जालोर@मोटर रिपेयरिग का काम करने वाले का बेटा बना जज, स्टेट मे मिली 5 वी रैक

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जालोर, 31 अक्टूबर 2022। कहते है ना प्रतिभा किसी की मोहताज नही होती। यह एक गाव के बेटे ने साबित कर दिया। उसने मेहनत से माता-पिता के साथ ही गाव का नाम रोशन किया है।
जी हा हम बात कर रहे है जालोर जिले के भीनमाल निकट दासपा गाव की। यहा के रहने वाले निवासी रवीद्र सुथार ने गुजरात ज्यूडिशियल सर्विस परीक्षा मे 5 वी रैक प्राप्त की।
21 अक्टूबर को आए परिणाम मे सुथार का चयन होने पर परिवार और गाव मे खुशी की लहर छा गई। मूलत: पाली के तखतगढ़ निवासी व कई वर्षो से दासपा मे निवासरत बाबूलाल सुथार मोटर रिपेयरिग का कार्य कर रवीद्र कुमार को पढ़ाई करवाई थी।
रवीद्र ने 2018 के दौरान निरमा युनिवर्सिटी से स्नातक बीकॉम व एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद गुजरात हाईकोर्ट मे वकालत का कार्य शुरू कर दिया. जिसके बाद वकालत के साथ-साथ गुजरात न्यायिक सेवा की तैयारी शुरू की।
इस वर्ष आयोजित हुई परीक्षा के दौरान पहले ही प्रयास मे सुथार का गुजरात राज्य मे 5 वी रैक से चयन हो गया। बाबूलाल सुथार के तीन बेटे है, एक बेटी है। सबसे बड़ा बेटा नरेद्र सुथार सॉफ्टवेयर इजीनियर है।
विक्रम सुथार गृह मत्रालय मे नौकरी कर रहा व रवीद्र का अब जज के पद पर चयन हो गया. वही एक बहन तारा निजी कपनी मे कार्यरत है।
रविद्र का कहना है कि उन्हे प्रेरित करने और हर तरह से समर्थन देने मे माता-पिता बड़ा योगदान रहा है। जिसकी बदौलत मे आज इस मुकाम पर पहुच सका हू।
उन्होने क्षेत्र के युवाओ का आह्वान करते हुए कहा कि सपने हमेशा बड़े देखो, जितना बड़ा सपना देखोगे उतनी ही ज्यादा मेहनत करना होगी। यदि दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करेगे तो निश्चित ही सफलता भी प्राप्त होगी।
रवीद्र के पिता बाबूलाल बताते है कि वे स्वय मिस्त्री है लेकिन बच्चो को पढ़ाने का जुनून था खुद अभावो मे रहे लेकिन बच्चो को उच्च शिक्षा प्रदान की। रविद्र बचपन से ही पढ़ने मे प्रतिभाशाली था।
उनके पिता का सपना था कि उनका बेटा एक जज बने और जैसे ही गुजरात न्यायिक सेवा का परिणाम आया और रवीद्र का गुजरात राज्य मे 5 वी रैक से चयन हो गया. जिसके बाद से उनके परिवार, गाव व समाज मे जश्न का माहौल है।
जानकारी मुताबिक जालोर जिले मे सुथार समाज से रविद्र सुथार पहले जज बनते हुए समाज का नाम रोशन किया। सुथार के पिता एक सामान्य मिस्त्री होने के कारण गाव मे मोटर रिपेयरिग का कार्य करते हुए परिवार चलाने के साथ-साथ बच्चो को पढ़ाई करवाई.
रविद्र सुथार ने प्राथमिक शिक्षा दासपा मे ली और उच्च शिक्षा के लिए जयपुर मे भाइयो के साथ पढ़कर बीकॉम एलएलबी की पढ़ाई निरमा यूनिवर्सिटी अहमदाबाद से पूरी की।
इस सफलता से क्षेत्र के युवाओ को भी प्रेरणा मिलेगी कि यदि दृढ़ सकल्प के साथ पूरी लगन से पढ़ाई की जाए तो इस तरह से एक छोटी जगह से भी निकल कर व्यक्ति सफलता प्राप्त कर सकता है।


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