कोरिया जिले में कांग्रेस की गुटबाजी अब खुलकर आ रही सामने, सत्ताधारी दल को लगा गुटबाजी का ग्रहण।
शिवपुर चरचा नगरपालिका क्षेत्र से सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बैनर पोस्टर नगरपालिका ने निकलवाये।
शिवपुर चरचा नगरपालिका में है सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की सरकार, फिर भी निकाले गए कांग्रेसी नेताओं के ही पोस्टर बैनर।
छठ पर्व में जिलेभर के कांग्रेसी नेताओं के बैनर पोस्टर लगे थे शिवपुर चरचा नगरपालिका क्षेत्र में।
कुछ छुटभैये नेताओं ने भी अपना क्षेत्र छोड़कर शिवपुर चरचा में ही लगवाए थे बैनर पोस्टर।
अब पोस्टर निकाले जाने से कांग्रेस में ही उठने लगे विरोध के स्वर,सोशल मीडिया पर दर्ज किया जा रहा विरोध।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 9 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिले में कांग्रेस बुरी तरह गुटबाजी की गिरफ्त में फंस गई है और अब गुटबाजी सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है जहां आरोप प्रत्यारोप जारी है। मामला शिवपुर चरचा नगरपालिका से इसबार सामने आया है जहां छठ महापर्व पर जिलेभर के कांग्रेस नेताओं ने अपना बैनर पोस्टर शिवपुर चरचा नगरपालिका क्षेत्र में लगवाया था और जिनमे से कुछ बैनर पोस्टर को नगरपालिका ने हटा दिया है जिसको लेकर सोशल मीडिया में कांग्रेसी ही आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए यह कहते नजर आ रहें हैं कि जब प्रदेश में हमारी सरकार और नगरपालिका में हमारी सरकार फिर आखिर कांग्रेस नेताओं के ही बैनर पोस्टर क्यों निकाले गए जबकि अन्य के बैनर पोस्टर लगे हुए हैं,वैसे इसबार छठ महापर्व अवसर पर कांग्रेस नेताओं के लिए शिवपुर चरचा मुख्य छठ घाट रहा जहां जिलेभर के कांग्रेस नेताओं ने जाकर छठ पर्व की शुभकामनाएं व्रतियों को देने का प्रयास किया,शिवपुर चरचा कांग्रेस के छुटभैये नेताओं के लिए भी पर्व पर मुख्य स्थान रहा जहां उन्होंने पूरा समय भी दिया जबकि इन्ही छुटभैये नेताओं ने अपने क्षेत्र के छठ घाटों पर जाना भी मुनासिब नहीं समझा, कुलमिलाकर अभी हाल फिलहाल में ही जिन्हें जरा सी भी जवाबदेही दी गई पार्टी की तरफ से सभी ने शिवपुर चरचा का रुख किया जबकि अपना ही क्षेत्र उन्होंने छोड़ दिया।
वैसे पोस्टर निकाले जाने के बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस की गुटबाजी जो सामने आ रही है यह कोई नहीं बात नहीं है शिवपुर चरचा में कांग्रेस दो धड़ों में बंटी हुई है यह पहले से ही सभी जानते हैं और नगरपालिका चुनाव में ही दो गुट आमने सामने थे यह भी सभी जानते हैं। अब पोस्टर निकाले जाने को लेकर यही माना जा रहा है कि एक गुट का पोस्टर निकाला गया है जिसके कारण ही दूसरा गुट विरोध में सामने है। वैसे पोस्टर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष एवम उनके समर्थकों का निकाला गया है और विरोध भी पूर्व नगरपालिका एवम उनके समर्थक सोशल मीडिया पर दर्ज कर रहें है। अब पोस्टर नगरपालिका के नियमों के अधीन निकाला गया है या द्वेषवश निकाला गया है इसकी जानकारी तो नगरपालिका ही दे सकती है लेकिन गुटबाजी जो सत्ताधारी दल में पनप चुकी है वह समाप्त होती नहीं दिख रही है। शिवपुर चरचा नगरपालिका सहित जिले में कांग्रेस की गुटबाजी कांग्रेस के लिए आने वाले चुनाव में पार्टी के लिए ही चुनौती होगी इसबात से इंकार नहीं किया जा सकता,वैसे विधायक भी वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष से ज्यादा करीब हैं और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष को एक तरह से उन्होंने किनारे कर रखा है जो आने वाले समय मे चुनाव को देखते हुए विधायक के लिए अच्छा संकेत नहीं है। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कट्टर कांग्रेसी हैं और उनका जनाधार नहीं है ऐसा नहीं कहा जा सकता ऐसे में उनको किनारे लगाने के चक्कर मे कहीं सत्ताधारी दल ही किनारे न लग जाये यह बहोत बड़ा सवाल खड़ा है।