नई दिल्ली@चितन शिविर:IPC-CRPC मे होगा बड़ा बदलाव

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नई दिल्ली, 27 अक्टूबर 2022। देश की आतरिक सुरक्षा को लेकर हरियाणा के फरीदाबाद मे दो दिन का चितन शिविर शुरू हो गया है. इस शिविर मे गृह मत्री अमित शाह ने भी हिस्सा लिया, उनकी तरफ से कई मुद्दो पर विस्तार से बात की गई. देश सुरक्षा के लिहाज से किन चुनौतियो का सामना कर रहा है, सरकार ने पिछले आठ साल मे क्या कदम उठाए है, शाह ने अपने सबोधन मे इन मुद्दो को प्रमुखता से उठाया. उनकी तरफ से कश्मीर की वर्तमान स्थिति का भी जिक्र किया गया और नक्सलवाद के खिलाफ हुई कार्रवाई पर भी जोर दिया.
अमित शाह ने कहा कि इस चिन्तन शिविर की कल्पना सबसे पहले तत्कालीन गुजरात के मोदी नरेन्द्र मोदी ने की थी और इसके बहुत अच्छे परिणाम निकले.. पीएम ने अब इसी तर्ज पर सारे राज्यो को सम्मेलन करने को कहा है. इसके बाद टेक्नोलॉजी की अहमियत बताते हुए शाह ने बताया कि आज के समय मे तकनीक के विकसित होने ही वजह से नए कानून की जरूरत है. इसके लिए राज्यो के सहयोग से साझा प्रहार की जरूरत है. ये हमारी जिम्मेदारी है कि हर तरह के अपराध से सयुक्त रूप से निपटा जाए और एक मजबूत रणनीति बनाने पर जोर हो. इससे आनेवाले दिनो मे देशभर की कानून व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त होगी.
गृह मत्री ने अपने सबोधन के दौरान सरकार की सफलताओ का भी विस्तार से जिक्र किया. उनके मुताबिक कश्मीर मे आतकवाद कम हुआ, नक्सलवाद की घटनाए घटी और दूसरे अपराधो मे भी गिरावट देखने को मिली. इस बारे मे उन्होने कहा कि आतकवाद, महिला सुरक्षा, जम्मू-कश्मीर, नक्सल इन सबमे केन्द्र सरकार ने बहुत सारे इनीशिएटिव लिए है.. हमारी आतरिक सुरक्षा बहुत ज्यादा सुदृढ़ है.. आनेवाले चुनौतियो का सामना करने के लिए हम अपने आपको तैयार करे. हॉट स्पॉट माने जाने वाले सभी इलाके भय मुक्त है.. 8 साल मे 90 फीसदी सिविलियन डेथ कम हुई है. बहुत सारे दीर्घकालिक समझौते हुए है, वामपथी उग्रवाद मे 2014 के बाद 87 फीसदी कमी आई है.. केन्द्र और राज्य सयुक्त रूप से लड़े है और सफलता मिली है।
धारा 370 हटाए जाने के बाद शाति के ने युग की शुरुआत.. आतकी घटनाओ मे 37 फीसदी कमी, सुरक्षाबलो पर 64 फीसदी की कमी और आम नागरिक पर हमले मे 80 फीसदी कमी आई है, कश्मीर विकास के रास्ते बढ़ा है. नारकोटिक्स के खिलाफ बड़ी लड़ाई चल रही है.. आतकवाद के खिलाफ लड़ाई मे एनआईए के अधिकार को यूएपीए के तहत अधिकार दिए है.

अब इन मुद्दो पर तो शाह का ध्यान रहा ही, उन्होने स्नष्टक्र्र कानून के हो रहे दुरुपयोग पर भी चिता जाहिर की. इस बारे मे उन्होने कहा कि स्नष्टक्र्र कानून का दुरुपयोग कर भारत सरकार की नीतियो का विरोध कुछ सगठन कर रहे है, मोदी सरकार ने इन पर देश विरोधी काम मे रोक लगाने मे काफी प्रभावी भूमिका निभाई है. इसके अलावा शाह ने ऐलान किया कि बहुत जल्द आईपीसी सीआरपीसी मे बदलाव किया जाएगा, इसको लेकर ससद मे एक बिल लाया जाएगा.


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