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लखनऊ@पचतत्व मे विलीन हुए मुलायम

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नेता जी को अतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब
लखनऊ, 11 अक्टूबर 2022
। समाजवादी पार्टी के सस्थापक मुलायम सिह यादव पचतत्व मे विलीन हो गए है। इटावा के सैफई के मेला ग्राउड मे उनका अतिम सस्कार हुआ। मुलायम के बेटे और यूपी के पूर्व मुख्यमत्री अखिलेश यादव ने उन्हे मुखाग्नि दी। बता दे सोमवार सुबह गुरुग्राम के मेदाता अस्पताल मे उनका निधन हो गया था। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। यूपी मे तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमत्री मुलायम सिह यादव के अतिम सस्कार मे जनसैलाब उमड़ा। भीड़ इतनी थी कि लोगो को नियत्रित करने के लिए प्रशासन के पसीने छूट गए। सपा के सस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमत्री यादव का सोमवार को गुरुग्राम के निजी मेदाता अस्पताल मे 82 वर्ष की आयु मे निधन हो गया था।
अपने समर्थको के बीच हमेशा ‘‘नेता जी’’ के नाम से मशहूर मुलायम सिह यादव बीमार होने के बावजूद कभी सियासत मे सक्रीय रहे। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गाव मे एक किसान परिवार मे 22 नवबर 1939 को जन्मे मुलायम सिह यादव वह 10 बार विधायक रहे और सात बार सासद भी चुने गए। वह तीन बार (वर्ष 1989-91,1993-95 और 2003-2007) उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री और 1996 से 98 तक देश के रक्षा मत्री भी रहे। एक समय उन्हे प्रधानमत्री पद के दावेदार के तौर पर भी देखा गया था।
मुलायम सिह यादव की अतिम विदाई मे उमड़ा जनसैलाब
समाजवादी पार्टी के सस्थापक पूर्व रक्षामत्री धरतीपुत्र मुलायम सिह यादव को श्रद्धाजलि देने के लिए सैफई मे जनसैलाब उमड़ पड़ा। डेढ़ लाख से ज्यादा लोग पहुचे ।सभी अपने नेता के अतिम दर्शन करने के लिए उतावले दिखाई दिए। लोगो मे एक-दूसरे को धकेलकर आगे बढ़ने की होड़ मची रही। मच पर सासद से लेकर विधायक और यहा तक कि बड़े नेता भी लाइन मे लगे। दोनो उपमुख्यमत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, केद्रीय मत्री जितिन प्रसाद, राज्य मत्री असीम अरुण, सासद रीता बहुगुणा जोशी, देवेद्र सिह भोले, आध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमत्री चद्रबाबू नायडू ने भी लाइन मे लगकर ही मच श्रद्धाजलि अर्पित की।
अखिलेश यादव से गले मिलकर रोए वरुण गाधी
नेताजी के निधन की खबर सुन प्रशसक ने की आत्महत्या
कानपुर मे नेताजी मुलायम सिह यादव की मौत की खबर सुनकर मजदूर ने आत्महत्या कर ली। मजदूर की मौत से परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि राजेश कुमार यादव (50) इस्पात नगर मे मजदूरी करता था। काम से वापस घर आते वक्त सोमवार को उसे मुलायम सिह यादव के निधन की बात पता चली। इस पर वह बौखला गया और यह कहते हुए कि जब मुलायम सिह नही रहे तो हम जीकर क्या करेगे। उसने पाडु नदी मे छलाग लगा दी। राजेश यादव की मौत के बाद पत्नी रामरती और चार नाबालिग बेटिया ममता, ललिता, सरिता और आरूषी का हाल बेहाल है। भाई अमर बहादुर ने बताया कि बड़े भइया राजेश का नेताजी से बहुत लगाव था। उनके निधन की खबर सुनकर वह अवसाद मे चले गए और आत्महत्या कर ली।


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