं ऐसे कर्मचारी पर क्यों निलंबन की कार्यवाही नहीं हो रहा है?
महाप्रबंधक, सहक्षेत्र प्रबंधक व श्रमिक संगठनो के पदाधिकारी ने बेचा जमीर महिला को छोड़ अधिकारी के बने ढाल
एसईसीएल महाप्रबंधक बैकुण्ठपुर, एसईसीएल सहक्षेत्र प्रबंधक कटकोना व नामचीन श्रमिक संगठन के बड़े-बड़े पदाधिकारी इस शर्मसार होने वाले घटना के बीच अपना जमीर बेच महिला के आत्म सम्मान की चिंता किये बगैर गलत नियत रखने वाले अधिकारी के हो गये मुरीद और बचाव में उनके ढाल बनकर खड़े हो गये है महिला के सम्मान की चिंता बिलकुल भी इन दो कौढ़ी के लोगों को नहीं है। इतना ज्यादा नीचता में आ जायेंगे कि महिला को एफआईआर करने पर धमकी तक दे देंगे। महिला थाने के दरवाजे तक अभी तक इसलिए नहीं पहुंच पायी क्योंकि उसे लगा कि उसके विभाग के अधिकारी कुछ ऐसी कार्यवाही करेंगे जिससे उसको सम्मान मिले। वहीं दोषी अधिकारी पर कार्यवाही होने से भविष्य में ऐसी नौबत दुबारा नहीं होगी।


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