- प्रार्थी को थाने में पुलिस द्वारा थप्पड़ जड़ना व गाली गलौज करना क्या न्यायोचित?
- पटना पुलिस के पुलिसकर्मियों का अजीब कारनामा, कैसे लोग करेंगे पुलिस पर विश्वास?
- चोरी की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचे प्रार्थी से ही पुलिस ने की धक्का मुक्की,घर पहुंचकर भी प्रार्थी व उसके परिवार को धमकाया।
- नामजद रिपोर्ट दर्ज करने की बजाए प्रार्थी पर ही पुलिस की जोर आजमाइश।
- प्रार्थी ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत लिखकर कार्यवाही की मांग की।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 26 अक्टूबर 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिले की पटना पुलिस अपने नए नए कारनामे को लगातार सुर्खियों में रहती है और अपराध करने वालों पर बल प्रयोग की बजाए वह प्रार्थी एवम शिकायत लेकर जाने वालों पर ही अपना बल प्रयोग करती है यह आम तौर पर देखा जाता आ रहा है। क्षेत्र में कोयला तस्करी को खुले आम सह देकर जारी रहने देने वाली पटना पुलिस अब एक नए कारनामे के साथ सुर्खियों में और यह कारनामा है शिकायतकर्ता को धमकाने और उसके साथ धक्कामुक्की करने का। एक बार फिर कोरिया की पटना पुलिस सुर्खियों में, इस बार सुर्खी भी ऐसी कि प्रार्थी ने चोरी का रिपोर्ट लिखाने पहुंचा चोरी की रिपोर्ट भी नहीं लिखी गई और प्रार्थी को थप्पड़ भी थाने में जड़ दिया गया, जिस पर प्रार्थी ने विरोध भी जाहिर किया पर पर पुलिस ने यह कहा कि आप ने पुलिस के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है पर प्रार्थी इस दौरान यह कहता रहा कि मैंने पुलिस को गाली नहीं दी पर अब तो पुलिस थप्पड़ जड़ चुकी थी अब वह वापस कैसे लेती, जिसके बाद पूरा मोहल्ला व घर परिवार इस घटना का विरोध किया तो पुलिस वाले घर तक पहुंचे पर घर तक पहुंचने के बाद भी अपना ही राग अलापते रहे अब ऐसे में सवाल यह उठता है क्या पुलिस ऐसे ही प्रार्थी के साथ व्यवहार करेगी? क्या पुलिस का ऐसा ही व्यवहार प्रार्थीयों के साथ होगा?
मामले में शिकायतकर्ता ने अब पुलिस अधीक्षक कोरिया को शिकायत लिखकर कार्यवाही की मांग की गई है। पूरा मामला रेल्वे स्टेशन के समीप रहने वाले पटना निवासी विपिन सोनी से जुड़ा हुआ है जिसने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है कि 24 अक्टूबर 2022 को वह पुलिस थाने पटना पहुंचा और मोटरसाइकिल चोरी की रिपोर्ट लिखवानी चाही वहीं उसकी रिपोर्ट नामजद थी जिसे लिखने से पटना पुलिस ने मना कर दिया और उसे भद्दी भद्दी गालियां थाना प्रभारी द्वारा दी गई और प्रभारी संदीप सिंह ने उसके साथ धक्का मुक्की भी की। पूरे मामले में पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं होने के बाद प्रार्थी विपिन सोनी घर लौट आया और घर पर लगभग रात 11 बजे पुलिस थाना पटना के पुलिसकर्मियों के साथ सतेंद्र तिवारी आते हैं और घर पर भी पूरे परिवार के सामने विपिन सोनी को धमकी देते हैं कि जाओ जो करना है करो कहां जाओगे। पूरे मामले की वीडियो भी घर के सामने की प्रार्थी ने बनाई है और उसी को आधार बनाकर प्रार्थी ने शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है। ध्यान देने वाली बात यह है कि पटना पुलिस जो दिन रात केवल कोयला तस्करी को खुलेआम जारी रहने देने का काम कर रही वह आम लोगों की शिकायतों के प्रति बिल्कुल गंभीर नहीं है। पुलिस थाना पटना क्षेत्र में कोयला तस्करी किसी से छिपा नहीं है और कितने बड़े पैमाने पर यह तस्करी होता है यह भी सभी जानते हैं। पुलिस केवल और केवल तस्करों को सहायता देने के अलावा कुछ नहीं कर रही है यह समझा जा सकता है। देश भक्ति जनसेवा की भावना केवल दिखावे के लिए लिखा हुआ है थाने के सामने यह भी समझा जा सकता है। अब देखना है कि पुलिस अधीक्षक कितनी तत्परता दिखाते हैं और शिकायत को कितनी गंभीरता से लेते हैं। वैसे बता दें कि इस वर्ष नए पुलिस अधीक्षक के आते ही कोयला तस्करी का कारोबार और बड़े स्तर पर जारी हो चुका है और अब रात की बजाए दिन में भी कोयला तस्करी हो रही है और प्रदेश के मुख्यमंत्री की अवैध कारोबार के खिलाफ अभियान की पोल खोल रही है।
प्रार्थी के दुकान में दो बार चोरी की घटना
प्रार्थी विपिन सोनी ने आरोप लगाते हुए कहा कि 24 अक्टूबर से पहले भी चोरी की घटना हुई थी, जिसमें में शिकायत करने थाना पहुंचा था उस समय भी मैंने लिखित शिकायत दी थी पर मुझे पुलिस द्वारा पावती नहीं दिया गया फिर मैंने 24 अक्टूबर को हुई चोरी की घटना लेकर थाने पहुंचा और वहां पर मैंने पुलिस वाले को कहा यह सब फिर चोरी हो गई है अब क्या हम लोग बेवकूफ है जो बार-बार आकर थाने में शिकायत दर्ज करा रहे हैं, जिस पर पुलिस वाले भड़क गए और पूरी बात सुने आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग करने की बात कहकर थप्पड़ जड़ दिया, प्रार्थी अपनी सफाई देता रह गया पर पुलिस वाले एक ना सुने, प्रार्थी ने सारे घटना क्रम को घर में आकर बताया और पुलिस वाले के चलते उसकी दीपावली भी खराब हो गई।