विधायक से वरिष्ठ नेताओं की दूरी बढ़ी, कार्यकर्ताओं से भी संवाद हुआ कम, आम लोगों तक विधायक पहुँच ही ना सकीं।
जबकि सिपहसालार का काम था लोग जुड़ें विधायक से संवाद हो और आमजनों से भी विधायक की मुलाकात हो।
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 27 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। किसी जनप्रतिनिधी का सलाहकार या खास सिपहसालार ऐसा होना चाहिए जो उसके और उसके क्षेत्र की जनता साथ ही उसके दल के वरिष्ठ सदस्यों व कार्यकर्ताओं के बीच एक कड़ी का काम करे जो लोगों को जनप्रतिनिधी से जोड़ने का काम करे और जनप्रतिनिधी के लिए उसका राजनीतिक सहयोगी बने व जनप्रतिनिधी का भी आने वाला भविष्य राजनीतिक सुरक्षित करे। सिपहसालार यदि जनप्रतिनिधी व अन्य के बीच दूरी बढ़ाने का काम करता है तो वह जनप्रतिनिधी के लिए कहीं अच्छा सिपहसालार नहीं हो सकता और वह कहीं न कहीं जनप्रतिनिधी के भविष्य के लिए अंधकार उत्तपन्न करने वाला होगा और भविष्य में जनप्रतिनिधी अकेला होता चला जायेगा, ऐसा ही कुछ विगत चार वर्षों से बैकुंठपुर विधानसभा में हो रहा है जहां बैकुंठपुर विधायक के खास सिपहसालार जिन्हें विधायक और लोगों के बीच वरिष्ठ नेताओं के बीच कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए जिम्मेदारी मिली है वह जिम्मेदारी के विपरीत नजर आ रहें हैं और विधायक को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं कार्यकर्ताओं एवम जनता से दूर करते चले जा रहें हैं जिसका खामियाजा विधायक को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है और उन्हें नुकसान हो सकता है।
बैकुंठपुर विधायक के खास सिपहसालार जो पहले पत्रकार रह चुके हैं और जिलेभर के पत्रकारों के साथी भी रह चुके हैं साथ ही पत्रकारिता करते हुए जिले की जनता जिले के ही पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं से जो परिचित भी हैं विधायक के लिए इन्हीं के बीच सामंजस्य बैठा पाने में पूरे चार वर्षों तक असमर्थ नजर आए और विधायक से सभी की दूरी बढ़ती चली गई। पार्टी के वरिष्ठ लोगों कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों की ही माने तो विधायक के खास सिपहसालार की वजह से ही विधायक की दूरी लगातार उनसे बढ़ी है जो विधायक के साथ होते तो उन्हें आगामी चुनाव में मजबूती प्रदान करते। विधायक के सिपहसालार के बारे में बताया जाता है कि वह विधायक व मुलाकातियों के बीच एक रोड़ा बनकर अपनी भूमिका निभाते हैं और जब कभी भी आवश्यक होने पर मुलाकात की कोशिश की जाती है वह विधायक को दिग्भ्रमित करने की पूरी कोशिश करते हैं।
बैकुंठपुर विधानसभा में वर्तमान विधायक से पार्टी के ही वरिष्ठ सदस्यों कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों की दूरी लगातार बढ़ी है और यह दूरी कम हो सकती थी और यह तब संभव था जब विधायक के सिपहसालार अपनी जिम्मेदारी दो तरफा निभाते और मुलाकातियों सहित विधायक के बीच एक ऐसी सीढ़ी बनने का प्रयास करते जो दोनों के लिए सुविधाजनक होती और दोनों को सहूलियत देने वाली होती लेकिन सिपहसालार ने ऐसा बिल्कुल नहीं किया और विधायक को आज विकट स्थिति में ला खड़ा किया। बैकुंठपुर विधानसभा आज वर्तमान विधायक व उनके सिपहसालार के बीच एक ऐसी स्थिति में है जहां फरियादी,पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं की सुनवाई तभी होती है जब सिपहसालार की मर्जी होती है वहीं सिपहसालार की हर वक्त मौजूदगी भी लोगों को दिक्कत में डालने वाली होती है जिससे विधायक से लोग अपने मन की बात नहीं कर पाते।