अंबिकापुर, 30 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। मौत की घटना पर परिजन ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा मचाया।
प्रतापपुर थाना क्षेत्र के कॉलेज पारा निवासी शुबूक तारा पति इसराफिल अंसारी उम्र 40 वर्ष को मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने पर उसे डिलिवरी के लिए परिजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया। मातृ -शिशु अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टर ने महिला की सारी रिपोर्ट की जांच की। जांच में सभी सही पाया गया। महिला का नॉर्मल डिलिवरी के लिए इंतेजार किया जा रहा था। रात करीब 12 बजे उसे ओटी में ले जाया गया और स्टाफ नर्स द्वारा परिजन को बोला गया कि कुछ देर तक नॉर्मल डिलिवरी होने का इंतेजार कर रहे हैं। अगर नहीं होता है तो ऑपरेशन करना पड़ेगा। आधे घंटे बाद परिजन को बताया गया कि नॉर्मल डिलिवरी की स्थिति नहीं बन रही है ऑपरेशन करना पड़ेगा। कुछ देर बाद ऑपरेशन कक्ष से बाहर निकल कर स्टाफ द्वारा परिजन को बताया गया कि बच्च मृत पैदा लिया है और मां की स्थिति भी खराब है उसे खून चढ़ाना पड़ेगा। परिजन किसी तरह लड इंतेजाम कर चढ़वा ही रहे थे कि बुधवार की सुबह 9 बजे महिला की मौत हो गई। अस्पताल पहुंचने के बाद भी जच्च-बच्चा की मौत होने पर परिजन ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। मृतका का पति इसराफिल ने आरोप लगाया है कि रात में मेरी पत्नी को ऑपरेशन कक्ष में ले जाने से पूर्व एक व्यक्ति जिसका चेहरा बंध हुआ था वह दस हजार रुपए की मांग की थी। वह कहा था कि दस हजार रुपए दिजिए सब कुछ ठीक हो जाएगा। नहीं देने पर सभी ने मिलकर जच्चा- बच्चा दोनों को मार दिया। जच्चा-बच्चा की मौत के बाद परिजन ने लापरवाही का आरोप लगाकर एमसीएच में हंगामा मचाना शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस व अस्पताल के उप अधीक्षक पहुंचे और परिजन को समझाया। उप अधीक्षक द्वारा मामले की जांच कराने के आश्वासन के बाद परिजन ने शव का पीएम करवाने को तैयार हुए।
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