पुलिस विभाग की निष्पक्षता पर उठे कई सवाल
- पृथ्वीलाल केशरी –
रामानुजगंज 02 दिसम्बर 2022 (घटती घटना) बलरामपुर जिले में मुकवधिर से हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने बायरल वीडियो के आधार पर संज्ञान लेते हुए मामले की विवेचना में जुट गई है,,लेकिन मामले में बड़ा सवाल यही है कि स्थानीय पुलिस द्वारा अब तक मामले में कोई कार्यवाही क्यो नही की गई थी ,जिसके कारण अब कई सवाल खड़े हो रहे है। दरअसल पूरा मामला जिले के वाड्रफनगर पुलिस चौकी क्षेत्र का है जहाँ पर सितंबर माह में रघुनाथ नगर थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी एक मुकवधिर युवक जिसका नाम भुलई था और उसके अपने माता पिता नही थे कम उम्र में ही वह कही से घूमते फिरते शंकरपुर निवासी सहदेव गोड को मिल गया था,और उसका लालन पालन बचपन से सहदेव गोड ने ही किया थाभुलई जन्म से ही मुकवधिर था जो सहदेव के यहाँ रहकर पला बढ़ा था ,सहदेव की अपनी बेटी की शादी वाड्रफनगर पुलिस चौकी क्षेत्र के पशुपतिपुर गांव में हुई थी ,जिससे मिलने के लिए सितंबर महीने में भुलई जा रहा था ,लेकिन रामनगर गांव में कुछ लोगो ने उसको अंजान समझते हुए बच्चा चोरी का आरोप लगा दिया ,चुकी भुलई बोल नही पाता था तो वह अपनी बात को गांव वालों के सामने रखने में असमर्थ था ,लेकिन गांव के कुछ लोगो ने भुलई के साथ गिरोह बनाते हुए जुलूस निकालकर मारपीट की थी जो कि बायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस चौकी वाड्रफनगर में दी गई थी ,लेकिन फिर भुलई के पालक सहदेव ने मारपीट करने वालो से समझौता करते हुए घटना की रिपोर्ट को वापस ले लिया था ,और मारपीट करने वालो के द्वारा ही भुलई का इलाज करवाने की जिम्मेदारी ली गई थी ,लेकिन घटना के करीब 15 दिन के भीतर भुलई की मौत अम्बिकापुर के मिशन अस्पताल में हो गई थी हालाकि भुलई की मौत की वजह अभी स्पष्ट नही हो पाई है,जिसके बाद मृतक के शव का बगैर पोस्टमार्टम के ही गांव में ले जाकर शव को दफना दिया गया और मामले में चुप्पी साध ली गई ,लेकिन जब मीडिया के द्वारा मामले को उजागर किया गया तब पुलिस अब जांच टीम बनाकर मामले की जांच में जुट गई है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कह रही है ,चुकि मृतक भुलई के कोई अपने सगे माँ बाप नही होने से उसकी मौत के मामले में पर्दा डालने की कोशिश भी की गई है लेकीन अब अगर मामले की जांच में निस्पश्छता बरती जाएगी तो बिना माँ बाप के मुकवधिर मृत भुलई के कई गुनाहगारों को सजा मिल सकती है।
उक्त मामले में जिला न्यायाधीश ने लिया संज्ञान
उक्त मामले में अध्यक्ष,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलरामपुर के वाड्रफनगर पुलिस चौकी के रामनगर में एक गूंगे को बच्चा चोर समझ भीड़ ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस में सूचना दी गई, लेकिन पुलिस के द्वारा उक्त संबंध में अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
वाड्रफनगर के शंकरपुर निवासी पूर्व सरपंच सहदेव सिंह ने एक गूंगा बालक भुलई का लालन-पालन किया था और बड़े होकर उनके घर में ही काम करता था। 35 वर्षीय भुलई गूंगा था और वह 04 अक्टूबर को बसपतिपुर सरपंच के रिश्तेदार के यहां जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने रामनगर में उसे बच्चा चोर समझ लिया और उसके साथ मारपीट की। युवक को बंधक बनाया और करंट की शॉर्ट भी दिया गया। वहीं लोगों ने रैली की शक्ल में सड़क पर लाठी से उसे खूब पीटा, इसके बाद उसे छोड़ दिया। गंभीर हालत में वाड्रफनगर में भर्ती कराया गया। जब हालत बिगड़ी तो उसे अंबिकापुर मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन घटना के 10 दिन बाद उसकी मौत हो गई। उपरोक्त घटना के संबंध में अध्यक्षजिला न्यायाधीश द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए उक्त गूंगा व्यक्ति भुलई के मामले में पुलिस विभाग द्वारा की गई लापरवाही एवं आरोपियों के खिलाफ क्या कार्यवाही की गई है, के संबंध में नियमानुसार कार्यवाही कराने के लिए पुलिस अधीक्षक बलरामुपर जिला बलरामपुर-रामानुजगंज (छ.ग.) को पत्र प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित किया है जिला न्यायाधीश द्वारा उक्त घटना में दोषी पाये जाने वाले आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने एवं पीडि़त पक्ष को नियमानुसार मुआवजा राशि प्रदान करने के लिए भी पुलिस अधीक्षक बलरामुपर जिला बलरामपुर- रामानुजगंज (छ.ग.) को निर्देशित किया गया है।