रायपुर@आरक्षण विधेयक हेतु सत्ता और विपक्ष कमर कसकर तैयार

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आज विधेयक सदन में होगा पेश
राज्य में नये कोटे पर भड़का विपक्षःआरक्षण विधेयक पर लाएंगे संशोधन प्रस्ताव,एसी को 16प्रतिशत और ईडब्ल्यूएस को 10 प्रतिशत देने की मांग
रायपुर,01 दिसम्बर 2022 (ए)।
विशेष सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ लोक सेवा (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के लिए आरक्षण) संशोधन विधेयक 2022 को पेश करने वाले हैं।
इसके साथ ही शैक्षणिक संस्था (प्रवेश में आरक्षण) संशोधन विधेयक को भी पेश किया जाएगा। सरकार की योजना इन विधेयकों पर दिन भर की चर्चा के बाद पारित कराने की है। इस विधेयक में आदिवासी वर्ग-एसटी को 32प्रतिशत, अनुसूचित जाति-एससी को 13प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग-ओबीसी को 27प्रतिशत आरक्षण का अनुपात तय हुआ है। सामान्य वर्ग के गरीबों को 4त्न आरक्षण देने का भी प्रस्ताव है। इसको मिलाकर छत्तीसगढ़ में 76त्न आरक्षण हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गों के खत्म हो चुके आरक्षण को बहाल करने के लिए सरकार दो नये विधेयक ला रही है। इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र आज गुरुवार से शुरू हो चूका है। लेकिन संयुक्त विपक्ष को सरकार की ओर से तय आरक्षण का नया कोटा मंजूर नहीं है।
जबकि कांग्रेस की सोची हुई प्लानिंग के मुताबिक विधेयक के पारित होते ही सभी जिला, शहर, नगर, ब्लाक कमेटियों के तहत आ रहे मतदान केन्द्रों और बूथों पर जश्न होगा। पटाखे फोड़कर मिठाई बांटी जाएगी। दो दिसंबर को प्रदेश सरकार अनुसूचित जनजातियों को उनके आबादी के अनुपात में 32त्न, अनुसूचित जाति को 13त्न, अन्य पिछड़ा वर्ग को 27त्न और सामान्य वर्ग के गरीबों को 4त्न आरक्षण देने जा रही है।
मंडावी और पटेल को सदन ने दी श्रद्धांजलि’
मजबूत जननेता थे मनोज
उत्कृष्ट विधायक थे दीपक

छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन गुरुवार को दिवंगत उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी तथा पूर्व सदस्य दीपक पटेल को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय मनोज मंडावी व दीपक पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मनोज मंडावी धार्मिक व्यक्ति थे। कर्मठ जननेता थे। उन्होंने विधानसभा उपाध्यक्ष रहते हुए अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया। छत्तीसगढ़ राज्य की पहली सरकार में राज्यमंत्री के रूप में उन्होंने काफी काम किए। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक दीपक पटेल को जनता के लिए समर्पित नेता बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने स्वर्गीय मंडावी तथा स्वर्गीय पटेल के साथ के अनुभव का वर्णन करते हुए कहा कि मनोज मंडावी समर्पित नेता थे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने स्वर्गीय मंडावी को बस्तर ही नहीं छत्तीसगढ़ का बड़ा नेता बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने दीपक पटेल का स्मरण करते हुए कहा कि वे उत्कृष्ट विधायक थे।
मंत्री टीएस सिंहदेव ने दोनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। मंत्री कवासी लखमा ने स्वर्गीय मंडावी को आदिवासी समाज का समर्पित नेता बताया। मंत्री अमरजीत भगत, भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर, कांग्रेस सदस्य मोहन मरकाम, शैलेश पांडेय ने भी दोनों दिवंगत नेताओं को याद करते हुए संस्मरण व्यक्त किये। इसके बाद मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा कुछ समय के लिए कार्यवाही स्थगित की गई।


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