खड़गवां विकासखण्ड में नवीन उप खण्ड का हुआ शुभारंभ,जिला पंचायत उपाध्यक्ष होंगे विशिष्ट अथिति।
बचरा पोड़ड़ी तहसील उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं था जिपं उपाध्यक्ष का आमंत्रण पत्र में नाम, जमीन पर बैठ दर्ज कराया था विरोध।
कलेक्टर कोरिया ने जिपं उपाध्यक्ष की थी आमंत्रण पत्र में उपेक्षा, एमसीबी जिले के कलेक्टर ने नाम कराया दर्ज।
कार्यक्रम में मनेंद्रगढ़ विधायक भी होंगे विशिष्ट अतिथि, जिपं उपाध्यक्ष भी रहेंगे साथ मौजूद।
जिपं उपाध्यक्ष को उनके जिले के कलेक्टर ने ठुकराया, नवीन जिले के कलेक्टर ने अपनाया आमंत्रण में सम्मान पूर्वक नाम हुए शामिल।
-रवि सिंह-
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर/बैकुण्ठपुर 17 अक्टूबर 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के कलेक्टर से हुई गलती या यह कहें राजनीतिक रूप से जिला पंचायत उपाध्यक्ष को उपेक्षित करने की मंशा भले ही उस समय बचरापोड़ी में असफल हो गई जब जिला पंचायत उपाध्यक्ष उप तहसील उद्धाटन कार्यक्रम में पहुंचे और आमंत्रण कार्ड में नाम नहीं होने को लेकर कार्यक्रम के दौरान ही कार्यक्रम स्थल पर जमीन पर बैठ गए और प्रशासन को उनका मान मानमनौव्वल कर उन्हें मंच पर लाना पड़ा और इस बीच प्रशासन की जमकर आलोचना भी हुई क्योंकि जिला पंचायत उपाध्यक्ष स्वयं सत्ताधारी पार्टी के सदस्य हैं और उनकी उपेक्षा कहीं न कहीं एक बड़ी गलती जरूर थी, अब एमसीबी जिले के अंतर्गत आने वाले खड़गवां विकासखण्ड के खड़गवां में उप खण्ड का लोकार्पण कार्यक्रम होने जा रहा है और एमसीबी जिले के कलेक्टर ने कोरिया कलेक्टर से हुई गलती से सीख लेते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष को विशिष्ट अतिथि का दर्जा दिया है वहीं बाकायदा उनका नाम आमंत्रण कार्ड में भी छपवाया है।
एमसीबी जिले के कलेक्टर के इस आमंत्रण कार्ड को लेकर सभी तरफ उनकी सराहना हो रही है और कहा जा रहा है कि कलेक्टर एमसीबी ने सभी जनप्रतिनिधियों को सम्मान देने की जो परंपरा आरंभ की है वह आने वाले दिनों में एक मिसाल बनेगी और जिससे राजनीतिक विद्वेष की भावना कमजोर पड़ेगी। बचरा पोड़ी तहसील उद्घाटन कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष की उपेक्षा भले ही राजनीतिक कारणों से हुई हो लेकिन यह भी मानना होगा कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष का पद प्रोटोकाल के बगैर भी जिला स्तर का है और उनके सम्मान की रक्षा होनी चाहिए थी जहां प्रशासन से भी राजनीतिक दबाव वश चूक हुई और प्रशासन की जमकर आलोचना भी हुई। वेदांती तिवारी जिला पंचायत उपाध्यक्ष तो है ही और साथ ही वह दो बार के कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भी बैकुंठपुर विधानसभा से रह चुके हैं और ऐसे में सत्ताधारी दल के वरिष्ठ सदस्यों में उनकी गिनती होती है और वह जिले में कांग्रेस पार्टी के बड़े जनाधार वाले नेता भी हैं। वहीं जिस समय जिला पंचायत उपाध्यक्ष जमीन पर बैठकर विरोध दर्ज कर रहे थे कई बैकुंठपुर विधानसभा के समर्थंको को जो कांग्रेस पार्टी के ही सदस्य हैं कुर्सी पर बैठे ही देखा गया जब प्रशासन मानमनौव्वल कर रहा था उन्होंने कुर्सी छोड़ना मुनासिब नहीं समझा और वह उस श्रेणी के कांग्रेस नेता थे जिनका न तो जनाधार ही है विधानसभा में और न ही उनके कहने पर पार्टी के मतों में ही इजाफा होना है। वैसे एमसीबी जिले के कलेक्टर साथ ही जिले के जनप्रतिनिधियों की भी सराहना हो रही है जो जिला पंचायत उपाध्यक्ष को सम्मान देने में आगे आ रहें हैं। त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था अंतर्गत पंचायत प्रतिनिधियों का सम्मान यदि नहीं होगा तो निश्चित ही पंचायतों के समग्र विकास की शासन की अवधारणा पर असर पड़ेगा और राजनीतिक खींचातानी से विकास अवरुद्ध होगा। कुल मिलाकर नवीन जिले के कलेक्टर ने विषय की गम्भीरता साथ ही हर स्तर के जनप्रतिनिधियों के सम्मान की एक नई लकीर खींचने का प्रयास किया है जो सराहनीय है।
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