रायपुर@सीएम भूपेश बघेल ने पेश किया अनुपूरक बजट

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बृजमोहन ने कहा नियम विरुद्ध न लाएं कानून
नहीं मिलेगा युवाओं को लाभ
रायपुर, 02 दिसंबर 2022 (ए)।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश कर दिया है। बता दें कि यह बजट चार हजार तीन सौ सैंतीस करोड़, पचहत्तर लाख तिरानवे हजार आठ सौ बत्तीस रु. का है। मगर विपक्ष ने विशेष सत्र में अनुपूरक बजट पेश करने को नियम विरुद्ध बताया।
वहीं नियमों के उलंघन का हवाला देकर विपक्ष ने वाक आउट किया। भाजपा के विधायकों ने कहा कि वे अनुपूरक बजट की चर्चा में भाग नहीं लेंगे।
बीजेपी सदस्य अजय चंद्रकार ने सदन में मोहन मरकाम के खिलाफ विशेषाधिकार के भंग का मामला उठाया है। सदन में अजय चंद्राकर ने कहा सत्र की घोषणा होने से पहले ही मोहन मरकाम ने सत्र की जानकारी ट्वीटर में दी। उन्होंने कहा कि विधायक मोहन मरकाम को कैसे जानकारी मिली कि सत्र इस दिन ही आहूत होगा। उन्होंने कहा कि सीएम और मरकाम को विशेष सत्र और विषय की जानकारी कैसे मिली।
ये विधानसभा की अवमानना है। विशेषाधिकार भंग पर आसंदी से चर्चा की मांग। संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सरकार की सहमति से सत्र तय होता है। विशेष सत्र हम आरक्षण को लेकर बुलाए है। सत्र आहूत कैसे किया जाता है इस प्रक्रिया को आप अच्छे से जानते है।
आरक्षण को लेकर सत्र बुलाया गया उस पर भी आपको को अप्पति है। पक्ष विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। नेता प्रतिपक्ष नारायण चन्देल ने चर्चा को 9 दिसम्बर तक टालने की उठाई मांग। नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर चरणदास महंत से कहा कि आरक्षण से भानुप्रतापपुर में लाभ लेने की कोशिश की जा रही है। इसलिए आरक्षण पर चर्चा को 9 तारीख तक टाला जाए ।
वहीं इस मामले में विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में कहा अगर नियम विरुद्ध कानून लाएंगे तो उसका लाभ नही मिल पाएगा। तीन माह से सभी भर्तियों को जानबूझकर रोक दिया है। पीएससी की नियुक्त रोक दी गई है। अगर अब कानून बनाना चाह रहे हैं तो नियम से काम करें। कोर्ट में मामला चल रहा है।
विधानसभा में हंगामा, अनुपूरक बजट पर विपक्ष का बहिर्गमन, आरक्षण मुद्दे पर गरमाया सदन
आरक्षण के मसले पर विधानसभा के विशेष सत्र में दूसरे दिन की शुरुआत हंगामे से हुई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे और अंतिम दिन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष के खç¸लाफ़ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है और कहा सदन की कार्यवाही पूर्व प्रचारित किया गया।
चंद्राकर ने सवाल उठाया कि पीसीसी चीफ़ और मुख्यमंत्री को यह कैसे पता चल गया कि सत्र 1 और 2 दिसंबर को आहुत किया जाएगा। हमने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। इस पर चर्चा कराई जाए। कौन सा विधेयक है, जिसे अब तक वितरित नहीं किया गया है।
अजय चंद्राकर ने सदन के राजनीतिक दुरुपयोग की बात कहते हुए कहा कि विधानसभा में जितने सत्र हुए हैं, वह विषय केंद्रीय हुआ है, यदि आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुलाया जा रहा है तो फिर अनुपूरक बजट कैसे लाया जा रहा है?
भाजपा विधायक अजय चंद्रकार के आरोपों का जबाव देते हुए संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सत्र के विषय तय किए गए। स्पीकर डॉक्टर चरणदास महंत ने कहा कि सदन में जो भी बिज़नेस आया है, यह कार्यमंत्रणा समिति की तरफ़ से ही आया है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि कार्य संचालन की पुस्तक में ये कहाँ लिखा है कि विशेष सत्र बुलाया जा सकता है। ये गंभीर विषय है कि जब किसी को यह नहीं पता कि सत्र कब से शुरू होगा। क्या सरकार ने चुनाव आयोग से अनुमति माँगी कि विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पर विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
सदन में भिड़े चंद्राकर और डहरिया, धक्का-मुक्की , हाथापाई की नौबत
छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र आज सचमुच विशेष साबित हो गया। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नोक-झोंक आज हाथापाई में तब्दील हो गई। सदन में ही मंत्री शिव डहरिया और पूर्व मंत्री कुरूद विधायक अजय चंद्रकार के बीच धक्कामुक्की के बाद नौबत हाथापाई की आ गई।
दो वरिष्ठ सदस्यों के बीच बनी इस स्थिति से उपजी असहजता को टालने के लिए तत्काल सदन की कार्यवाही 10 मिनट तक स्थगित कर दी गई। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में ऐसी स्थिति पहली बार निर्मित हुई है।


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