नई दिल्ली, 12 अक्टूबर 2022। भारतीय क्रिकेट कट्रोल बोर्ड (ख्ष्टष्टढ्ढ) के मौजूदा अध्यक्ष और टीम इडिया के पूर्व कप्तान सौरव गागुली के नाम पर सियासत शुरू हो गई है. सौरक्ष गागुली के अध्यक्ष पद छोड़ने की खबरो के बीच पश्चिम बगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल काग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है.
टीएमसी का आरोप है कि बीजेपी ने सौरभ गागुली को कई बार पार्टी मे शामिल होने का न्योता दिया, लेकिन सौरभ गागुली पार्टी मे शामिल नही हुए, लिहाजा उन्हे अध्यक्ष पद गवाना पड़ गया.
टीएमसी नेता डॉक्टर शातनु सेन ने कहा, केद्रीय गृह मत्री अमित शाह कुछ महीनो पहले सौरव गागुली के आवास पर मिलने पहुचे थे और उनसे बातचीत की थी. खबर है कि भाजपा लगातार सौरभ गागुली को पार्टी मे शामिल होने का न्योता दे रही थी, लेकिन सौरभ गागुली की तरफ से सहमति नही मिलने पर उन्हे बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. क्योकि सौरभ गागुली बगाल से है. इसलिए वह राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हुए है.
हालाकि, भाजपा ने टीएमसी के सभी आरोपो से सिरे से खारिज कर दिया है. भाजपा का कहना है कि सौरभ गागुली क्रिकेट जगत के दिग्गज है और बीसीसीआई के फैसले का राजनीति से कोई लेना-देना नही है. भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने कहा, ‘यह क्रिकेट की दुनिया से जुड़ा मामला है और क्रिकेट से जुड़े लोग ही इस पर टिप्पणी कर सकते है. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नही है. टीएमसी को भाजपा पर हमला करने के लिए कोई मुद्दा नही मिला और इसलिए वह इसका राजनीतिकरण कर रही है.’
दरअसल, पहले खबर आई थी कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉजर बिन्नी सौरभ गागुली की जगह ले सकते है. बिन्नी 1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रह चुके है और उन्होने मगलवार (11 अक्टूबर) को ही अध्यक्ष पद के लिए नामाकन भरा है. सभावनाए जताई जा रही है कि वह 18 अक्टूबर मे होने वाली बोर्ड की सालाना बैठक मे निर्विरोध चुने जा सकते है.।
